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गर्मी बढ़ने से मरीजों की संख्या में हो रहा इजाफा, घर से बाहर निकलने से पहले बरते सावधानी, इतनी देर पर पीएं पानी - Utility News

Summer Care: गर्मी के मौसम में खुद का ख्याल कैसे रखें इसके बारे में IGIMS के अधीक्षक डॉक्टर मनीष मंडल खास जानकारी दी. बढ़ती गर्मी के कारण लोग बीमार पड़ने लगे हैं. ऐसे में सावधानी बरतना जरूरी है. पढ़ें पूरी खबर.

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Apr 4, 2024, 6:03 AM IST

IGIMS के अधीक्षक डॉक्टर मनीष मंडल

पटनाः अप्रैल के महीने में ही गर्म पछुआ हवा लोगों को झकझोरने लगी है. गर्मी के कारण लोगों में डिहाइड्रेशन, पेट दर्द, बुखार इत्यादि के मामले काफी बढ़ गए हैं. IGIMS में प्रतिदिन 6000 से ऊपर मरीज ओपीडी में पहुंच रहे हैं. इसमें काफी संख्या में गर्मी के कारण बीमार पड़ने वाले और पूर्व से बीमार मरीज पहुंच रहे हैं. पूर्व से बीमार मरीज की हालत गर्मी के कारण गंभीर हो रही है.

न्यूनतम तापमान में अंतरः IGIMS के अधीक्षक डॉक्टर मनीष मंडल ने बताया कि यह सही बात है कि अभी के समय अचानक से मौसम बहुत गर्म हो गया है. दिन में चिलचिलाती धूप निकल रही है. शाम में मौसम थोड़ा सुहाना रह रहा है. अधिकतम और न्यूनतम तापमान में काफी अंतर है. इसके कारण इस टेंपरेचर को एडजस्ट करने में शरीर को समय लग रहा है. जो सावधानी नहीं बरत रहे हैं वे बीमार पड़ जा रहे हैं. इस मौसम में जरूरी है कि एसी कमरे से अचानक बाहर धूप में नहीं जाएं.

डिहाइड्रेशन की समस्याः डॉ मनीष मंडल ने बताया कि अभी होली की छुट्टी का समय खत्म हुआ है. यही कारण है कि अस्पतालों में भीड़ है. जिस प्रकार गर्मी पड़ रही है इस वजह से भी मरीज की संख्या में इजाफा हुआ है. लोग पानी कम पी रहे हैं जिससे डिहाइड्रेशन हो रहा है. धूप में अत्यधिक पसीना बहाने के कारण शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की कमी के कारण बीमार पड़ जा रहे हैं.

"यह मौसम बेहद सावधान रहने वाला मौसम है. क्योंकि चाहे सर्द हो या गर्मी का मौसम दोनों की जब शुरुआत हो रही होती है. उसी वक्त लोग अधिक बीमार पड़ते हैं. अभी के समय मम्प्स के भी कुछ मामले आए हैं लेकिन वैसे चिंताजनक नहीं है." -डॉ मनीष मंडल, अधीक्षक, IGIMS

बाहर निकलने में सावधानी बरतेंः डॉ मनीष मंडल ने बताया कि अभी के समय कार में जब चले तो एसी अधिक ठंडा करके नहीं चले. कार से उतरने से पहले एसी को बंद कर दे ताकि बॉडी एडजस्ट कर जाए. इसके अलावा दोपहर में यदि सड़क पर चलते हैं तो चेहरे पर मास्क का प्रयोग करें ताकि नाक सूखे नहीं. नाक से खून नहीं निकले. इसके अलावा छाते अथवा तौलिया से खुद को ढक कर चले.

हल्का कपड़ा पहनेंः हल्के रंग के ढीले ढाले सूती कपड़े पहने और इस मौसम में टाइट फिटिंग कपड़े नहीं पहने. शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की कमी को दूर करने के लिए नींबू चीनी पानी का सेवन करें अथवा ओआरएस का घोल पिए. डायबिटिक लोग नींबू पानी अथवा नारियल पानी पिएं.

सुबह शाम अच्छे से स्नान करेंः इस मौसम में स्किन डिजीज के मामले बढ़ जाते हैं. कारण है कि पसीना होना. सुबह शाम अच्छे से स्नान करें और शरीर को अच्छे से मले ताकि पसीने के जर्म्स और बैक्टीरिया धूल जाए. कांख और कोहिनी घुटना के पास टेलकम पाउडर का इस्तेमाल करें.

आधे घंटे पर दो घूंट पानी पिएंः तेल मसाले वाले भोजन से परहेज करें और सदा और ताजा भोजन ही सेवन करें. प्रचुर मात्रा में पानी पिए और घर से बाहर निकले तो अपने साथ पानी का बोतल जरूर रखें और हर आधे घंटे पर दो घूंट पानी पिएं.

यह भी पढ़ेंः सुबह उठने के फायदे जानकर हो जाएंगे हैरान, समझने की शक्ति विकसित करनी है तो रात में इतने बजे सो जाएं - Utility News

IGIMS के अधीक्षक डॉक्टर मनीष मंडल

पटनाः अप्रैल के महीने में ही गर्म पछुआ हवा लोगों को झकझोरने लगी है. गर्मी के कारण लोगों में डिहाइड्रेशन, पेट दर्द, बुखार इत्यादि के मामले काफी बढ़ गए हैं. IGIMS में प्रतिदिन 6000 से ऊपर मरीज ओपीडी में पहुंच रहे हैं. इसमें काफी संख्या में गर्मी के कारण बीमार पड़ने वाले और पूर्व से बीमार मरीज पहुंच रहे हैं. पूर्व से बीमार मरीज की हालत गर्मी के कारण गंभीर हो रही है.

न्यूनतम तापमान में अंतरः IGIMS के अधीक्षक डॉक्टर मनीष मंडल ने बताया कि यह सही बात है कि अभी के समय अचानक से मौसम बहुत गर्म हो गया है. दिन में चिलचिलाती धूप निकल रही है. शाम में मौसम थोड़ा सुहाना रह रहा है. अधिकतम और न्यूनतम तापमान में काफी अंतर है. इसके कारण इस टेंपरेचर को एडजस्ट करने में शरीर को समय लग रहा है. जो सावधानी नहीं बरत रहे हैं वे बीमार पड़ जा रहे हैं. इस मौसम में जरूरी है कि एसी कमरे से अचानक बाहर धूप में नहीं जाएं.

डिहाइड्रेशन की समस्याः डॉ मनीष मंडल ने बताया कि अभी होली की छुट्टी का समय खत्म हुआ है. यही कारण है कि अस्पतालों में भीड़ है. जिस प्रकार गर्मी पड़ रही है इस वजह से भी मरीज की संख्या में इजाफा हुआ है. लोग पानी कम पी रहे हैं जिससे डिहाइड्रेशन हो रहा है. धूप में अत्यधिक पसीना बहाने के कारण शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की कमी के कारण बीमार पड़ जा रहे हैं.

"यह मौसम बेहद सावधान रहने वाला मौसम है. क्योंकि चाहे सर्द हो या गर्मी का मौसम दोनों की जब शुरुआत हो रही होती है. उसी वक्त लोग अधिक बीमार पड़ते हैं. अभी के समय मम्प्स के भी कुछ मामले आए हैं लेकिन वैसे चिंताजनक नहीं है." -डॉ मनीष मंडल, अधीक्षक, IGIMS

बाहर निकलने में सावधानी बरतेंः डॉ मनीष मंडल ने बताया कि अभी के समय कार में जब चले तो एसी अधिक ठंडा करके नहीं चले. कार से उतरने से पहले एसी को बंद कर दे ताकि बॉडी एडजस्ट कर जाए. इसके अलावा दोपहर में यदि सड़क पर चलते हैं तो चेहरे पर मास्क का प्रयोग करें ताकि नाक सूखे नहीं. नाक से खून नहीं निकले. इसके अलावा छाते अथवा तौलिया से खुद को ढक कर चले.

हल्का कपड़ा पहनेंः हल्के रंग के ढीले ढाले सूती कपड़े पहने और इस मौसम में टाइट फिटिंग कपड़े नहीं पहने. शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की कमी को दूर करने के लिए नींबू चीनी पानी का सेवन करें अथवा ओआरएस का घोल पिए. डायबिटिक लोग नींबू पानी अथवा नारियल पानी पिएं.

सुबह शाम अच्छे से स्नान करेंः इस मौसम में स्किन डिजीज के मामले बढ़ जाते हैं. कारण है कि पसीना होना. सुबह शाम अच्छे से स्नान करें और शरीर को अच्छे से मले ताकि पसीने के जर्म्स और बैक्टीरिया धूल जाए. कांख और कोहिनी घुटना के पास टेलकम पाउडर का इस्तेमाल करें.

आधे घंटे पर दो घूंट पानी पिएंः तेल मसाले वाले भोजन से परहेज करें और सदा और ताजा भोजन ही सेवन करें. प्रचुर मात्रा में पानी पिए और घर से बाहर निकले तो अपने साथ पानी का बोतल जरूर रखें और हर आधे घंटे पर दो घूंट पानी पिएं.

यह भी पढ़ेंः सुबह उठने के फायदे जानकर हो जाएंगे हैरान, समझने की शक्ति विकसित करनी है तो रात में इतने बजे सो जाएं - Utility News

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