मुंबई: बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त ने सोमवार (8 अप्रैल) को पुष्टि की कि उनकी राजनीति में प्रवेश करने की कोई योजना नहीं है. उन्होंने उन खबरों का खंडन किया कि वह आगामी 2024 लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. संजय दत्त ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाला, जिसमें उन अफवाहों का खंडन किया गया, जिसमें दावा किया गया था कि 'मुन्ना भाई' स्टार आगामी लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं.
संजय दत्त ने अफवाहों का खंडन करने के लिए एक्स (पूर्व में ट्विटर) का सहारा लिया. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, 'मैं अपने राजनीति में शामिल होने की सभी अफवाहों पर विराम लगाना चाहता हूं. मैं किसी पार्टी में शामिल नहीं हो रहा हूं और ना ही चुनाव लड़ रहा हूं. अगर मैं राजनीतिक क्षेत्र में कदम रखने का फैसला करता हूं तो मैं इसकी घोषणा करने वाला पहला व्यक्ति होऊंगा. कृपया अभी तक मेरे बारे में खबरों में जो चल रहा है उस पर विश्वास करने से बचें.'
यह पोस्ट उन अटकलों के बीच आया है कि 64 साल के एक्टर हरियाणा के करनाल से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. एक्टर के राजनीतिक अफवाहों का खंडन करने का यह पहला उदाहरण नहीं है. इससे पहले 2019 में, उन्होंने महाराष्ट्र के मंत्री महादेव जानकर की पार्टी में शामिल होने के दावों का खंडन किया था. संजय दत्त ने मुख्य रूप से अपने फिल्मी करियर और निजी जीवन पर ध्यान केंद्रित किया है.
एक्टर की फैमिली बैकग्राउंड को देखते हुए राजनीतिक जुड़ाव उनके लिए कोई नई बात नहीं है. उनके दिवंगत पिता, अनुभवी एक्टर सुनील दत्त, कांग्रेस पार्टी के सांसद थे. उनकी बहन प्रिया दत्त भी एक राजनीतिज्ञ हैं.
संजय दत्त 2009 में लखनऊ लोकसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार भी थे. हालांकि, अदालत ने शस्त्र अधिनियम के तहत उनकी सजा को निलंबित करने से इनकार करने के बाद उन्होंने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली. बाद में, उन्होंने महासचिव के रूप में कार्य किया, लेकिन अंततः इस्तीफा दे दिया और पार्टी से अलग हो गए.