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महिलाओं और पुरुषों के लिए वरदान होते हैं शीशम के पत्ते और मिश्री के दाने, जानिए कैसे - Benefits Of Sheesham Leaves

Benefits Of Sheesham Leaves : शीशम के पेड़ आपने अपने आसपास बहुत देखे होंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके पत्ते सेहत के लिए काफी गुणकारी होते हैं. इसमें औषधीय गुण पाए जाते हैं जो बड़े से बड़े इलाज में फायदेमंद साबित होते हैं. वहीं, अगर इसे मिश्री के साथ खाया जाए तो इसके चमत्कारिक लाभ मिलते हैं. जानें कैसे? पढ़ें पूरी खबर...

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jun 24, 2024, 2:12 PM IST

हैदराबाद: शीशम की लकड़ी को उसकी मजबूती के लिए जाना जानता है. बाजार में इसकी वैल्यू और मांग भी काफी ज्यादा है. आपको पता है कि इसके पत्तों की भी इन दिनों डिमांड ज्यादा बढ़ गई है. क्योंकि इसके पत्तों का सेवन करके आपक कई बीमारियों से निजात पा सकते हैं. इसमें औषधीय गुण भी पाए जाते हैं, जो कई लाइलाज और बड़ी-बड़ी बीमारियों में काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं.

योग गुरु बाबा रामदेव ने भी इस बात की पुष्टि की है कि शीशम के पत्तों में औषधीय गुण पाए जाए हैं. इस खबर के माध्यम से जानेंगे कि शीशम के पत्तों को मिश्री के साथ खाने से किन-किन बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं...

शीशम के पेड़ देश के हर कोने-कोने में मिलते हैं. इस वजह से इसके पत्ते आसानी से कहीं भी मिल जाएंगे.

  • महिलाओं में लिकोरिया एक आम समस्या है. जो पीरियड्स से पहले या बाद में सामान्य तौर पर एक से दो दिन के लिए होता है. लेकिन कभी-कभी यह समस्या काफी गंभीर रूप ले लेती है.लिकोरिया के कारण पीड़ित महिला की योनि से सफेद, पीला, या लाल रंग का चिपचिपा और बदबूदार पदार्थ का रिसाव होने लगता है. जो कभी-कभी कई हफ्तों तक बना रहता है. ऐसे में शीशम के पत्तों के साथ मिश्री का सेवन करने से इस समस्या से आराम मिलता है.
  • शीशम के पत्तों के साथ मिश्री का सेवन करने PCOD जैसे समस्याओं में भी आराम मिलता है. इन्हें साथ में खाने से महिलाओं की सेहत को कई तरह से लाभ मिलते हैं.
  • पीरियड्स के दौरान कई महिलाओं को अकसर हैवी ब्लीडिंग की समस्या उत्पन्न हो जाती. ऐसे में शीशम के पत्तों के साथ मिश्री खाने से हैवी ब्लीडिंग से राहत मिलती है.
  • यदि आपको धातुरोग, स्वप्न दोष की समस्या है तो शीशम के 10-15 पत्तियों को धोकर मिश्री के साथ पीस लें. फिर इसका सेवन करें. यह समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी.
  • ज्यादा गर्मी लगने या फिर हाथों से ज्यादा पसीना आता है. पैर के तलवे में जलन की समस्या है, तो 10-15 पीपल और शीशम के पत्ते को मिश्री के साथ पीसकर इसका शर्बत पिएं. कुछ ही दिनों में लाभ मिल जाएगा.
  • अगर आपको नाक से खून आने की समस्या है तो 10 से 12 पत्तें पीस कर इसका शर्बत पिएं. यह समस्या भी काफी हद तक समाप्त हो जाएगी.
  • शीशम के पत्तों के साथ मिश्री का शर्बत पेट की जलन को भी कम करने में काफी फायदेमंद है. इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है, इसे सुबह और शाम पी सकते हैं.

(डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं है. ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें)

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हैदराबाद: शीशम की लकड़ी को उसकी मजबूती के लिए जाना जानता है. बाजार में इसकी वैल्यू और मांग भी काफी ज्यादा है. आपको पता है कि इसके पत्तों की भी इन दिनों डिमांड ज्यादा बढ़ गई है. क्योंकि इसके पत्तों का सेवन करके आपक कई बीमारियों से निजात पा सकते हैं. इसमें औषधीय गुण भी पाए जाते हैं, जो कई लाइलाज और बड़ी-बड़ी बीमारियों में काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं.

योग गुरु बाबा रामदेव ने भी इस बात की पुष्टि की है कि शीशम के पत्तों में औषधीय गुण पाए जाए हैं. इस खबर के माध्यम से जानेंगे कि शीशम के पत्तों को मिश्री के साथ खाने से किन-किन बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं...

शीशम के पेड़ देश के हर कोने-कोने में मिलते हैं. इस वजह से इसके पत्ते आसानी से कहीं भी मिल जाएंगे.

  • महिलाओं में लिकोरिया एक आम समस्या है. जो पीरियड्स से पहले या बाद में सामान्य तौर पर एक से दो दिन के लिए होता है. लेकिन कभी-कभी यह समस्या काफी गंभीर रूप ले लेती है.लिकोरिया के कारण पीड़ित महिला की योनि से सफेद, पीला, या लाल रंग का चिपचिपा और बदबूदार पदार्थ का रिसाव होने लगता है. जो कभी-कभी कई हफ्तों तक बना रहता है. ऐसे में शीशम के पत्तों के साथ मिश्री का सेवन करने से इस समस्या से आराम मिलता है.
  • शीशम के पत्तों के साथ मिश्री का सेवन करने PCOD जैसे समस्याओं में भी आराम मिलता है. इन्हें साथ में खाने से महिलाओं की सेहत को कई तरह से लाभ मिलते हैं.
  • पीरियड्स के दौरान कई महिलाओं को अकसर हैवी ब्लीडिंग की समस्या उत्पन्न हो जाती. ऐसे में शीशम के पत्तों के साथ मिश्री खाने से हैवी ब्लीडिंग से राहत मिलती है.
  • यदि आपको धातुरोग, स्वप्न दोष की समस्या है तो शीशम के 10-15 पत्तियों को धोकर मिश्री के साथ पीस लें. फिर इसका सेवन करें. यह समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी.
  • ज्यादा गर्मी लगने या फिर हाथों से ज्यादा पसीना आता है. पैर के तलवे में जलन की समस्या है, तो 10-15 पीपल और शीशम के पत्ते को मिश्री के साथ पीसकर इसका शर्बत पिएं. कुछ ही दिनों में लाभ मिल जाएगा.
  • अगर आपको नाक से खून आने की समस्या है तो 10 से 12 पत्तें पीस कर इसका शर्बत पिएं. यह समस्या भी काफी हद तक समाप्त हो जाएगी.
  • शीशम के पत्तों के साथ मिश्री का शर्बत पेट की जलन को भी कम करने में काफी फायदेमंद है. इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है, इसे सुबह और शाम पी सकते हैं.

(डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं है. ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें)

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