नई दिल्ली: दही भारतीय व्यंजनों का एक अहम हिस्सा है. खाने में दही की अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यह लगभग हर दूसरे भारतीय खाने के साथ साइड डिश के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. चाहे पराठा हो या चावल दाल, दही की एक कटोरी जरूर होती है. आमतौर पर दही में चीनी या नमक डालकर खाया जाता है. कुछ लोग मीठे दही में चीनी डालकर खाना पंसद करते हैं तो कुछ दही को नमक के साथ खाना पसंद करते हैं.
आमतौर पर ताजे दही में थोड़ा सा नमक मिलाया जाता है, जिसके साथ कभी-कभी चुटकी भर जीरा पाउडर भी मिलाया जाता है, या कभी-कभी खीरे, गाजर और चुकंदर जैसी ताजी कटी हुई सब्जियां भी दही में डाली जाती हैं. ऐसे में अगर आपको भी दही खाना पसंद है तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि सेहत के दही में चीनी डालकर खाना फायदेमंद होता है या नमक.
कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन से भरपूर होता है दही
दही एक डेयरी प्रोडक्ट है जो हेल्थ के लिए फायदेमंद होता है. यह कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन (विशेष रूप से B12) और प्रोबायोटिक्स से भरपूर होता है. दही को चीनी के मिलाने में पर उसका जायका बढ़ जाता है. मीठा दही उन लोगों को काफी पसंद आता है, जो मीठे के शौकीन होते हैं.
मीठा दही खाने के फायदे और नुकसान
चीनी मिलाने से दही में कैलोरी की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे शरीर को ज्यादा ऊर्जा मिलती है. यह उन लोगों के लिए ज्यादा फायदेमंद हो सकता है, जिनको ज्यादा कैलोरी की जरूरत होती है. गौरतलब है कि चीनी का अत्यधिक सेवन कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है. इनमें मोटापा, दांतों की समस्या और डायबिटीज शामिल हैं.
दही में सोडियम की मात्रा बढ़ाता है नमक
नमक के साथ दही को दुनिया भर के व्यंजनों के साथ खाना पसंद किया जाता है. दही में नमक डालकर इसे खाने की डिश में इस्तेमाल किया जा सकता है या इसे साइड डिश के रूप में खाया जा सकता है. नमक दही में सोडियम की मात्रा बढ़ाता है, जबकि सोडियम शारीरिक कार्यों के लिए आवश्यक है.
हालांकि, इसके अत्यधिक सेवन से हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, खासकर उन व्यक्तियों में जो पहले से ही इस बीमारी से पीड़ित हैं. बता दें कि चाहे दही मीठा हो या नमकीन यह प्रोबायोटिक से भरपूर रहता है, जो आंत की हेल्थ और इम्यूनिटी के अहम है.
मीठा या नमकीन कौन सा दही होता है फायदेमंद?
चीनी और नमक के साथ दही का स्वास्थ्यवर्धक होना काफी हद तक व्यक्तिगत आहार संबंधी प्राथमिकताओं और हेल्थ गोल पर निर्भर करता है. डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति या जो लोग अपना वजन कंट्रोल करने की कोशिश कर रहे हैं, वे बिना चीनी वाला या हल्का मीठा दही खाएं.
चीनी और नमक दोनों का सेवन संयमित मात्रा में किया जाना चाहिए. इनमें से किसी का भी अत्यधिक सेवन स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है. हाई ब्लेड प्रेशर या डायबिटीज जैसी हेल्छ कंडीशन वाले लोगों को यह निर्धारित करने के लिए हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स से परामर्श करना चाहिए कि कौन सा विकल्प उनके लिए बेहतर है.
(डिस्कलेमर: इस वेबसाइट पर दी गई सभी स्वास्थ्य जानकारी, चिकित्सा युक्तियां और सुझाव सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.)