पटनाः सुबह में नाश्ते में या रात को सोने से पहले दूध पीना सेहत के लिए अच्छा माना जाता है. लेकिन शायद आपको पता नहीं होगा कि आप कौन सा दूध पी रहे हैं? अगर आपके घर पैकेट वाला दूध आ रहा है जरा सावधान होने की जरूरत है. यह मैं नहीं बल्कि डॉक्टर कह रहे हैं. खासकर बच्चों के लिए यह ज्यादा खतरनाक हो सकता है. इससे गंभीर बीमारी हो सकती है.
एक गिलास दूध पीना फायदेमंदः डॉक्टर अभिमन्यू के अनुसार दूध में प्रोटीन, कैल्शियम, फास्फोरस, विटामिन ए, विटामिन D जैसी तमाम पोषक तत्व पाए जाते हैं. दूध पीने का सही टाइम उम्र और शरीर की जरूरत पर निर्भर है. कई लोग नाश्ते के बाद एक गिलास दूध पीना पसंद करते हैं तो कई लोग रात में सोने से पहले पीना पसंद करते हैं. जो लोग जिम जाते हैं उनके लिए नाश्ते में एक गिलास दूध पीना फायदेमंद है.
खाली पेट दूध पीना हानिकारकः गाय और भैंस की बात करें तो गाय का दूध सबसे बेस्ट है. इसमें कैल्शियम के साथ-साथ क्रीम भरपूर मात्रा में रहती है. फुल क्रीम वाला दूध अगर एक गिलास से ज्यादा पीते हैं तो यह हानिकारक हो सकता है. डॉक्टर ने बताया कि 5 साल के बच्चों को दिन में दूध नहीं पिलाना चाहिए. अगर पीते हैं तो कम मात्रा में पिलाएं. कोशिश करें कि खाली पेट बच्चों को दूध नहीं पिलाएं.
पैकेट बंद दूध से करें परहेजः गाय का दूध बच्चों और बुजुर्गों के लिए काफी फायदेमंद है. गाय के दूध में प्रोटीन क्रीम और हर तरह की विटामिन पाई जाती है जिससे कि बच्चों का विकास होता है. डॉ अभिमन्यु का कहना है कि पैकेट बंद दूध से नवजातों या बच्चों में बड़ी आसानी से डेवलपमेंट डिसऑर्डर भी हो सकता है. पैकेट वाला दूध अधिक सेवन करने से पेट संबंधित और अन्य रोग भी बढ़ सकता है.
पैकेट वाला दूध तीन दिन पुरानाः उन्होंने बताया कि पैकेट वाला दूध गाय और भैंस के दूध से ही तैयार किया जाता है लेकिन ज्यादा दिन स्टोर करके रखने के लिए केमिकल का प्रयोग किया जाता है. डेयरी वाला दूध कम से कम 3 दिन पुराना होता है. कलेक्शन, प्रोसेसिंग, डिस्ट्रीब्यूशन ,पैकिंग में समय लग जाता है. तब जाकर के बाजारों में उपलब्ध हो पता है.
हानिकारक रसायन का प्रयोगः शुद्ध दूध की बात करें तो वह 24 घंटे तक ही सुरक्षित रहता है. इसलिए पैकेट बंद दूध में हानिकारक रसायन भी मिलाए जाते हैं. तब जाकर के यह 5 से 6 दिन तक खराब नहीं होता है. कंपनियों को पैकेट बंद दूध में केमिकल मिलना मजबूरी है. इसलिए हर व्यक्ति को कोशिश यही करना चाहिए कि गाय का दूध या तो भैंस का दूध पिए. बच्चों को भी पैकेट वाला दूध नहीं पिलाएं
बुजुर्ग कम मात्रा में पीएं दूधः बुजुर्ग जिनका उम्र 45 से ज्यादा हो गया है उन लोगों को भी रात्रि में गाय का दूध पीना चाहिए. क्योंकि गाय का दूध पतला होता है और क्रीम भरपूर होता है. बुजुर्गों को खाली पेट दूध पीने से बचना चाहिए क्योंकि 40 से 45 की उम्र के बाद पाचन शक्ति कम हो जाती है. 65 से 70 उम्र के लोगों को दूध कम मात्रा में पीना चाहिए. कोशिश करें कि एक कप दूध प्रतिदिन रात्रि में खाने के बाद पिए.
कौन सा दूध बेहतरः गाय का दूध पतला होता है और भैंस के दूध मोटा होता है. गाय के दूध उजाला थोड़ा पीला होता है. भैंस का दूध पूरा सफेद होता है लेकिन सबसे बड़ी बात है कि गाय के दूध में भैंस के मुकाबले पानी ज्यादा होता है. इसलिए गाय का दूध पतला कहा जाता है. गाय का दूध बच्चे-बुजुर्ग सभी के लिए फायदेमंद होता है. गाय और भैंस का दूध दोनों फायदेमंद है. हड्डी-मांसपेशियों की मजबूती के लिए और शरीर के विकास के लिए दूध फायदेमंद है.
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