हैदराबाद : आहार व व्यवहार से जुड़ी अच्छी आदतों को अपनी दिनचर्या में शामिल करना या जीवन में अपनाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन उनका जरूरत से ज्यादा या गलत तरीके से पालन करना कभी-कभी हमारी सेहत पर बुरा असर भी डाल सकता है. जानकार मानते हैं आदत या व्यवहार चाहे कोई भी हो लेकिन उसका पालन हमेशा संतुलन के साथ ही करना चाहिए, अन्यथा कई बार अच्छी आदतों के दुष्प्रभाव भी नजर आने लगते हैं.
भोपाल के वरिष्ठ आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ राजेश शर्मा बताते हैं कि कार्य हो, आहार हो या व्यवहार, सभी में संतुलन रखना बेहद जरूरी हैं. वह बताते हैं कि आमतौर पर लोगों को स्वस्थ व सुरक्षित रहने के लिए आहार व व्यवहार से जुड़ी कई अच्छी आदतों को अपनाने की सलाह दी जाती हैं. लेकिन बहुत से लोग कभी जानकारी के अभाव में, कभी ट्रेंड के चलते तो कभी लत लग जाने के कारण उन अच्छी आदतों का अवस्थ तरीके से पालन करने लगते हैं. जो उनके स्वास्थ्य पर कई बार कई प्रकार के दुष्प्रभाव दिखाने लगते हैं.
क्या और कैसे दुष्प्रभाव कर सकते हैं प्रभावित
वह बताते हैं कि हर चीज की अति हानिकारक हो सकती है, इसलिए बहुत जरूरी है कि हमेशा अपने शरीर के संकेतों को समझा जाय तथा उन्ही के अनुरूप व शरीर की जरूरत अनुसार इन अच्छी आदतों को अपने जीवन व व्यवहार में शामिल किया जाय. डॉ राजेश शर्मा बताते हैं कि ऐसी बहुत सी आदतें हैं जिनकी अति सेहत पर भारी पड़ सकती है. जिनमें से कुछ विशेष इस प्रकार हैं.
जरूरत से ज्यादा व्यायाम करना:
व्यायाम करना सेहत के लिए अच्छा होता है, लेकिन जरूरत से ज्यादा व्यायाम करने से मांसपेशियों और जोड़ों पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है.इससे चोटें लगने का खतरा बढ़ जाता है और शरीर में थकावट हो सकती है. लगातार अधिक व्यायाम करने से इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
हद से ज्यादा पानी पीना:
पानी पीना हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी है, लेकिन जरूरत से ज्यादा पानी पीने से हाइपोनेट्रेमिया हो सकता है. इस स्थिति में खून में सोडियम का स्तर बहुत कम हो जाता है, जिससे मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है और यह जानलेवा भी हो सकता है.
बार-बार हाथ धोना:
हाथ धोना संक्रमण से बचने के लिए जरूरी है, लेकिन बार-बार हाथ धोने से त्वचा सूख सकती है और उसमें दरार आ सकती हैं. इसके परिणामस्वरूप त्वचा पर खुजली, जलन और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. जरूरत से ज्यादा सैनिटाइजर का उपयोग भी त्वचा के लिए हानिकारक हो सकता है.
जरूरत से ज्यादा फल खाना:
फल सेहत के लिए अच्छे होते हैं, लेकिन जरूरत से ज्यादा फल खाने से फ्रुक्टोज का अधिक सेवन हो सकता है. इससे वजन बढ़ सकता है और ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का खतरा हो सकता है. इसके अलावा, फलों में फाइबर की मात्रा ज्यादा होने से पाचन संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं.
जरूरत से ज्यादा सोना:
पर्याप्त नींद लेना सेहत के लिए जरूरी है, लेकिन जरूरत से ज्यादा सोना हमारे शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है. ज्यादा सोने से थकान महसूस हो सकती है, मेटाबॉलिज्म धीमा हो सकता है और वजन बढ़ सकता है. इसके अलावा, ज्यादा सोने से मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है.
बार-बार डाइटिंग करना:
वजन कम करने के लिए डाइटिंग करना आम बात है, लेकिन बार-बार डाइटिंग करने से मेटाबॉलिज्म पर बुरा असर पड़ सकता है. इससे शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो सकती है और इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है. इसके अलावा, बार-बार डाइटिंग करने से खाने की आदतें भी बिगड़ सकती हैं.