हैदराबाद: आयुर्वेद में तांबा या कॉपर को औषधीय धातु माना गया है. तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से शरीर को कई लाभ होते हैं. साथ ही कॉपर के बर्तन का इस्तेमाल पूजा व अन्य धार्मिक आयोजनों में भी होता है. हमारे पूर्वज तांबे या पीतल के बर्तन का ही इस्तेमाल करते थे.
तांबे के बर्तन में रात भर पानी रखने और सुबह उठकर पीने से सेहत के लिए लाभदायक होता है, क्योंकि पानी में तांबे के कुछ अंश घुल जाते हैं. माना जाता है कि तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से शरीर की चर्बी कम होती है और बॉडी डिटॉक्स रहता है. यह पाचन में भी सहायक होता है. तांबा के बर्तन में पानी पीने से खून की सफाई होती है और त्वचा संबंधी समस्याएं भी दूर होती हैं.
विशेषज्ञों का मानना है कि तांबे के बर्तन में पानी पीने से शरीर में खून की कमी भी दूर होती है. कहा जाता है कि तांबे की बोतल में पानी पीने से वायरस फैलने या इन्फेक्शन का खतरा भी कम होती है, क्योंकि तांबा पानी में मौजूद बैक्टीरिया को खत्म कर देता है.
उच्च रक्तचाप कम करने में मददगार
अमेरिकन कैंसर सोसाइटी की रिपोर्ट के मुताबिक, वयस्क व्यक्ति के शरीर में तांबे की कमी से हाइपरटेंशन या उच्च रक्तचाप की दिक्कत हो सकती है. नियमित रूप से तांबे के बर्तन में पानी पीने से हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी. तांबा कोलेस्टेरॉल के स्तर को भी कम करने में मददगार जाना जाता है.
एनीमिया में फायदेमंद
रिपोर्ट के मुताबिक, तांबा एनीमिया से बचाव करता है और कॉपर की बोतल में पानी पीने से एनीमिया की समस्या दूर हो सकती है. तांबा खून में हीमोग्लोबिन बनाने में भी मददगार होता है.
गठिया रोग में मिलेगी राहत
तांबे में में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होता है. तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से गठिया रोग में राहत मिल सकती है. यह हड्डियों को भी मजबूत करता है.
(डिस्कलेमर: इस वेबसाइट पर दी गई सभी स्वास्थ्य जानकारी, चिकित्सा युक्तियां और सुझाव सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.)
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