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आम लोगों में लोकप्रिय हो रहा है फिट रहने का ये तरीका, फिटनेस और ताकत को बनाता है बेहतर - New Fitness Mantra

New Fitness Mantra : फिट रहने के कई आसान तरीके हैं. क्या आप 'रकिंग' के फायदे से वाकिफ हैं. ये शब्द बेशक आपके लिए नया होगा, मगर यह आपकी डेली रूटीन का हिस्सा है.

RUCKING IS NEW FITNESS MANTRA AND BENEFITS OF RUCKING
कॉन्सेप्ट इमेज (Getty Images)
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By IANS

Published : Sep 6, 2024, 7:06 AM IST

New Fitness Mantra : फिट रहने का सबसे आसान तरीका पैदल चलना है. पैदल चलना, जॉगिंग और दौड़ना यह शब्द हमारे लिए नए नहीं हैं, लेकिन क्या आप 'रकिंग' से जुड़े फायदे से वाकिफ हैं. ये शब्द बेशक आपके लिए नया होगा, मगर यह आपकी डेली रूटीन का अहम हिस्सा है. कहीं बाहर घूमने, दफ्तर और स्कूल-कॉलेज जाते समय हम में से हर कोई इस फिजिकल एक्सरसाइज को करता है. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर 'रकिंग' शब्द का अर्थ क्या है?, रकिंग एक फिजिकल एक्सरसाइज है. आसान शब्दों में समझे तो भारी वजन के साथ वाकिंग करने को 'रकिंग' कहते हैं. आमतौर पर यह हमारी डेली रूटीन का हिस्सा है.

चाहे बच्चों का स्कूल बैग हो, नौकरी करने वालों का ऑफिस बैग या घर का राशन लाना. हम सभी अनजाने में 'रकिंग' की फिजिकल एक्सरसाइज कर रहे हैं, क्योंकि सिर्फ पैदल चलना उतना लाभदायक नहीं है, जितना भारी वजन के साथ पैदल चलना फायदेमंद है. यह एक ऐसा वर्कआउट है जिसे आप कहीं भी कर सकते हैं. अब इसकी लोकप्रियता भी बढ़ रही है. 'पेलोटन रिपोर्ट : स्प्रिंग वेलनेस ट्रेंड्स' के अनुसार, इससे जुड़े एक सर्वे में 29 प्रतिशत लोगों का कहना है कि उन्होंने रकिंग का प्रयास किया है और उन्हें इसमें नॉर्मल वाकिंग से ज्यादा लाभ मिला.

RUCKING IS NEW FITNESS MANTRA AND BENEFITS OF RUCKING
कॉन्सेप्ट इमेज (CANVA - IANS)

अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर रोजाना लाइफ में जो आप कर रहे हैं, आखिर वो एक तकनीकी शब्द या पारिभाषिक शब्द कैसे बना?, रकिंग का इतिहास एक सैन्य प्रशिक्षण से जुड़ा है. दरअसल, 'रक' या 'रकसैक' शब्द का अर्थ है बैगपैक. प्रथम विश्व युद्ध से पहले, सैनिक अपना सारा सामान कपड़े और डंडों के बंडलों में ढोते थे, जो कि एक आदर्श व्यवस्था नहीं थी. हालांकि, 20वीं सदी की शुरुआत में सैनिकों को रकसैक में अपनी पीठ पर सामान ढोने का प्रशिक्षण दिया गया था.

आज भी सैन्य प्रशिक्षण में रकिंग का उपयोग किया जाता है, लेकिन अब यह आम नागरिकों के बीच भी लोकप्रिय हो रहा है. यह फिटनेस और ताकत को बेहतर बनाने का एक सरल और बिना किसी एक्स्ट्रा खर्च का विकल्प प्रदान करता है. यह एक कम लागत वाला व्यायाम है, जिसके लिए महंगे उपकरण या जिम सदस्यता की आवश्यकता नहीं होती है, और इसे व्यक्तिगत रूप से या समूहों में किया जा सकता है. रकिंग के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि इसके लिए बहुत कम उपकरणों की आवश्यकता होती है. आपको बस एक बैकपैक, कुछ भारी सामान (जैसे किताबें, लैपटॉप या आपको जो भी वजनदार चीज आसानी से मिल जाए) और आप एक लंबी सैर पर निकल जाएं.

हालांकि, रोजमर्रा की जिंदगी से अलग अगर हम इसे अपनाते हैं, तो इसके लिए एक सही टाइम-टेबल की जरूरत होगी. रकिंग की शुरुआत हल्के भार से करना उचित है, आमतौर पर लगभग 10 से 20 पाउंड करीब (4-10 किलो) से. आप जो दूरी तय करते हैं, वह अलग-अलग हो सकती है, लेकिन विशेषज्ञ शुरुआत में कम दूरी से शुरू करने की सलाह देते हैं. जिसे आप अपनी क्षमता के अनुसार धीर-धीरे बढ़ा सकते हैं.

डिस्कलेमर:यहां दी गई जानकारी और सुझाव सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं,बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप डॉक्टर की सलाह ले लें.

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चाहे बच्चों का स्कूल बैग हो, नौकरी करने वालों का ऑफिस बैग या घर का राशन लाना. हम सभी अनजाने में 'रकिंग' की फिजिकल एक्सरसाइज कर रहे हैं, क्योंकि सिर्फ पैदल चलना उतना लाभदायक नहीं है, जितना भारी वजन के साथ पैदल चलना फायदेमंद है. यह एक ऐसा वर्कआउट है जिसे आप कहीं भी कर सकते हैं. अब इसकी लोकप्रियता भी बढ़ रही है. 'पेलोटन रिपोर्ट : स्प्रिंग वेलनेस ट्रेंड्स' के अनुसार, इससे जुड़े एक सर्वे में 29 प्रतिशत लोगों का कहना है कि उन्होंने रकिंग का प्रयास किया है और उन्हें इसमें नॉर्मल वाकिंग से ज्यादा लाभ मिला.

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कॉन्सेप्ट इमेज (CANVA - IANS)

अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर रोजाना लाइफ में जो आप कर रहे हैं, आखिर वो एक तकनीकी शब्द या पारिभाषिक शब्द कैसे बना?, रकिंग का इतिहास एक सैन्य प्रशिक्षण से जुड़ा है. दरअसल, 'रक' या 'रकसैक' शब्द का अर्थ है बैगपैक. प्रथम विश्व युद्ध से पहले, सैनिक अपना सारा सामान कपड़े और डंडों के बंडलों में ढोते थे, जो कि एक आदर्श व्यवस्था नहीं थी. हालांकि, 20वीं सदी की शुरुआत में सैनिकों को रकसैक में अपनी पीठ पर सामान ढोने का प्रशिक्षण दिया गया था.

आज भी सैन्य प्रशिक्षण में रकिंग का उपयोग किया जाता है, लेकिन अब यह आम नागरिकों के बीच भी लोकप्रिय हो रहा है. यह फिटनेस और ताकत को बेहतर बनाने का एक सरल और बिना किसी एक्स्ट्रा खर्च का विकल्प प्रदान करता है. यह एक कम लागत वाला व्यायाम है, जिसके लिए महंगे उपकरण या जिम सदस्यता की आवश्यकता नहीं होती है, और इसे व्यक्तिगत रूप से या समूहों में किया जा सकता है. रकिंग के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि इसके लिए बहुत कम उपकरणों की आवश्यकता होती है. आपको बस एक बैकपैक, कुछ भारी सामान (जैसे किताबें, लैपटॉप या आपको जो भी वजनदार चीज आसानी से मिल जाए) और आप एक लंबी सैर पर निकल जाएं.

हालांकि, रोजमर्रा की जिंदगी से अलग अगर हम इसे अपनाते हैं, तो इसके लिए एक सही टाइम-टेबल की जरूरत होगी. रकिंग की शुरुआत हल्के भार से करना उचित है, आमतौर पर लगभग 10 से 20 पाउंड करीब (4-10 किलो) से. आप जो दूरी तय करते हैं, वह अलग-अलग हो सकती है, लेकिन विशेषज्ञ शुरुआत में कम दूरी से शुरू करने की सलाह देते हैं. जिसे आप अपनी क्षमता के अनुसार धीर-धीरे बढ़ा सकते हैं.

डिस्कलेमर:यहां दी गई जानकारी और सुझाव सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं,बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप डॉक्टर की सलाह ले लें.

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