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ये पांच आदतें आपके दिमाग को कर रहीं कमजोर, सुधार लें वरना - Keep The Brain Healthy

Keep The Brain Healthy: मस्तिष्क शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है. न्यूरॉन्स की मदद से मस्तिष्क पूरे शरीर को नियंत्रित करता है. आदेश देता है कि कैसे कार्य करना है. मस्तिष्क संबंधी समस्याएं हमारे पूरे शरीर और जीवन को प्रभावित कर सकती हैं. इसलिए स्वस्थ रहने के लिए कुछ हानिकारक आदतों को सुधारना जरूरी है. जानें आपकी कौन सी आदतें अपके दिमाग को नुकसान पहुंचाती हैं...

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 6, 2024, 5:01 AM IST

Keep The Brain Healthy
हर रोज की ये पांच आदतें आपके दिमाग को कर रहा कमजोर (ETV Bharat)

हैदराबाद: दिमाग को स्वस्थ रखना बहुत जरूरी है. हालांकि, हमारी जीवनशैली के कारण अक्सर ऐसा नहीं होता है. हमारे दैनिक जीवन में कुछ ऐसी आदतें होती हैं. इसलिए हम अनजाने में अपने मस्तिष्क को बहुत नुकसान पहुंचाते हैं. यह हमारी याददाश्त, सोचने की क्षमता, एकाग्रता आदि पर बहुत प्रभाव डालता है. उस हानिकारक आदत से छुटकारा पाना बहुत जरूरी है. आइए जानें कौन सी हैं ये आदतें जो धीरे-धीरे आपके दिमाग को नुकसान पहुंचा रहे हैं...

  • लंबे समय तक बैठे रहना: डिजिटल मीडिया के कारण हम अक्सर लंबे समय तक एक ही जगह बैठे रहते हैं. इससे मस्तिष्क में रक्त संचार कम हो जाता है. इसका मस्तिष्क की कोशिकाओं पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है. इसलिए अपने दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए एक ही जगह पर ज्यादा देर तक न बैठें. कामकाज निपटाते समय टहलें.
  • ज्यादा स्क्रीन टाइम: स्मार्टफोन, लैपटॉप आदि का लंबे समय तक इस्तेमाल करने से इनसे निकलने वाली नीली रोशनी आपके दिमाग पर असर डालती है. इससे दिमाग में थकान होने लगती है। सर्कैडियन लय (बॉडी क्लॉक) भी बाधित हो सकती है। इससे अनिद्रा भी हो सकती है. यह मस्तिष्क के लिए हानिकारक है. इसलिए अपने स्क्रीन टाइम को सीमित करने का प्रयास करें.
  • आहार: पोषक तत्वों की कमी से मस्तिष्क की कोशिकाएं ख़राब होने लगती हैं. इसके अलावा प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, शराब, चीनी और अस्वास्थ्यकर वसा मस्तिष्क के लिए हानिकारक हैं. ये खाद्य पदार्थ अल्जाइमर के खतरे को बढ़ाते हैं. इसलिए स्वस्थ आहार का पालन करें। इनमें मौसमी फल, सब्जियां, साबुत अनाज, स्वस्थ वसा, दुबला प्रोटीन आदि शामिल थे.
  • देर रात तक जागना: लोग अक्सर देर रात तक जागकर सोशल मीडिया देखते या स्क्रॉल करते रहते हैं. जिससे उन्हें पूरी नींद नहीं मिल पाती है. नींद की कमी के कारण हमारे संज्ञानात्मक कार्य प्रभावित होते हैं. इससे याददाश्त कमजोर होना, समस्याओं को सुलझाने में कठिनाई जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए हर रात सही समय पर सोने की कोशिश करें। हर दिन कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें.
  • पानी की कमी: पर्याप्त पानी न पीने से एकाग्रता और याददाश्त पर बहुत असर पड़ सकता है. दरअसल, पानी की कमी मस्तिष्क में द्रव और विद्युत संतुलन पर नकारात्मक प्रभाव डालती है. इसलिए, अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए रोजाना 8-9 गिलास पानी पिएं.

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हैदराबाद: दिमाग को स्वस्थ रखना बहुत जरूरी है. हालांकि, हमारी जीवनशैली के कारण अक्सर ऐसा नहीं होता है. हमारे दैनिक जीवन में कुछ ऐसी आदतें होती हैं. इसलिए हम अनजाने में अपने मस्तिष्क को बहुत नुकसान पहुंचाते हैं. यह हमारी याददाश्त, सोचने की क्षमता, एकाग्रता आदि पर बहुत प्रभाव डालता है. उस हानिकारक आदत से छुटकारा पाना बहुत जरूरी है. आइए जानें कौन सी हैं ये आदतें जो धीरे-धीरे आपके दिमाग को नुकसान पहुंचा रहे हैं...

  • लंबे समय तक बैठे रहना: डिजिटल मीडिया के कारण हम अक्सर लंबे समय तक एक ही जगह बैठे रहते हैं. इससे मस्तिष्क में रक्त संचार कम हो जाता है. इसका मस्तिष्क की कोशिकाओं पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है. इसलिए अपने दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए एक ही जगह पर ज्यादा देर तक न बैठें. कामकाज निपटाते समय टहलें.
  • ज्यादा स्क्रीन टाइम: स्मार्टफोन, लैपटॉप आदि का लंबे समय तक इस्तेमाल करने से इनसे निकलने वाली नीली रोशनी आपके दिमाग पर असर डालती है. इससे दिमाग में थकान होने लगती है। सर्कैडियन लय (बॉडी क्लॉक) भी बाधित हो सकती है। इससे अनिद्रा भी हो सकती है. यह मस्तिष्क के लिए हानिकारक है. इसलिए अपने स्क्रीन टाइम को सीमित करने का प्रयास करें.
  • आहार: पोषक तत्वों की कमी से मस्तिष्क की कोशिकाएं ख़राब होने लगती हैं. इसके अलावा प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, शराब, चीनी और अस्वास्थ्यकर वसा मस्तिष्क के लिए हानिकारक हैं. ये खाद्य पदार्थ अल्जाइमर के खतरे को बढ़ाते हैं. इसलिए स्वस्थ आहार का पालन करें। इनमें मौसमी फल, सब्जियां, साबुत अनाज, स्वस्थ वसा, दुबला प्रोटीन आदि शामिल थे.
  • देर रात तक जागना: लोग अक्सर देर रात तक जागकर सोशल मीडिया देखते या स्क्रॉल करते रहते हैं. जिससे उन्हें पूरी नींद नहीं मिल पाती है. नींद की कमी के कारण हमारे संज्ञानात्मक कार्य प्रभावित होते हैं. इससे याददाश्त कमजोर होना, समस्याओं को सुलझाने में कठिनाई जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए हर रात सही समय पर सोने की कोशिश करें। हर दिन कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें.
  • पानी की कमी: पर्याप्त पानी न पीने से एकाग्रता और याददाश्त पर बहुत असर पड़ सकता है. दरअसल, पानी की कमी मस्तिष्क में द्रव और विद्युत संतुलन पर नकारात्मक प्रभाव डालती है. इसलिए, अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए रोजाना 8-9 गिलास पानी पिएं.

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