हैदराबादः संबंध बनाने के दौरान योनि में शूल जैसा दर्द होना, जिसे चिकित्सकीय भाषा में डिस्पेर्यूनिया कहा जाता है, महिलाओं में होने वाली एक आम समस्या है, जिसके लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं. वैसे तो डिस्पेर्यूनिया की समस्या महिलाओं व पुरुषों दोनों में हो सकती हैं, लेकिन महिलाओं में उसके मामले ज्यादा नजर आते हैं.
डिस्पेर्यूनिया चाहे किसी भी कारण से हो, समय से उसका इलाज व प्रबंधन बहुत जरूरी हैं, अन्यथा यह समस्या के लिए जिम्मेदार कारण के प्रभाव गंभीर होने के साथ ना सिर्फ पीड़ित के कंजुगल जीवन को प्रभावित कर सकता है, बल्कि उनके पार्टनर के साथ उनके संबंधों को भी प्रभावित कर सकता है.
महिलाओं में डिस्पेर्यूनिया
उत्तराखंड की महिला रोग विशेषज्ञ डॉ विजय लक्ष्मी बताती हैं कि डिस्पेर्यूनिया सेक्सुअली एक्टिव महिलाओं में नजर आने वाली एक आम समस्या है. डिस्पेर्यूनिया में महिलाओं को यौन संबंध के दौरान या उसके बाद योनि में तेज दर्द महसूस होता है. यह दर्द कई बार योनि के सिर्फ बाहरी हिस्सों में ही नहीं बल्कि अंदरूनी हिस्सों जैसे गर्भाशय ग्रीवा, गर्भाशय या पेट के निचले हिस्से में भी महसूस हो सकता है. डिस्पेर्यूनिया महिलाओं में दर्दनाक सेक्स का कारण बन सकता है, जिसका असर ना सिर्फ उनके सेक्स जीवन बल्कि व्यवहार पर भी पड़ सकता है.
महिलाओं में डिस्पेर्यूनिया के कारण
महिलाओं में डिस्पेर्यूनिया कई कारणों से हो सकता है. जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं.
- शरीर में हार्मोनल बदलाव, जैसे मेनोपॉज, प्रसव, और स्तनपान के दौरान एस्ट्रोजन स्तर में कमी कई बार महिलाओं में योनि में सूखेपन की समस्या को बढ़ा सकती हैं. जिसके चलते सेक्स के दौरान महिला को योनि में जलन और दर्द महसूस हो सकता है.
- जननांगों को प्रभावित करने वाले त्वचा विकार, योनि में किसी प्रकार की चोट, सर्जरी या बच्चे के जन्म के तुरंत बाद संभोग करने के कारण भी योनि में दर्द हो सकता है.
- कई बार यूटीआई, बैक्टीरियल वेजिनोसिस, कैंडिडियासिस/यीस्ट इंफेक्शन, एंडोमेट्रियोसिस, योनि या प्रजनन अंगों में सिस्ट या ट्यूमर तथा पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज के चलते योनि में संक्रमण, सूजन व अन्य अवस्थाएं भी महिला में सेक्स के दौरान योनि में दर्द का कारण बन सकते है.
- कुछ दवाएं, जैसे एंटीहिस्टामाइन और एंटीडिप्रेसेंट्स, योनि के प्राकृतिक लुब्रिकेशन को कम कर सकती हैं, जिससे सेक्स के दौरान दर्द हो सकता है.
- कई बार चिंता, मानसिक तनाव या अन्य मानसिक और भावनात्मक समस्याओं व कारणों के चलते भी महिलाओं में संबंध बनाने के दौरान दर्द महसूस होने की समस्या हो सकती है. दरअसल मानसिक व भावनात्मक समस्याएं शरीर की मांसपेशियों में तनाव का कारण बन सकती हैं जिससे सेक्स के दौरान योनि में दर्द हो सकता है.
- यदि किसी महिला का अतीत में कोई दर्दनाक यौन अनुभव रहा हो, जैसे वह किसी प्रकार की घरेलू हिंसा या यौन हिंसा का शिकार रही हो या उसकी साक्षी रही हो तो भी वह सेक्स के पेनिक या असहज महसूस कर सकती है. जो डिस्पेर्यूनिया का कारण बन सकता है.
- संबंध बनाने के दौरान गलत स्थिति या पोजीशन भी योनि में दर्द का कारण बन सकती है.
- फोरप्ले की कमी से योनि पर्याप्त रूप से लुब्रिकेट नहीं हो पाती, जिसके कारण भी सेक्स के दौरान दर्द हो सकता है.
क्या है समाधान
डॉ विजयलक्ष्मी बताती हैं कि बहुत सी महिलायें संबंध बनाने के दौरान दर्दनाक अवस्था में अपने साथी से कुछ नहीं कहती हैं और कुछ समय बाद संबंध बनाने से दूरी बनाने लगती हैं. जिसका असर उनके आपसी रिश्तों पर पड़ता है. वहीं संक्रमण या स्वास्थ्य समस्या के होने की अवस्था में दर्द की अनदेखी कई बार संक्रमण या स्वास्थ्य समस्या को काफी ज्यादा बढ़ा भी सकती है. इसके अलावा यूटीआई, बैक्टीरियल वेजिनोसिस, कैंडिडियासिस/यीस्ट इंफेक्शन, एंडोमेट्रियोसिस आदि संक्रमणों की अवस्था को नजरअंदाज करते हुए सेक्स करने से संक्रमण कई बार पार्टनर को भी प्रभावित कर सकता है.
वह बताती हैं कि संबंध बनाने के दौरान या बाद में योनि के किसी भी हिस्से में तेज दर्द के साथ संक्रमण के लक्षण , पेट के निचले हिस्से में दर्द या योनि से कम या ज्यादा मात्रा में असामान्य स्राव या रक्त स्राव होने आदि को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए बल्कि जल्द से जल्द चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए.
इसके अलावा कुछ अन्य परिस्थितियों में भी कुछ उपाय सेक्स के दौरान होने वाले दर्द को कम कर सकते हैं. जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं.
- मेनोपॉज या अन्य कारणों से हार्मोनल बदलाव के कारण योनि में सूखेपन की समस्या होने पर सेक्स के दौरान कंडोम व लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करें. यह सेक्स के दौरान दर्द को कम कर सकता है.
- सेक्स के दौरान सही पोजीशन का चयन करें तथा फोरप्ले को ज्यादा समय दें, जिससे उचित उत्तेजना और योनि में प्राकृतिक लुब्रिकेशन आ सके और सेक्स के दौरान महिला सहज महसूस कर सके.
- यदि मानसिक तनाव, चिंता या अतीत में हुए किसी दर्दनाक अनुभव के कारण महिला सेक्स संबंधों के दौरान असहजता या पेनिक महसूस करती हो, और उसी के परिणाम स्वरूप उसे सेक्स के दौरान योनी में दर्द महसूस होता हो तो सिर्फ दर्द को कम करने और सेक्स संबंधों को बेहतर बनाने के लिए ही नहीं बल्कि उसके मानसिक स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए भी बहुत जरूरी है कि किसी चिकित्सक, विशेषज्ञ मनोवैज्ञानिक या सेक्स थेरेपिस्ट से परामर्श लिया जाय.
- स्वास्थ्यकर जीवनशैली अपनाएं. स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, और पर्याप्त नींद से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर हो सकता है, जिससे योनि में दर्द के कारणों को कम किया जा सकता है, आदि.