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डायबिटीज के मरीजों को रोजाना कितनी देर और किस रफ्तार से वॉकिंग करनी चाहिए? जानें एक्सपर्ट की राय - WALKING FOR DIABETES CONTROL

डायबिटीज मरीजों को सप्ताह में पांच दिन, रोजाना कम से कम 30 मिनट पैदल चलने का लक्ष्य रखना चाहिए, जानें ऐसा क्यों और क्या होगा?

How long and at what speed should diabetes patients walk every day?
डायबिटीज के मरीजों को रोजाना कितनी देर और किस रफ्तार से वॉकिंग करनी चाहिए? (GETTY IMAGES)
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By ETV Bharat Health Team

Published : Nov 29, 2024, 3:29 PM IST

लाइफस्टाइल में सही बदलाव करना डायबिटीज को मैनेज करने और अलग-अलग कॉम्प्लिकेशन से बचने के सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है. हर दिन तेज या धीमी गति से चलना टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों में ग्लाइसेमिक कंट्रोल में सुधार करने में मदद कर सकता है. कई अध्ययन हैं जो डायबिटीज मरीजों में ब्लड शुगर लेवल के कंट्रोल करने में फिजिकल एक्सरसाइज के पॉजिटिव इफैक्ट्स की पुष्टि करते हैं. बेहतर रिजल्ट के लिए रेगुलर फिजिकल एक्सरसाइज के साथ बैलेंस डाइट, दवा और ब्लड शुगर लेवल की नियमित निगरानी भी जरूरी है.

वहीं, कई शोधों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि डायबिटीज मरीजों के लिए रोजाना कम से कम 30-45 मिनट चलने बेहद फायदेमंद होता है. इस खबर में जानें कि डायबिटीज मैनेजमेंट के लिए शुगर पेशेंट को कितने कदम चलने चाहिए...

डायबिटीज रोगियों के लिए ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखना महत्वपूर्ण है. रेगुलर फिजिकल एक्सरसाइज, जैसे कि पैदल चलना, एक प्रभावी रणनीति हो सकती है. डायबिटीज मरीजों रोजाना लगभग 10,000 कदम चलने का लक्ष्य रखना चाहिए या दिन में कम से कम 30 मिनट व्यायाम करना चाहिए है. इससे शुगर पेशेंट का डायबिटीज कंट्रोल में रहता है.

यदि किसी को लगातार चलने में कठिनाई होती है, तो ऐसे लोग इसे पूरे दिन में बांट कर सकते हैं, यानी सुबह 10 मिनट, दोपहर में 10 मिनट और शाम को 10 मिनट का लक्ष्य रख सकते हैं, आजकल कदम गिनना आसानी से संभव है क्योंकि हममें से अधिकांश के पास एक फिटनेस ट्रैकर वाला स्मार्टफोन है जो हमें एक दिन में उठाए गए कदमों की संख्या गिनने की अनुमति देता है. हालांकि, बुजुर्गों और गंभीर न्यूरोपैथी वाले रोगियों के अलावा टाइप 1 डीएम को अपने डायबिटीज विशेषज्ञ या एंडोक्रिनोलॉजिस्ट से सलाह के बाद ही एक्सरसाइज करना चाहिए.

शुरुआत में 5 हजार कदम से शुरुआत करें
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि चलना एरोबिक एक्सरसाइज का एक बहुत ही प्रभावी रूप है, यह सभी के लिए विशेष रूप से डायबिटीज मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद होता है. तेज चलने से वजन कंट्रोल रखने और हृदय संबंधी सहनशक्ति बढ़ाने में मदद मिलेगी, जिसके परिणामस्वरूप डायबिटीज का खतरा कम होगा. अमेरिकन कॉलेज ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन और अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के अनुसार, प्रति सप्ताह कम से कम पांच दिन 30 मिनट की सैर टाइप 2 डायबिटीज को मैनेज करने में मदद करेगी. लक्ष्य कम से कम 10,000 कदम होना चाहिए, लेकिन आप हर दिन कम से कम 5000 कदमों से शुरुआत कर सकते हैं.

शोध क्या कहता है?
टाइप 2 डायबिटीज को कंट्रोल करना और नियमित रूप से एक्सरसाइज करना बेहद फायदेमंद होता हैं. टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित किसी भी व्यक्ति के लिए वॉकिंग एक औषधि की तरह काम करता है और भारत में किए गए अध्ययनों से डायबिटीज मैनेजमेंट में फिजिकल एक्सरसाइज के कई लाभ सामने आए हैं. इंडियन जर्नल ऑफ एंडोक्रिनोलॉजी एंड मेटाबॉलिज्म में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि सप्ताह में पांच दिन प्रतिदिन 30 से 45 मिनट तक चलने से ग्लाइसेमिक नियंत्रण में सुधार होता है और टाइप 2 डायबिटीज वाले व्यक्तियों में कॉम्प्लिकेशन के रिस्क को कम करने में मदद मिलती है.

भारतीय मधुमेह रोकथाम कार्यक्रम (IDPP) द्वारा किए गए एक अन्य अध्ययन से पता चला है कि एक संरचित जीवनशैली हस्तक्षेप, जिसमें रेगुलर फिजिकल एक्सरसाइज जैसे चलना शामिल है, भारत में हाई रिस्क वाले व्यक्तियों में डायबिटीज की घटनाओं में 26 फीसदी की कमी आई है. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) एडल्ट्स के लिए प्रति सप्ताह कम से कम 150 मिनट की मध्यम-तीव्रता वाली एरोबिक एक्टिविटी में शामिल होने की सलाह देते हैं. इसमें तेज चलने, साइकिल चलाने, तैराकी या नृत्य जैसी गतिविधियों शामिल है.

(डिस्क्लेमर: इस रिपोर्ट में आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी सामान्य जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान करते हैं. आपको इसके बारे में विस्तार से जानना चाहिए और इस विधि या प्रक्रिया को अपनाने से पहले अपने निजी चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए.)

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लाइफस्टाइल में सही बदलाव करना डायबिटीज को मैनेज करने और अलग-अलग कॉम्प्लिकेशन से बचने के सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है. हर दिन तेज या धीमी गति से चलना टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों में ग्लाइसेमिक कंट्रोल में सुधार करने में मदद कर सकता है. कई अध्ययन हैं जो डायबिटीज मरीजों में ब्लड शुगर लेवल के कंट्रोल करने में फिजिकल एक्सरसाइज के पॉजिटिव इफैक्ट्स की पुष्टि करते हैं. बेहतर रिजल्ट के लिए रेगुलर फिजिकल एक्सरसाइज के साथ बैलेंस डाइट, दवा और ब्लड शुगर लेवल की नियमित निगरानी भी जरूरी है.

वहीं, कई शोधों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि डायबिटीज मरीजों के लिए रोजाना कम से कम 30-45 मिनट चलने बेहद फायदेमंद होता है. इस खबर में जानें कि डायबिटीज मैनेजमेंट के लिए शुगर पेशेंट को कितने कदम चलने चाहिए...

डायबिटीज रोगियों के लिए ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखना महत्वपूर्ण है. रेगुलर फिजिकल एक्सरसाइज, जैसे कि पैदल चलना, एक प्रभावी रणनीति हो सकती है. डायबिटीज मरीजों रोजाना लगभग 10,000 कदम चलने का लक्ष्य रखना चाहिए या दिन में कम से कम 30 मिनट व्यायाम करना चाहिए है. इससे शुगर पेशेंट का डायबिटीज कंट्रोल में रहता है.

यदि किसी को लगातार चलने में कठिनाई होती है, तो ऐसे लोग इसे पूरे दिन में बांट कर सकते हैं, यानी सुबह 10 मिनट, दोपहर में 10 मिनट और शाम को 10 मिनट का लक्ष्य रख सकते हैं, आजकल कदम गिनना आसानी से संभव है क्योंकि हममें से अधिकांश के पास एक फिटनेस ट्रैकर वाला स्मार्टफोन है जो हमें एक दिन में उठाए गए कदमों की संख्या गिनने की अनुमति देता है. हालांकि, बुजुर्गों और गंभीर न्यूरोपैथी वाले रोगियों के अलावा टाइप 1 डीएम को अपने डायबिटीज विशेषज्ञ या एंडोक्रिनोलॉजिस्ट से सलाह के बाद ही एक्सरसाइज करना चाहिए.

शुरुआत में 5 हजार कदम से शुरुआत करें
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि चलना एरोबिक एक्सरसाइज का एक बहुत ही प्रभावी रूप है, यह सभी के लिए विशेष रूप से डायबिटीज मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद होता है. तेज चलने से वजन कंट्रोल रखने और हृदय संबंधी सहनशक्ति बढ़ाने में मदद मिलेगी, जिसके परिणामस्वरूप डायबिटीज का खतरा कम होगा. अमेरिकन कॉलेज ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन और अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के अनुसार, प्रति सप्ताह कम से कम पांच दिन 30 मिनट की सैर टाइप 2 डायबिटीज को मैनेज करने में मदद करेगी. लक्ष्य कम से कम 10,000 कदम होना चाहिए, लेकिन आप हर दिन कम से कम 5000 कदमों से शुरुआत कर सकते हैं.

शोध क्या कहता है?
टाइप 2 डायबिटीज को कंट्रोल करना और नियमित रूप से एक्सरसाइज करना बेहद फायदेमंद होता हैं. टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित किसी भी व्यक्ति के लिए वॉकिंग एक औषधि की तरह काम करता है और भारत में किए गए अध्ययनों से डायबिटीज मैनेजमेंट में फिजिकल एक्सरसाइज के कई लाभ सामने आए हैं. इंडियन जर्नल ऑफ एंडोक्रिनोलॉजी एंड मेटाबॉलिज्म में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि सप्ताह में पांच दिन प्रतिदिन 30 से 45 मिनट तक चलने से ग्लाइसेमिक नियंत्रण में सुधार होता है और टाइप 2 डायबिटीज वाले व्यक्तियों में कॉम्प्लिकेशन के रिस्क को कम करने में मदद मिलती है.

भारतीय मधुमेह रोकथाम कार्यक्रम (IDPP) द्वारा किए गए एक अन्य अध्ययन से पता चला है कि एक संरचित जीवनशैली हस्तक्षेप, जिसमें रेगुलर फिजिकल एक्सरसाइज जैसे चलना शामिल है, भारत में हाई रिस्क वाले व्यक्तियों में डायबिटीज की घटनाओं में 26 फीसदी की कमी आई है. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) एडल्ट्स के लिए प्रति सप्ताह कम से कम 150 मिनट की मध्यम-तीव्रता वाली एरोबिक एक्टिविटी में शामिल होने की सलाह देते हैं. इसमें तेज चलने, साइकिल चलाने, तैराकी या नृत्य जैसी गतिविधियों शामिल है.

(डिस्क्लेमर: इस रिपोर्ट में आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी सामान्य जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान करते हैं. आपको इसके बारे में विस्तार से जानना चाहिए और इस विधि या प्रक्रिया को अपनाने से पहले अपने निजी चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए.)

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