मुंबई: ऑस्कर-नॉमिनेटेड फिल्ममेकर मॉर्गन स्परलॉक डॉक्यूमेंट्री 'सुपर साइज मी' के निर्देशक का कैंसर से निधन हो गया है. उन्होंने 53 उम्र में अंतिम सांस ली. स्परलॉक ने अपनी ब्रेकआउट फिल्म, सुपर साइज मी के लिए 30 दिनों तक मैकडॉनल्ड्स के खाने के अलावा कुछ भी नहीं खाया. जिसका प्रीमियर 20 साल पहले सनडांस फिल्म फेस्टिवल में हुआ था. जिसमें उन्होंने फास्ट फूड के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में बताया.
बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फीचर के लिए मिला नॉमिनेशन
रिपोर्ट्स के मुताबिक फिल्म ने दुनिया भर में 20 मिलियन डॉलर से अधिक की कमाई की, जो एक डॉक्यूमेंट्री के लिए बहुत बड़ी कमाई थी. इसके साथ ही स्परलॉक को नॉनफिक्शन फिल्म में सबसे सफल शख्सियतों में से एक माना जाने लगा. लेकिन 2017 में मीटू मूवमेंट के दौरान उनका करियर पटरी से उतर गया. उन्होंने 2004 में स्थापित प्रोडक्शन कंपनी वॉरियर पोएट्स से इस्तीफा दे दिया. स्परलॉक की फिल्मोग्राफी में मैनसम, द ग्रेटेस्ट मूवी एवर सोल्ड और व्हेयर इन द वर्ल्ड इज ओसामा बिन लादेन शामिल हैं.
सुपर साइज मी को सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री फीचर के लिए ऑस्कर नामांकन मिला. डॉक्यूमेंट्री में, वह पूरे एक महीने तक मैकडॉनल्ड्स में खाना खाने की चुनौती देते हुए फास्ट फूड इंडस्ट्री की जांच करते हैं. स्परलॉक की अन्य डॉक्यूमेंट्री में 'व्हेयर इन द वर्ल्ड ओसामा बिन लादेन' (2008), द ग्रेटेस्ट मूवी एवर सोल्ड (2011), और सीक्वल सुपर साइज मी 2: होली चिकन शामिल हैं.
स्परलॉक के परिवार में उनके दो बेटे लेकन और कलेन, उनके माता-पिता, फीलिस स्पुरलॉक और बेन (आइरिस), भाई क्रेग (कैरोलिन) और बैरी (बफ़ी) हैं.