गोथेनबर्ग : प्लास्टिक प्रदूषण दुनिया भर में एक खतरा है. प्लास्टिक अब इस ग्रह के हर वातावरण में पाया जाता है, गहरे समुद्र से लेकर वायुमंडल और मानव शरीर तक में. पर्यावरण और मनुष्यों को होने वाले नुकसान का उल्लेख करने वाले वैज्ञानिक प्रमाण बढ़ रहे हैं. इसलिए, संयुक्त राष्ट्र ने प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने के लिए कानूनी रूप से बाध्यकारी साधन पर बातचीत करने का संकल्प जताया है.
इस लक्ष्य को प्राप्त करने की रणनीतियों में प्लास्टिक के जीवनकाल-उत्पादन, उपयोग, अपशिष्ट प्रबंधन और उपचार- के दौरान अपनाए जाने वाले प्रावधान शामिल हैं. प्लास्टिक के प्रबंधन के लिए नियम बनाते समय, यह समझना महत्वपूर्ण है कि प्लास्टिक सामग्री और अपशिष्ट प्रवाह जटिल हैं. सभी प्लास्टिक एक जैसे नहीं होते और पुनर्चक्रित प्लास्टिक आवश्यक रूप से ‘वर्जिन प्लास्टिक’ की तुलना में ‘बेहतर’ (कम हानिकारक) नहीं हैं। यदि शुरुआत में ही उनमें हानिकारक रसायन मिले हुए थे, तो पुनर्चक्रण उन्हें कम हानिकारक नहीं बनाता है। कई बार वे अन्य पदार्थों से भी दूषित हो जाते हैं.
हमने ‘वैश्विक दक्षिण’ में 28 छोटे पैमाने की पुनर्चक्रण सुविधाओं से पुनर्नवीनीकृत प्लास्टिक में दूषित पदार्थों की सघनता की पहचान करने और मापने के लिए एक अध्ययन किया. हमारी जांच में अफ्रीका में कैमरून, मॉरीशस, नाइजीरिया, तंजानिया और टोगो के साथ-साथ एशिया, यूरोप और दक्षिण अमेरिका में अन्य सुविधाओं को शामिल किया गया. हमें पुनर्चक्रित प्लास्टिक के टुकड़ों में 191 कीटनाशक, 107 औषधीय और 81 औद्योगिक यौगिक तथा कई अन्य यौगिक मिले. इनमें से कई रसायन खतरनाक हो सकते हैं और प्लास्टिक को पुन: उपयोग के लिए अनुपयुक्त बना सकते हैं.
प्लास्टिक के उत्पादन में इस्तेमाल होने वाले रसायन
वर्तमान में प्लास्टिक सामग्री और उत्पादों के उत्पादन में 13,000 से अधिक रसायनों का उपयोग किया जाता है। उनमें हजारों प्लास्टिक योजक (एडिटिव) शामिल हो सकते हैं और इसके साथ ही ऐसे भी पदार्थ होते हैं जो अनजाने में जोड़े जाते हैं. प्लास्टिक के उत्पादन के दौरान कुछ अवांछित रसायन बनते हैं। इनमें से हजारों रसायनों में खतरनाक गुण होते हैं. स्वास्थ्य पर इनमें से कुछ के खतरों के बारे में पता भी नहीं है.
पिछले अध्ययनों ने पुनर्चक्रित सामग्री में प्लास्टिक ‘एडिटिव’ की उपस्थिति की सूचना दी है। इनमें ऐसे रसायन भी थे जो स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालने के लिए जाने जाते हैं। उदाहरणों में फ़ेथलेट्स (प्लास्टिक सॉफ्टनर), बीपीए जैसे बिस्फेनॉल और प्लास्टिक को सूरज की रोशनी से होने वाले नुकसान और पीलेपन से बचाने के लिए उपयोग किए जाने वाले ‘यूवी-स्टेबलाइजर’ शामिल हैं.
अपने काम में, हमने पुनर्चक्रित प्लास्टिक में रसायनों की उपस्थिति स्थापित की जो मनुष्यों या अन्य जीवों को नुकसान पहुंचा सकती है। इनमें कीटनाशक, फार्मास्यूटिकल्स और सुगंध शामिल हैं। अन्य रसायन हैं जो प्राकृतिक सामग्रियों को जलाने से उत्पन्न होते हैं, औद्योगिक अनुप्रयोगों जैसे पेंट और पराबैंगनी फिल्टर के लिए उपयोग किए जाने वाले मानव निर्मित कार्बनिक रसायन हैं.
नीतियां प्लास्टिक की मूल्य श्रृंखला में रसायनों पर पारदर्शी जानकारी के मुद्दे को पर्याप्त रूप से संबोधित नहीं करती हैं. इसके अलावा, पुनर्चक्रित सामग्रियों में रसायनों की निगरानी को नियंत्रित करने के लिए कोई कानून नहीं हैं.
हमारे निष्कर्ष यांत्रिक पुनर्चक्रण को विनियमित करने के महत्व पर जोर देते हैं, क्योंकि मापे गए कई पदार्थ संदूषक थे और प्लास्टिक योजक नहीं थे.
हमारे द्वारा पहचाने गए कई रसायनों ने उपयोग के दौरान सामग्रियों को दूषित कर दिया होगा. उदाहरण के लिए, कीटनाशकों के भंडारण के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला जग कुछ कीटनाशकों को सोख लेगा और पुनर्चक्रण अपशिष्ट प्रवाह को दूषित कर देगा. पर्यावरण में प्लास्टिक कार्बनिक प्रदूषकों को अवशोषित करने के लिए भी जाना जाता है. पुनर्चक्रित प्लास्टिक की गुणवत्ता का आकलन करने के लिए महत्वपूर्ण है कि उसमें कौन से रसायन किस मात्रा में मौजूद हैं.
प्लास्टिक के सुरक्षित पुन: उपयोग का रास्ता
- अधिक सामग्रियों को सुरक्षित रूप से पुनर्चक्रित करने के लिए, कई बदलाव जरूरी हैं. इनमें शामिल हैं
- रसायनों के उपयोग और उनके जोखिमों के संबंध में पारदर्शिता में वृद्धि
- प्लास्टिक बाजार का रासायनिक सरलीकरण, ताकि कम और कुछ ही जहरीले रसायनों के उपयोग की अनुमति हो
- अलग-अलग अपशिष्ट प्रवाह के साथ बेहतर अपशिष्ट प्रबंधन बुनियादी ढांचा
- खतरनाक रसायनों की निगरानी सहित पुनर्चक्रण के तरीकों में सुधार.
- रासायनिक सरलीकरण प्लास्टिक सामग्री के निस्तारण में संभावित स्वास्थ्य जोखिमों को भी कम कर सकता है.
- यह प्लास्टिक के सतत उत्पादन और उपयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि देश प्रदूषण को समाप्त करने के लिए एक कानूनी साधन की दिशा में काम कर रहे हैं.