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बारिश में मच्छर का डंक करेगा सबको परेशान, डेंगू से सावधानी में ही सुरक्षा, इन बातों का रखें ख्याल - Measures To Prevent Dengue

बारिश के मौसम में डेंगू के मामले सबसे ज्यादा सामने आते हैं. बारिश में जगह-जगह पानी भरा होता है, जहां डेंगू का मच्छर पनपता है. ऐसे में आपको सावधानी बरतने की बहुत जरूरत होती है. जानिए डेंगू से बचाव के तरीके और कहां हो सकता है डेंगू का मच्छर...

PREVENTION METHOD MALARIA DENGUE
बारिश में मच्छर का डंक करेगा सबको परेशान (Getty Image)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 4, 2024, 8:36 PM IST

Measures To Prevent Dengue: बरसात का सीजन आते ही डेंगू का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है, क्योंकि डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है. इन दिनों में आमतौर पर कई जगह पानी भरा होता है. जो बीमारी के कारण हो सकते हैं. जरा सी सावधानी और सतर्कता इन बीमारियों से बचा सकती है.

जरा सी सावधानी डेंगू से करेगी बचाओ, क्या करें उपाय

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एनके शास्त्री ने बताया कि बारिश के मौसम में जगह-जगह बारिश का पानी जमा होने की वजह से मच्छर पनपते हैं. जिसकी वजह से डेंगू, चिकनगुनिया बीमारियों के फैलने की संभावना होती है. डेंगू बीमारी 'एडीज मच्छर'- मच्छर से होती है. एडीज मच्छर की उत्पत्ति की रोकथाम ही डेंगू के बचाव का उपाय है'. डेंगू एक वायरल बुखार है जो मुख्यतः संक्रमित एडीज एजिप्टी व एडीज एल्बोपिक्टस मच्छर के काटने से स्वस्थ मनुष्य में फैलता है. यह मच्छर रूके हुए साफ पानी में पैदा होता है. 'इसे घरेलू मच्छर' कहते हैं, क्योंकि ये मच्छर आमतौर पर घर के अंदर व आसपास ही ठहरे पानी में पनपते हैं. घरों के अंदर नम अंधेरे वाले स्थानों, शयन कक्षों, स्नानघरों और रसोई में आराम करते हैं. इनके आराम की पसंदीदा सतहें दीवारें, फर्नीचर और कपड़े, तौलिए, पर्दे और मच्छरदानी वायर, रस्सी, छातों आदि जैसे लटकने वाली वस्तुओं पर छिपकर आराम करते हैं.

DENGUE CASE INCREASES IN MONSOON
डेंगू से सावधानी में ही सुरक्षा (Getty Image)

कहां-कहां हो सकता है डेंगू फलाने वाले मच्छर

डेंगू फैलाने वाला यह मच्छर घर के अंदर और आसपास साफ ठहरे पानी वाले स्थलों में पनपता है. जैसे कूलर में जमा पानी, सीमेंट के टंकियों, प्लास्टिक व धातु के ड्रमों के पानी, छत पर रखी खुली टंकियों, पक्षियों के जल पात्र, घर एवं आसपास टूटे-फूटे बर्तनों में ठहरा पानी, मनीप्लांट पात्र, फूलदान, टायर में ठहरा पानी ऐसे मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए खुले जल के कंटेनरों को तीन दिन में ही रगड़कर साफ कर उपयोग के लिये पानी भरना चाहिये. जिससे के अंडे से लार्वा न बन सके. घर व आसपास पानी से भरे सीमेंट के टंकी को ढंक कर रखें.

मच्छरों के प्रजनन स्थल जिनका पानी खाली करना संभव नहीं है. उनमें प्रति 100 लीटर पानी में 30 एम.एल. पेट्रोल, मिट्टी का तेल, मीठा तेल डालना चाहिये. ऐसा करने से मच्छरों का पनपना रूक जाता है. घर के आसपास 100 मी. के अर्ध्द व्यास में जंगली घास व झाड़ियां आदि न उगने दें. ये मच्छरों के लिये छिपने व आराम करने के स्थल होते हैं. अपने घर में और उसके आस-पास पानी जमा न होने दें, गड्ढों को मिट्टी से भर दें. रुकी हुई नालियों को साफ कर दें. पानी से भरे रहने वाले स्थानों में प्रति सप्ताह टेमोफॉस या मिट्टी का तेल या जला हुआ, इंजन ऑईल डालें व हेण्डपम्प के आसपास पानी इकट्ठा नहीं होने दें.

मच्छर के काटने से बचाव के उपाय

सीएमएचओ डॉक्टर एनके शास्त्री ने बताया कि सोते समय हमेशा मच्छरदानी लगाकर मच्छरदानी के अंदर सोना चाहिए. पूरी आस्तीन के या पूरे शरीर ढंकने वाले कपड़े पहनना चाहिए. शाम के समय दरवाजे, खिड़कियों को बंद करके रखना चाहिए. घर के अंदर मच्छर रिपिलेंट मॉसक्विटो कॉइल, नीम पत्तियों का धुआं करना चाहिए.

यहां पढ़ें...

भारत के सबसे स्वच्छ शहर में फैला डेंगू, 8 लोग बीमार, 15 मकानों में मिला लार्वा

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क्या है डेंगू बुखार कितना हो सकता है खतरनाक

डेंगू बुखार डेन नामक वायरस से होता है और यह एडीज मच्छर के काटने से फैलता है. संक्रमित एडीज मच्छर के काटने के 4 से 6 दिन के बाद डेंगू के लक्षण दिखाई देते हैं. डेंगू के सामान्य लक्षण सिर में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, तेज बुखार, शरीर में चकत्ते या रेशेस, भूख में कमी आदि है. गंभीर लक्षण नाक मसूड़े से खून निकलना, उल्टी व मल के साथ खून आना, पेट में तेज दर्द होना, पेशाब कम होना एवं प्लेटलेट्स की संख्या 40 हजार से कम होना है. जिला चिकित्सालय और सरकारी अस्पतालों में डेंगू की जांच फ्री में की जाती है. डेंगू का कोई विशिष्ट एंटी वायरल उपचार व टीका उपलब्ध नहीं है. चिकित्सक की सलाह से ही बुखार कम करने के लिये पैरासिटामॉल का सेवन करना चाहिये, व एसपिरिन अथवा दर्द निवारक गोली का सेवन नहीं करना चाहिये.

Measures To Prevent Dengue: बरसात का सीजन आते ही डेंगू का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है, क्योंकि डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है. इन दिनों में आमतौर पर कई जगह पानी भरा होता है. जो बीमारी के कारण हो सकते हैं. जरा सी सावधानी और सतर्कता इन बीमारियों से बचा सकती है.

जरा सी सावधानी डेंगू से करेगी बचाओ, क्या करें उपाय

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एनके शास्त्री ने बताया कि बारिश के मौसम में जगह-जगह बारिश का पानी जमा होने की वजह से मच्छर पनपते हैं. जिसकी वजह से डेंगू, चिकनगुनिया बीमारियों के फैलने की संभावना होती है. डेंगू बीमारी 'एडीज मच्छर'- मच्छर से होती है. एडीज मच्छर की उत्पत्ति की रोकथाम ही डेंगू के बचाव का उपाय है'. डेंगू एक वायरल बुखार है जो मुख्यतः संक्रमित एडीज एजिप्टी व एडीज एल्बोपिक्टस मच्छर के काटने से स्वस्थ मनुष्य में फैलता है. यह मच्छर रूके हुए साफ पानी में पैदा होता है. 'इसे घरेलू मच्छर' कहते हैं, क्योंकि ये मच्छर आमतौर पर घर के अंदर व आसपास ही ठहरे पानी में पनपते हैं. घरों के अंदर नम अंधेरे वाले स्थानों, शयन कक्षों, स्नानघरों और रसोई में आराम करते हैं. इनके आराम की पसंदीदा सतहें दीवारें, फर्नीचर और कपड़े, तौलिए, पर्दे और मच्छरदानी वायर, रस्सी, छातों आदि जैसे लटकने वाली वस्तुओं पर छिपकर आराम करते हैं.

DENGUE CASE INCREASES IN MONSOON
डेंगू से सावधानी में ही सुरक्षा (Getty Image)

कहां-कहां हो सकता है डेंगू फलाने वाले मच्छर

डेंगू फैलाने वाला यह मच्छर घर के अंदर और आसपास साफ ठहरे पानी वाले स्थलों में पनपता है. जैसे कूलर में जमा पानी, सीमेंट के टंकियों, प्लास्टिक व धातु के ड्रमों के पानी, छत पर रखी खुली टंकियों, पक्षियों के जल पात्र, घर एवं आसपास टूटे-फूटे बर्तनों में ठहरा पानी, मनीप्लांट पात्र, फूलदान, टायर में ठहरा पानी ऐसे मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए खुले जल के कंटेनरों को तीन दिन में ही रगड़कर साफ कर उपयोग के लिये पानी भरना चाहिये. जिससे के अंडे से लार्वा न बन सके. घर व आसपास पानी से भरे सीमेंट के टंकी को ढंक कर रखें.

मच्छरों के प्रजनन स्थल जिनका पानी खाली करना संभव नहीं है. उनमें प्रति 100 लीटर पानी में 30 एम.एल. पेट्रोल, मिट्टी का तेल, मीठा तेल डालना चाहिये. ऐसा करने से मच्छरों का पनपना रूक जाता है. घर के आसपास 100 मी. के अर्ध्द व्यास में जंगली घास व झाड़ियां आदि न उगने दें. ये मच्छरों के लिये छिपने व आराम करने के स्थल होते हैं. अपने घर में और उसके आस-पास पानी जमा न होने दें, गड्ढों को मिट्टी से भर दें. रुकी हुई नालियों को साफ कर दें. पानी से भरे रहने वाले स्थानों में प्रति सप्ताह टेमोफॉस या मिट्टी का तेल या जला हुआ, इंजन ऑईल डालें व हेण्डपम्प के आसपास पानी इकट्ठा नहीं होने दें.

मच्छर के काटने से बचाव के उपाय

सीएमएचओ डॉक्टर एनके शास्त्री ने बताया कि सोते समय हमेशा मच्छरदानी लगाकर मच्छरदानी के अंदर सोना चाहिए. पूरी आस्तीन के या पूरे शरीर ढंकने वाले कपड़े पहनना चाहिए. शाम के समय दरवाजे, खिड़कियों को बंद करके रखना चाहिए. घर के अंदर मच्छर रिपिलेंट मॉसक्विटो कॉइल, नीम पत्तियों का धुआं करना चाहिए.

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क्या है डेंगू बुखार कितना हो सकता है खतरनाक

डेंगू बुखार डेन नामक वायरस से होता है और यह एडीज मच्छर के काटने से फैलता है. संक्रमित एडीज मच्छर के काटने के 4 से 6 दिन के बाद डेंगू के लक्षण दिखाई देते हैं. डेंगू के सामान्य लक्षण सिर में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, तेज बुखार, शरीर में चकत्ते या रेशेस, भूख में कमी आदि है. गंभीर लक्षण नाक मसूड़े से खून निकलना, उल्टी व मल के साथ खून आना, पेट में तेज दर्द होना, पेशाब कम होना एवं प्लेटलेट्स की संख्या 40 हजार से कम होना है. जिला चिकित्सालय और सरकारी अस्पतालों में डेंगू की जांच फ्री में की जाती है. डेंगू का कोई विशिष्ट एंटी वायरल उपचार व टीका उपलब्ध नहीं है. चिकित्सक की सलाह से ही बुखार कम करने के लिये पैरासिटामॉल का सेवन करना चाहिये, व एसपिरिन अथवा दर्द निवारक गोली का सेवन नहीं करना चाहिये.

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