मुंबई: बॉलीवुड फिल्म मेकर एकता आर कपूर ने हाल ही में मलयालम इंडस्ट्री में चल रहे मी टू मूमेंट पर अपनी बात रखी है. उन्होंने कहा- महिलाएं वर्कप्लेस पर तभी सुरक्षित महसूस करेंगी जब उन्हें समान अवसर मिलेंगे और वे कंपनियों में बड़े पदों पर होंगी. अपने आगामी प्रोडक्शन 'द बकिंघम मर्डर्स' के ट्रेलर लॉन्च इवेंट में एकता ने कहा कि महिलाओं के लिए सुरक्षित वर्कप्लेस बनाने के लिए कई बदलाव और सुधार करने होंगे.
एकता आर कपूर ने दिया हेमा कमेटी की रिपोर्ट पर रिेएक्शन
बहुत सी जगहों पर हमें महिलाओं को टॉप पदों पर रखने की जरुरत है और इसके लिए, महिलाओं को भी पहल करनी होगी. हेमा कमेटी की रिपोर्ट ने हम सबको सोचने पर मजबूर कर दिया है. ऐसी कई रिपोर्ट्स आएंगी हम इसके बारे में और पढ़ेंगे. महिलाएं और उनकी सुरक्षा केवल एक इंडस्ट्री का मुद्दा नहीं है. यह किसी भी महिला के वर्कप्लेस में काम करने का मुद्दा है और हम इसे बहुत गंभीरता से लेते हैं. उन्होंने अपनी फिल्म द बकिंघम मर्डर्स की बात करते हुए कहा- दो महिलाओं के साथ मिलकर अपराध पर फिल्म बनाई इसमें करीना ने एक मजबूत लेडी का किरदार निभाया है यह भी महिला सुरक्षा की तरफ एक बढ़ता कदम है.
महिला सुरक्षा पर क्या बोले हंसल मेहता
फिल्म मेकर हंसल मेहता ने कहा कि यह जिम्मेदारी सबसे ज्यादा पुरुषों की है कि वे कार्यस्थल पर महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल बनाएं. इसकी पहल करने की जिम्मेदारी पुरुषों पर है कि दोनों के बीच समानता और सुरक्षा बनी रहे. मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि हम इस बात को स्वीकार करें और सुरक्षा को अपनी नजर में रखें. 'द बकिंघम मर्डर्स' 13 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है. इसमें रणवीर बरार, ऐश टंडन, असद राजा, प्रभलीन संधू, संजीव मेहरा, अदवोआ अकोतो और जैन हुसैन भी हैं.