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रोजाना कितनी बार नहाना चाहिए, जानें नहाने के लिए कौन सा पानी है ज्यादा बेहतर ठंडा या गर्म - Which Water Is Healthier For Bath

Which Water Is Healthier For Bath: इस खबर के माध्यम से जानिए कि रोज कितनी बार नहाना सेहत के लिए फायदेमंद हैं. इसके साथ ही जानें कि नहाने के लिए ठंडे या गर्म कौन से पानी का उपयोग करना चाहिए...

Which Water Is Healthier For Bath
जानें नहाने के लिए कौन सा पानी है ज्यादा बेहतर ठंडा या गर्म (CANVA)
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By ETV Bharat Health Team

Published : Aug 19, 2024, 5:34 PM IST

हैदराबाद: शरीर को स्वस्थ और ताजा रखने के लिए नहाना जरूरी माना जाता है. नहाने से ना केवल दिमाग रिलैक्स होता है, बल्कि इससे शरीर की थकान भी दूर होती है. ऐसे में कुछ लोग सुबह नहाते हैं और कुछ रात को नहाकर सोना पसंद करते हैं. ज्यादातर लोग दिन में एक बार नहाना ठीक समझते हैं. हालांकि, कुछ लोग दिन 2-3 बार भी नहाते हैं, खासकर गर्मी के मौसम में, लेकिन क्या आपको पता है हेल्थी रहने के किस तरह के पानी से और कितनी बार नहाना चाहिए. यदि नहीं जानते तो इस खबर के माध्यम से जान लें.

क्या कहना है एक्सपर्ट्स का?
एक्सपर्ट का कहना है कि किसी भी व्यक्ति को एक बार से ज्यादा नहीं नहाना चाहिए, क्योंकि हमारी बॉडी में कुछ नेचुरल ऑयल होते हैं जो स्किन को स्मूद और सॉफ्ट रखते हैं. ऐसे में अगर दिन में एक से ज्यादा बार नहाया जाए तो बॉडी से ये नेचुरल ऑयल बाहर निकल जाते हैं और त्वचा रूखी हो जाती है. इस बीच, एक्सपर्ट का यह भी कहना है कि सर्दी के मौसम में ज्यादा गर्म पानी और गरमी के मौसम में ठंडा पानी से नहीं नहाना चाहिए...

दरअसल, ठंड का मौसम शुरू होते ही लोगों में कई तरह की बीमारियां देखने को मिलती है. जिसमें सर्दी, खांसी, जुकाम आम है. इसके अलावा भी स्किन (Skin)की कई समस्याएं इन दिनों देखने को मिलती है. जिसमें स्किन का ड्राई (Dry skin) होना, सिरोसिस, डर्मेटाइटिस, सफेद दाग, लाल चकत्ते और कई सारी बीमारियां शामिल है.

"मेकाहारा के स्किन डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. मृत्युंजय सिंह और कई एक्स्पर्ट के मुताबिक, सर्दियों में गर्म पानी से नहाने पर स्किन सेंसिटिव हो जाती है. इसलिए ज्यादा गर्म पानी से नहाने से बचना चाहिए. वहीं, गर्मियों में भी ज्यादा ठंडे पानी से नहीं नहाना चाहिए. इससे आपकी सेहत को नुकसान हो सकता है. इसलिए हल्के गुनगुने पानी या रूम टेंपरेचर पर रखे पानी से नहाना चाहिए."

नहाने के लिए गर्म या ठंडा पानी ज्यादा फायदेमंद?
गुनगुने पानी से नहाने पर बॉडी के टेंपरेचर पर ज्यादा असर नहीं पड़ता. साथ ही इससेशरीर का ब्लड सर्कुलेशन भी बढ़ जाता है और सर्दी खांसी जैसी बीमारियों भी नहीं होती. जिन लोगों को मांसपेशियों में बहुत ज्यादा अकड़न या तनाव का अनुभव होता है, उनके लिए गर्म पानी से नहाना बहुत बढ़िया होता है. क्योंकि यह तंग मांसपेशियों को आराम पहुंचाता है. जिससे बेचैनी कम होती है.

गर्म पानी से नहाने से किसी को भी फायदा हो सकता है. गर्म पानी से नहाने से निकलने वाली भाप न केवल आपके चेहरे के छिद्रों में मौजूद तेल और गंदगी को ढीला करने और साफ करने में मदद करती है, बल्कि यह नाक के मार्ग को आराम देने और नाक की भीड़ से राहत दिलाने में भी मदद करती है. गर्म पानी से नहाने से तनाव और चिंता को कम करने में भी मदद मिल सकती है. क्योंकि गर्मी मस्तिष्क में ऑक्सीटोसिन नामक हार्मोन के स्राव को उत्तेजित कर सकती है, जिसे तनाव-विरोधी प्रभावों या आराम से संबंधित माना जाता है.

गर्म पानी से नहाने के कुछ नुकसान यह हैं कि गर्मी त्वचा और बालों को शुष्क कर सकती है, जिसका न केवल कॉस्मेटिक प्रभाव पड़ता है, बल्कि यह व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली को भी प्रभावित कर सकता है. क्योंकि त्वचा शरीर की रक्षा की पहली पंक्ति है.

दूसरी ओर, ठंडे पानी से नहाने के अपने फायदे हैं. ठंडे पानी से नहाने का प्रभाव बर्फ के स्नान जैसा ही हो सकता है और यह गहन कसरत के बाद मांसपेशियों की मरम्मत में तेजी लाने में मदद करता है. ठंडे पानी से नहाने से रक्त संचार भी बेहतर होता है क्योंकि ठंडे पानी के अचानक फटने से रक्त अंगों की ओर वापस चला जाता है, जिससे आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं.

ठंडे पानी का यह अचानक ब्रस्टिंग डिप्रेशन को कम करने में भी बहुत अच्छा है, क्योंकि यह हमारे मस्तिष्क से अचानक आवेगों को मुक्त करता है. गर्म पानी सेनहाने के विपरीत, ठंडे पानी से नहाने से बाल और त्वचा स्वस्थ रहती है क्योंकि यह रूखापन नहीं करता.

ठंडे पानी से नहाने का नुकसान यह है कि अगर आपका शरीर पर्याप्त गर्म नहीं है तो ठंडा पानी आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए अच्छा नहीं है. कंट्रास्ट शावर नामक एक तकनीक है जो गर्म और ठंडे दोनों तरह के शावर के लाभों को जोड़ती है. कंट्रास्ट शावर आपके दिन का ज्यादा समय नहीं लेते हैं और यह आपके शॉवर रूटीन से अधिक फायदे उठाने में आपकी मदद कर सकते हैं.

ऐसा करने के लिए, कुछ लोग ठंडे और गर्म शावर के बीच स्विच करने के 3-4 चक्र रखने का सुझाव देते हैं. गर्म शावर ठंडे शावर से तीन गुना लंबा होगा, जिसमें शावर ठंडे चक्र पर खत्म होगा. आप किस तरह का शावर लेंगे? अंत में, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस तरह के फ़ायदे चाहते हैं।रेचर पर ज्यादा असर नहीं पड़ता. साथ ही इससेशरीर का ब्लड सर्कुलेशन भी बढ़ जाता है और सर्दी खांसी जैसी बीमारियों भी नहीं होती.

ये भी पढ़ें-

(डिस्कलेमर: इस वेबसाइट पर दी गई सभी स्वास्थ्य जानकारी, चिकित्सा युक्तियां और सुझाव सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.)

हैदराबाद: शरीर को स्वस्थ और ताजा रखने के लिए नहाना जरूरी माना जाता है. नहाने से ना केवल दिमाग रिलैक्स होता है, बल्कि इससे शरीर की थकान भी दूर होती है. ऐसे में कुछ लोग सुबह नहाते हैं और कुछ रात को नहाकर सोना पसंद करते हैं. ज्यादातर लोग दिन में एक बार नहाना ठीक समझते हैं. हालांकि, कुछ लोग दिन 2-3 बार भी नहाते हैं, खासकर गर्मी के मौसम में, लेकिन क्या आपको पता है हेल्थी रहने के किस तरह के पानी से और कितनी बार नहाना चाहिए. यदि नहीं जानते तो इस खबर के माध्यम से जान लें.

क्या कहना है एक्सपर्ट्स का?
एक्सपर्ट का कहना है कि किसी भी व्यक्ति को एक बार से ज्यादा नहीं नहाना चाहिए, क्योंकि हमारी बॉडी में कुछ नेचुरल ऑयल होते हैं जो स्किन को स्मूद और सॉफ्ट रखते हैं. ऐसे में अगर दिन में एक से ज्यादा बार नहाया जाए तो बॉडी से ये नेचुरल ऑयल बाहर निकल जाते हैं और त्वचा रूखी हो जाती है. इस बीच, एक्सपर्ट का यह भी कहना है कि सर्दी के मौसम में ज्यादा गर्म पानी और गरमी के मौसम में ठंडा पानी से नहीं नहाना चाहिए...

दरअसल, ठंड का मौसम शुरू होते ही लोगों में कई तरह की बीमारियां देखने को मिलती है. जिसमें सर्दी, खांसी, जुकाम आम है. इसके अलावा भी स्किन (Skin)की कई समस्याएं इन दिनों देखने को मिलती है. जिसमें स्किन का ड्राई (Dry skin) होना, सिरोसिस, डर्मेटाइटिस, सफेद दाग, लाल चकत्ते और कई सारी बीमारियां शामिल है.

"मेकाहारा के स्किन डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. मृत्युंजय सिंह और कई एक्स्पर्ट के मुताबिक, सर्दियों में गर्म पानी से नहाने पर स्किन सेंसिटिव हो जाती है. इसलिए ज्यादा गर्म पानी से नहाने से बचना चाहिए. वहीं, गर्मियों में भी ज्यादा ठंडे पानी से नहीं नहाना चाहिए. इससे आपकी सेहत को नुकसान हो सकता है. इसलिए हल्के गुनगुने पानी या रूम टेंपरेचर पर रखे पानी से नहाना चाहिए."

नहाने के लिए गर्म या ठंडा पानी ज्यादा फायदेमंद?
गुनगुने पानी से नहाने पर बॉडी के टेंपरेचर पर ज्यादा असर नहीं पड़ता. साथ ही इससेशरीर का ब्लड सर्कुलेशन भी बढ़ जाता है और सर्दी खांसी जैसी बीमारियों भी नहीं होती. जिन लोगों को मांसपेशियों में बहुत ज्यादा अकड़न या तनाव का अनुभव होता है, उनके लिए गर्म पानी से नहाना बहुत बढ़िया होता है. क्योंकि यह तंग मांसपेशियों को आराम पहुंचाता है. जिससे बेचैनी कम होती है.

गर्म पानी से नहाने से किसी को भी फायदा हो सकता है. गर्म पानी से नहाने से निकलने वाली भाप न केवल आपके चेहरे के छिद्रों में मौजूद तेल और गंदगी को ढीला करने और साफ करने में मदद करती है, बल्कि यह नाक के मार्ग को आराम देने और नाक की भीड़ से राहत दिलाने में भी मदद करती है. गर्म पानी से नहाने से तनाव और चिंता को कम करने में भी मदद मिल सकती है. क्योंकि गर्मी मस्तिष्क में ऑक्सीटोसिन नामक हार्मोन के स्राव को उत्तेजित कर सकती है, जिसे तनाव-विरोधी प्रभावों या आराम से संबंधित माना जाता है.

गर्म पानी से नहाने के कुछ नुकसान यह हैं कि गर्मी त्वचा और बालों को शुष्क कर सकती है, जिसका न केवल कॉस्मेटिक प्रभाव पड़ता है, बल्कि यह व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली को भी प्रभावित कर सकता है. क्योंकि त्वचा शरीर की रक्षा की पहली पंक्ति है.

दूसरी ओर, ठंडे पानी से नहाने के अपने फायदे हैं. ठंडे पानी से नहाने का प्रभाव बर्फ के स्नान जैसा ही हो सकता है और यह गहन कसरत के बाद मांसपेशियों की मरम्मत में तेजी लाने में मदद करता है. ठंडे पानी से नहाने से रक्त संचार भी बेहतर होता है क्योंकि ठंडे पानी के अचानक फटने से रक्त अंगों की ओर वापस चला जाता है, जिससे आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं.

ठंडे पानी का यह अचानक ब्रस्टिंग डिप्रेशन को कम करने में भी बहुत अच्छा है, क्योंकि यह हमारे मस्तिष्क से अचानक आवेगों को मुक्त करता है. गर्म पानी सेनहाने के विपरीत, ठंडे पानी से नहाने से बाल और त्वचा स्वस्थ रहती है क्योंकि यह रूखापन नहीं करता.

ठंडे पानी से नहाने का नुकसान यह है कि अगर आपका शरीर पर्याप्त गर्म नहीं है तो ठंडा पानी आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए अच्छा नहीं है. कंट्रास्ट शावर नामक एक तकनीक है जो गर्म और ठंडे दोनों तरह के शावर के लाभों को जोड़ती है. कंट्रास्ट शावर आपके दिन का ज्यादा समय नहीं लेते हैं और यह आपके शॉवर रूटीन से अधिक फायदे उठाने में आपकी मदद कर सकते हैं.

ऐसा करने के लिए, कुछ लोग ठंडे और गर्म शावर के बीच स्विच करने के 3-4 चक्र रखने का सुझाव देते हैं. गर्म शावर ठंडे शावर से तीन गुना लंबा होगा, जिसमें शावर ठंडे चक्र पर खत्म होगा. आप किस तरह का शावर लेंगे? अंत में, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस तरह के फ़ायदे चाहते हैं।रेचर पर ज्यादा असर नहीं पड़ता. साथ ही इससेशरीर का ब्लड सर्कुलेशन भी बढ़ जाता है और सर्दी खांसी जैसी बीमारियों भी नहीं होती.

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(डिस्कलेमर: इस वेबसाइट पर दी गई सभी स्वास्थ्य जानकारी, चिकित्सा युक्तियां और सुझाव सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.)

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