ETV Bharat / health

बुढ़ापे में भी जीना चाहते हैं हेल्दी लाइफ, तो आज से ही खाना शुरू करें मेवा, वैज्ञानिकों का दावा - BENEFITS OF EATING NUTS REGULARLY

बुढ़ापे में मेवे का सेवन फायदेमंद हो सकता है. वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि इसके सेवन से हेल्दी लाइफ स्पैन में मदद मिलती है...

Regularly eating nuts supports healthy lifespan in older says  research
बुढ़ापे में भी जीना चाहते हैं हेल्दी जीवन, तो आज से ही खाना शुरू कर दें मेवा, (CANVA)
author img

By ETV Bharat Health Team

Published : Nov 19, 2024, 1:15 PM IST

Updated : Nov 19, 2024, 2:59 PM IST

आजकल हर कोई किसी ना किसी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहा है. इसका सबसे बड़ा कारण अनहेल्दी लाइफस्टाइल और अनियमित खानपान है. भागदौड़ भरी जीवनशैली के चलते लोग दस मिनट व्यायाम तक के लिए समय नहीं निकाल पाते, जिसके कारण 50 से 60 की उम्र में ही लोगों शरीर काफी कमजोर और कई तरह की बीमारियों का घर हो जाता है. इस बीच वैज्ञानिकों ने इस बात का खुलासा किया है कि रेगुलर नट्स का सेवन करने से वृद्धावस्था में स्वस्थ जीवन जीने में मदद मिल सकती है.

मोनाश विश्वविद्यालय के नेतृत्व वाली टीम द्वारा किए गए नए शोध में पाया गया है कि नट्स का नियमित सेवन स्वस्थ जीवन जीने से जुड़ा है. जर्नल एज एंड एजिंग में प्रकाशित एक लेख के निष्कर्ष में शोधकर्ताओं ने कहा कि नियमित रूप से नट्स खाने से वृद्धों को हेल्दी लाइफस्टाइल जीने में मदद मिल सकती है. मोनाश विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने लगभग 10,000 वृद्धों के डेटा को देखा और पाया कि जो लोग अक्सर नट्स खाते थे, चाहे वे किसी भी प्रकार के हों या किसी भी रूप में, वे उन लोगों की तुलना में बिना किसी डिमेंशिया या लगातार विकलांगता के लंबे समय तक जीवित रहे, जिन्होंने कभी या कभी-कभार नट्स खाए.

मोनाश यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ एंड प्रिवेंटिव मेडिसिन के पीएचडी उम्मीदवार और लेक्चरर, प्रथम लेखक होली वाइल्ड ने कहा कि नट्स प्रोटीन, माइक्रोन्यूट्रिएंट, अनसैचुरेटेड फैट, फाइबर और एनर्जी का एक अच्छा स्रोत हैं, लेकिन खराब मौखिक स्वास्थ्य या चबाने में कठिनाई वाले लोगों के लिए साबुत नट्स का सेवन करना मुश्किल हो सकता है. ऐसे में अगर वे अपने आहार में नट्स शामिल करना चाहते हैं, तो सुपरमार्केट में नट्स कई अलग-अलग रूपों में उपलब्ध हैं, जिनमें साबुत नट्स, कटे हुए या क्रश्ड नट्स, नट्स मील और नट बटर या पेस्ट शामिल हैं. जिसका सेवन खराब मौखिक स्वास्थ्य या चबाने में कठिनाई वाले लोग आसानी से कर सकते हैं. मौखिक स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोगों के लिए बहुत अधिक सुलभ हो सकता है.

प्रथम लेखक होली वाइल्ड ने कहा कि नट्स का सेवन लोग नाश्ते के वक्त या भोजन के वक्त कर सकते है. हालांकि, उन्होंने कहा कि नमकीन नट्स और कैंडीड और चॉकलेट से ढके नट्स को जितना हो सके उतना इग्नोर करना सही है. होली वाइल्ड ने कहा कि नट्स हमारे आहार में प्रोटीन और पोषक तत्वों को अधिक टिकाऊ तरीके से शामिल करने का एक शानदार तरीका है.

(डिस्क्लेमर: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.)

ये भी पढ़ें

आजकल हर कोई किसी ना किसी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहा है. इसका सबसे बड़ा कारण अनहेल्दी लाइफस्टाइल और अनियमित खानपान है. भागदौड़ भरी जीवनशैली के चलते लोग दस मिनट व्यायाम तक के लिए समय नहीं निकाल पाते, जिसके कारण 50 से 60 की उम्र में ही लोगों शरीर काफी कमजोर और कई तरह की बीमारियों का घर हो जाता है. इस बीच वैज्ञानिकों ने इस बात का खुलासा किया है कि रेगुलर नट्स का सेवन करने से वृद्धावस्था में स्वस्थ जीवन जीने में मदद मिल सकती है.

मोनाश विश्वविद्यालय के नेतृत्व वाली टीम द्वारा किए गए नए शोध में पाया गया है कि नट्स का नियमित सेवन स्वस्थ जीवन जीने से जुड़ा है. जर्नल एज एंड एजिंग में प्रकाशित एक लेख के निष्कर्ष में शोधकर्ताओं ने कहा कि नियमित रूप से नट्स खाने से वृद्धों को हेल्दी लाइफस्टाइल जीने में मदद मिल सकती है. मोनाश विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने लगभग 10,000 वृद्धों के डेटा को देखा और पाया कि जो लोग अक्सर नट्स खाते थे, चाहे वे किसी भी प्रकार के हों या किसी भी रूप में, वे उन लोगों की तुलना में बिना किसी डिमेंशिया या लगातार विकलांगता के लंबे समय तक जीवित रहे, जिन्होंने कभी या कभी-कभार नट्स खाए.

मोनाश यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ एंड प्रिवेंटिव मेडिसिन के पीएचडी उम्मीदवार और लेक्चरर, प्रथम लेखक होली वाइल्ड ने कहा कि नट्स प्रोटीन, माइक्रोन्यूट्रिएंट, अनसैचुरेटेड फैट, फाइबर और एनर्जी का एक अच्छा स्रोत हैं, लेकिन खराब मौखिक स्वास्थ्य या चबाने में कठिनाई वाले लोगों के लिए साबुत नट्स का सेवन करना मुश्किल हो सकता है. ऐसे में अगर वे अपने आहार में नट्स शामिल करना चाहते हैं, तो सुपरमार्केट में नट्स कई अलग-अलग रूपों में उपलब्ध हैं, जिनमें साबुत नट्स, कटे हुए या क्रश्ड नट्स, नट्स मील और नट बटर या पेस्ट शामिल हैं. जिसका सेवन खराब मौखिक स्वास्थ्य या चबाने में कठिनाई वाले लोग आसानी से कर सकते हैं. मौखिक स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोगों के लिए बहुत अधिक सुलभ हो सकता है.

प्रथम लेखक होली वाइल्ड ने कहा कि नट्स का सेवन लोग नाश्ते के वक्त या भोजन के वक्त कर सकते है. हालांकि, उन्होंने कहा कि नमकीन नट्स और कैंडीड और चॉकलेट से ढके नट्स को जितना हो सके उतना इग्नोर करना सही है. होली वाइल्ड ने कहा कि नट्स हमारे आहार में प्रोटीन और पोषक तत्वों को अधिक टिकाऊ तरीके से शामिल करने का एक शानदार तरीका है.

(डिस्क्लेमर: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.)

ये भी पढ़ें

Last Updated : Nov 19, 2024, 2:59 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.