ETV Bharat / health

स्टेनलेस स्टील, नॉन-स्टिक, एल्युमीनियम या मिट्टी के बर्तन, जानें बेहतर सेहत के लिए कौन सबसे बेस्ट - Best Utensils for Cooking

author img

By ETV Bharat Health Team

Published : Aug 23, 2024, 7:23 PM IST

Best Utensils for Cooking: यदि आपको स्वस्थ रहना है तो स्टेनलेस स्टील के बर्तन या मिट्टी के बर्तन और लोहे के बर्तनों में खाना पका कर खाएं, क्योंकि खाना पकाने के लिए आजकल लोग जो अलग-अलग तरह के बर्तनों जैसे एल्युमीनियम, स्टील, नॉन-स्टिक कुकवेयर आदि का उपयोग करते हैं, वह जानलेवा हो सकता है. इस खबर में आज जान लीजिए खाना बनाने के लिए कौन सा बर्तन सही है और किसमें भोजन बनाना स्वास्थ्य को पहुंचा सकता है नुकसान?

Best Utensils for Cooking
जानें बेहतर सेहत के लिए कौन सबसे बेस्ट (CANVA)

हैदराबाद: आजकल तरह-तरह के बर्तन मार्केट में मिलते है, किसी का रंग, तो किसी की डिजाइन लोगों को आकर्षित करता है. ऐसे ही, हर कोई अपनी-अपनी पसंद के बर्तनों में खाना बनाना और खाना पसंद करता है. कुछ एल्युमीनियम के बर्तन में खाना पकाते है तो कुछ लोगों को स्टेनलेस स्टील में भोजन पकाना पसंद होता हैं. लोग अपनी सुविधा और पसंद के हिसाब से बर्तनों का चुनाव करते हैं.

वहीं, गांव और कम विकसित शहरों और की बात करें तो, आज भी वहां के लोग लोहे और मिट्टी के बर्तनों में खाना बनाना ज्यादा पसंद करते हैं. ये तो हुई पसंद की बर्तनों में खाना बनाने और खाने की बात, लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है कि आप खाना बनाने के लिए जिस तरह के भी मेटल से बने बर्तनों का उपयोग करते हैं, वह आपके स्वास्थ्य को क्या फायदे और नुकसान पहुंचाते हैं?

दरअसल, शारीरिक तौर से स्वस्थ और फिट रहने के लिए बहुत जरूरी है कि आप सही बर्तनों में खाना पकाएं और खाएं. ऐसा इसलिए, क्योंकि ज्यादातर मेटल के बर्तनों में टॉक्सिक केमिकल्स होते हैं, जो भोजन में रिसकर खाने को दूषित कर सकते हैं. ऐसे में आपके लिए यह जानकारी काफी जरूरी है कि खाना बनाने के लिए कौन सा बर्तन सही है...

वैसे देखा जाए तो, घरों में रसोई अब हाई-टेक जगहों में बदल गई है, जहां लोग पारंपरिक स्टील या एल्युमीनियम के बर्तनों की जगह नॉन-स्टिक बर्तनों का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं. हालांकि ये बर्तन खाने को जलने या चिपकने से बचाते हैं, लेकिन ये स्वास्थ्य के लिए जोखिम पैदा कर सकते हैं. हाल ही में, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और राष्ट्रीय पोषण संस्थान (NIN) ने भारतीयों के लिए आहार संबंधी दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जहां संगठन ने मिट्टी के बर्तनों की सुरक्षा और लाभों पर जोर दिया है.

मिट्टी के बर्तन
मिट्टी के बर्तन भोजन पकाने के लिए सबसे सुरक्षित यूटेंसिल्स हैं. मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल करते समय बहुत कम तेल की जरूरत होती है. ये पर्यावरण के अनुकूल होते हैं और खाने की पौष्टिकता को बरकरार रखते हैं. मिट्टी के बर्तन भोजन में गर्मी का संचार करते हैं, जिससे पोषक तत्व सुरक्षित रहते हैं.

मेटल यूटेंसिल्स
हम कई तरह के यूटेंसिल्स इस्तेमाल करते हैं, जो अलग-अलग मटेरियल से बने होते हैं. इनमें से कुछ मटीरियल जैसे एल्युमिनियम, लोहा, पीतल या तांबा खाना बनाते या स्टोर करते समय खाने में मिल सकते हैं. एल्युमिनियम, लोहा, बिना लाइन वाले पीतल या तांबे के बर्तनों में अचार, चटनी, सांभर और सॉस जैसे अम्लीय खाद्य पदार्थ स्टोर करने से खाना सुरक्षित हो जाता है.

स्टेनलेस स्टील यूटेंसिल्स
अगर सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए तो स्टेनलेस स्टील यूटेंसिल्स को आम तौर पर खाना पकाने के लिए सुरक्षित माना जाता है. इसके कई फायदों की वजह से दुनिया भर की रसोई में इसका व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें इसकी टिकाऊपन, जंग के प्रति प्रतिरोध और खाद्य पदार्थों के साथ गैर-प्रतिक्रियात्मकता शामिल है. यह अम्लीय या क्षारीय खाद्य पदार्थों के साथ घुलता या प्रतिक्रिया नहीं करता है, जिसका मतलब है कि इसमें यदि पका हुआ भोजन सामग्री रखते है, तो भोजन में मेटल का स्वाद या हानिकारक पदार्थ घुलने की संभावना नहीं रहता है.

टेफ्लॉन से लेपित नॉन-स्टिक पैन
टेफ्लॉन से लेपित नॉन-स्टिक पैन 170 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान पर गर्म होने पर जोखिम भरा हो सकता है. ऐसा तब हो सकता है जब खाली पेन को लंबे समय तक बर्नर पर छोड़ दिया जाए. इस मामले में, कोटिंग्स जलन पैदा करने वाले या जहरीले धुएं दे सकती हैं. नॉन-स्टिक कुकवेयर के लिए उपयोग और सफाई के निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए, और कोटिंग खराब होने या क्षतिग्रस्त होने पर उन्हें फेंक देना चाहिए.

ग्रेनाइट स्टोन कुकवेयर

आजकल के ये कुकवेयर पिछली पीढ़ियों के ग्रेनाइट स्टोन कुकवेयर की तुलना में काफी हल्के होते हैं. ग्रेनाइट स्टोन कुकवेयर समय और ऊर्जा की बचत करता है. ये कुकवेयर गर्मी को अच्छी तरह से बनाए रखते हैं, यहां तक ​​कि हिट सोर्स बंद होने के बाद भी. यह हल्का, टिकाऊ और साफ करने में आसान होता है. ग्रेनाइट कुकवेयर कम और मध्यम-आंच पर खाना पकाने के लिए बिल्कुल उपयुक्त है. इसका तल मोटा और चौड़ा होता है जो गर्मी के वितरण और चालन को समान बनाता है, जो कि महत्वपूर्ण है यदि आप खाना पकाने की प्रक्रिया पर पूरा नियंत्रण रखना चाहते हैं.

इस बात को नोट कर लें, जब तक कुकवेयर में टेफ्लॉन कोटिंग जैसे कि परफ्लुओरोऑक्टानोइक एसिड (PFOA), परफ्लुओरोऑक्टेन सल्फोनेट (PFOS), और पॉलीटेट्राफ्लुओरोएथिलीन (PTFE) न हो, तब तक इसे सुरक्षित माना जाता है.

खास सलाह- अगर आपको स्वस्थ रहना है तो आप स्टेनलेस स्टील के बर्तन, आयरन और मिट्टी के बर्तनों में बर्तन में खाना पकाएं और खाएं, और एल्युमीनियम, सिरैमिक, नॉन-स्टिक कुकवेयर के ज्यादा उपयोग से बचें.

(डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं है. ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें)

ये भी पढ़ें-

हैदराबाद: आजकल तरह-तरह के बर्तन मार्केट में मिलते है, किसी का रंग, तो किसी की डिजाइन लोगों को आकर्षित करता है. ऐसे ही, हर कोई अपनी-अपनी पसंद के बर्तनों में खाना बनाना और खाना पसंद करता है. कुछ एल्युमीनियम के बर्तन में खाना पकाते है तो कुछ लोगों को स्टेनलेस स्टील में भोजन पकाना पसंद होता हैं. लोग अपनी सुविधा और पसंद के हिसाब से बर्तनों का चुनाव करते हैं.

वहीं, गांव और कम विकसित शहरों और की बात करें तो, आज भी वहां के लोग लोहे और मिट्टी के बर्तनों में खाना बनाना ज्यादा पसंद करते हैं. ये तो हुई पसंद की बर्तनों में खाना बनाने और खाने की बात, लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है कि आप खाना बनाने के लिए जिस तरह के भी मेटल से बने बर्तनों का उपयोग करते हैं, वह आपके स्वास्थ्य को क्या फायदे और नुकसान पहुंचाते हैं?

दरअसल, शारीरिक तौर से स्वस्थ और फिट रहने के लिए बहुत जरूरी है कि आप सही बर्तनों में खाना पकाएं और खाएं. ऐसा इसलिए, क्योंकि ज्यादातर मेटल के बर्तनों में टॉक्सिक केमिकल्स होते हैं, जो भोजन में रिसकर खाने को दूषित कर सकते हैं. ऐसे में आपके लिए यह जानकारी काफी जरूरी है कि खाना बनाने के लिए कौन सा बर्तन सही है...

वैसे देखा जाए तो, घरों में रसोई अब हाई-टेक जगहों में बदल गई है, जहां लोग पारंपरिक स्टील या एल्युमीनियम के बर्तनों की जगह नॉन-स्टिक बर्तनों का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं. हालांकि ये बर्तन खाने को जलने या चिपकने से बचाते हैं, लेकिन ये स्वास्थ्य के लिए जोखिम पैदा कर सकते हैं. हाल ही में, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और राष्ट्रीय पोषण संस्थान (NIN) ने भारतीयों के लिए आहार संबंधी दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जहां संगठन ने मिट्टी के बर्तनों की सुरक्षा और लाभों पर जोर दिया है.

मिट्टी के बर्तन
मिट्टी के बर्तन भोजन पकाने के लिए सबसे सुरक्षित यूटेंसिल्स हैं. मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल करते समय बहुत कम तेल की जरूरत होती है. ये पर्यावरण के अनुकूल होते हैं और खाने की पौष्टिकता को बरकरार रखते हैं. मिट्टी के बर्तन भोजन में गर्मी का संचार करते हैं, जिससे पोषक तत्व सुरक्षित रहते हैं.

मेटल यूटेंसिल्स
हम कई तरह के यूटेंसिल्स इस्तेमाल करते हैं, जो अलग-अलग मटेरियल से बने होते हैं. इनमें से कुछ मटीरियल जैसे एल्युमिनियम, लोहा, पीतल या तांबा खाना बनाते या स्टोर करते समय खाने में मिल सकते हैं. एल्युमिनियम, लोहा, बिना लाइन वाले पीतल या तांबे के बर्तनों में अचार, चटनी, सांभर और सॉस जैसे अम्लीय खाद्य पदार्थ स्टोर करने से खाना सुरक्षित हो जाता है.

स्टेनलेस स्टील यूटेंसिल्स
अगर सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए तो स्टेनलेस स्टील यूटेंसिल्स को आम तौर पर खाना पकाने के लिए सुरक्षित माना जाता है. इसके कई फायदों की वजह से दुनिया भर की रसोई में इसका व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें इसकी टिकाऊपन, जंग के प्रति प्रतिरोध और खाद्य पदार्थों के साथ गैर-प्रतिक्रियात्मकता शामिल है. यह अम्लीय या क्षारीय खाद्य पदार्थों के साथ घुलता या प्रतिक्रिया नहीं करता है, जिसका मतलब है कि इसमें यदि पका हुआ भोजन सामग्री रखते है, तो भोजन में मेटल का स्वाद या हानिकारक पदार्थ घुलने की संभावना नहीं रहता है.

टेफ्लॉन से लेपित नॉन-स्टिक पैन
टेफ्लॉन से लेपित नॉन-स्टिक पैन 170 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान पर गर्म होने पर जोखिम भरा हो सकता है. ऐसा तब हो सकता है जब खाली पेन को लंबे समय तक बर्नर पर छोड़ दिया जाए. इस मामले में, कोटिंग्स जलन पैदा करने वाले या जहरीले धुएं दे सकती हैं. नॉन-स्टिक कुकवेयर के लिए उपयोग और सफाई के निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए, और कोटिंग खराब होने या क्षतिग्रस्त होने पर उन्हें फेंक देना चाहिए.

ग्रेनाइट स्टोन कुकवेयर

आजकल के ये कुकवेयर पिछली पीढ़ियों के ग्रेनाइट स्टोन कुकवेयर की तुलना में काफी हल्के होते हैं. ग्रेनाइट स्टोन कुकवेयर समय और ऊर्जा की बचत करता है. ये कुकवेयर गर्मी को अच्छी तरह से बनाए रखते हैं, यहां तक ​​कि हिट सोर्स बंद होने के बाद भी. यह हल्का, टिकाऊ और साफ करने में आसान होता है. ग्रेनाइट कुकवेयर कम और मध्यम-आंच पर खाना पकाने के लिए बिल्कुल उपयुक्त है. इसका तल मोटा और चौड़ा होता है जो गर्मी के वितरण और चालन को समान बनाता है, जो कि महत्वपूर्ण है यदि आप खाना पकाने की प्रक्रिया पर पूरा नियंत्रण रखना चाहते हैं.

इस बात को नोट कर लें, जब तक कुकवेयर में टेफ्लॉन कोटिंग जैसे कि परफ्लुओरोऑक्टानोइक एसिड (PFOA), परफ्लुओरोऑक्टेन सल्फोनेट (PFOS), और पॉलीटेट्राफ्लुओरोएथिलीन (PTFE) न हो, तब तक इसे सुरक्षित माना जाता है.

खास सलाह- अगर आपको स्वस्थ रहना है तो आप स्टेनलेस स्टील के बर्तन, आयरन और मिट्टी के बर्तनों में बर्तन में खाना पकाएं और खाएं, और एल्युमीनियम, सिरैमिक, नॉन-स्टिक कुकवेयर के ज्यादा उपयोग से बचें.

(डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं है. ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें)

ये भी पढ़ें-

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.