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हेमा कमेटी की रिपोर्ट के बीच नेशनल अवार्ड विनिंग फिल्म 'आट्टम' के निर्देशक का बयान, बोले- महिलाओं के लिए... - Aattam

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By ETV Bharat Entertainment Team

Published : Aug 28, 2024, 3:42 PM IST

मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में चल रहे बवाल के बीच नेशनल अवॉर्ड विनर मलयालम फिल्म आट्टम के निर्देशक आनंद एकर्षी ने अपनी फिल्म की खास बात शेयर की. उन्होंने बताया कि यौन उत्पीड़न पर बनी उनकी फिल्म किसी एक घटना से प्रेरित नहीं है बल्कि उन्होंने महिलाओं के लिए सुरक्षित फिल्म सेट की भी मांग की.

Attam
आट्टम (Film Poster)

हैदराबाद: फिल्म मेकर आनंद एकर्षी की पहली फिल्म आट्टम ने हाल ही में 70 वें नेशनल अवॉर्ड में तीन अवॉर्ड अपने नाम किए. उनकी फिल्म यौन उत्पीड़न जैसे गंभीर मुद्दे को दर्शाती है. इस समय मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में कई एक्ट्रेसेस अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न के मामलों के खिलाफ आवाज उठा रही हैं. इसी बीच आट्टम फिल्म के निर्देशक आनंद एकर्षी ने फिल्म के बारे में बात करते हुए महिलाओं के लिए सुरक्षित एंनवायरमेंट बनाने के बारे में बात की.

आनंद एकर्षी ने शेयर की फिल्म की खास बात

फिल्म मेकर आनंद एकर्षी की पहली फिल्म आट्टम ने हाल ही में तीन राष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं. उन्होंने फिल्म के बारे में बात करते हुए कहा कि यौन उत्पीड़न पर आधारित उनकी फिल्म किसी एक मामले पर आधारित नहीं है. उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के लिए सुरक्षित फिल्म सेट बनाने के लिए भी आह्वान किया. उनका यह स्टेटमेंट जस्टिस हेमा कमेटी की रिपोर्ट के मद्देनजर आया जिसमें मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में यौन उत्पीड़न के मामलों को उजागर किया गया है.

किसी स्पेशल मामले को लेकर नहीं बनाई फिल्म- आनंद एकर्षी

आनंद एकर्षी ने बताया कि 'आट्टम' की कहानी लिखते समय, मैं किसी खास मामले के बारे में नहीं सोच रहा था. जब मैंने तय किया कि मेरी कहानी में यौन उत्पीड़न एंगल होगा, तो मैं इसी के बारे में बात करना चाहता था. मैं उस वक्त ये नहीं सोच रहा था कि फिल्म इंडस्ट्री में क्या हो रहा है या किसी खास मामले को लेकर मैंने फिल्म नहीं बनाई. उन्होंने आगे कहा, 'जब मैंने स्क्रिप्ट नैरेशन किया, तो मुझे बताया गया कि एक बार फिल्म रिलीज हो जाने के बाद समाज में जो कुछ भी हो रहा है उससे उसे जोड़ा जाता है. भले ही हमारा ऐसा इरादा न हो, एक बार फिल्म बन जाने के बाद दर्शक इसे अपने तरीके से ले सकते हैं और वैसे भी यह अपराध सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ा नहीं है यह हर जगह है.

सिस्टम में बदलाव की जरुरत- आनंद एकर्षी

फिल्म सेट को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने के बारे में पूछे जाने पर आनंद ने जोर देकर कहा कि प्रोडक्शन हाउस को सिस्टम में बदलाव लाने की जरुरत है. उन्होंने कहा- इंडस्ट्री में बहुत ज्यादा समस्याएं हैं. ज्यादातर काम आपको ऐसे लोगों के साथ करना है जिनको आप नहीं जानते, उनका बैकग्राउंड, उनकी सोच क्या है आप नहीं जानते. मलयालम फिल्म 'आट्टम' ने 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में तीन पुरस्कार जीते. यह फिल्म यौन हिंसा के मुद्दे को उठाती है. आट्टम को प्राइम वीडियो पर देखा जा सकता है. इसमें जरीन शिहाब, विजय फोर्ट और कलाभवन शाजोन जैसे कलाकार खास रोल में हैं.

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हैदराबाद: फिल्म मेकर आनंद एकर्षी की पहली फिल्म आट्टम ने हाल ही में 70 वें नेशनल अवॉर्ड में तीन अवॉर्ड अपने नाम किए. उनकी फिल्म यौन उत्पीड़न जैसे गंभीर मुद्दे को दर्शाती है. इस समय मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में कई एक्ट्रेसेस अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न के मामलों के खिलाफ आवाज उठा रही हैं. इसी बीच आट्टम फिल्म के निर्देशक आनंद एकर्षी ने फिल्म के बारे में बात करते हुए महिलाओं के लिए सुरक्षित एंनवायरमेंट बनाने के बारे में बात की.

आनंद एकर्षी ने शेयर की फिल्म की खास बात

फिल्म मेकर आनंद एकर्षी की पहली फिल्म आट्टम ने हाल ही में तीन राष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं. उन्होंने फिल्म के बारे में बात करते हुए कहा कि यौन उत्पीड़न पर आधारित उनकी फिल्म किसी एक मामले पर आधारित नहीं है. उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के लिए सुरक्षित फिल्म सेट बनाने के लिए भी आह्वान किया. उनका यह स्टेटमेंट जस्टिस हेमा कमेटी की रिपोर्ट के मद्देनजर आया जिसमें मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में यौन उत्पीड़न के मामलों को उजागर किया गया है.

किसी स्पेशल मामले को लेकर नहीं बनाई फिल्म- आनंद एकर्षी

आनंद एकर्षी ने बताया कि 'आट्टम' की कहानी लिखते समय, मैं किसी खास मामले के बारे में नहीं सोच रहा था. जब मैंने तय किया कि मेरी कहानी में यौन उत्पीड़न एंगल होगा, तो मैं इसी के बारे में बात करना चाहता था. मैं उस वक्त ये नहीं सोच रहा था कि फिल्म इंडस्ट्री में क्या हो रहा है या किसी खास मामले को लेकर मैंने फिल्म नहीं बनाई. उन्होंने आगे कहा, 'जब मैंने स्क्रिप्ट नैरेशन किया, तो मुझे बताया गया कि एक बार फिल्म रिलीज हो जाने के बाद समाज में जो कुछ भी हो रहा है उससे उसे जोड़ा जाता है. भले ही हमारा ऐसा इरादा न हो, एक बार फिल्म बन जाने के बाद दर्शक इसे अपने तरीके से ले सकते हैं और वैसे भी यह अपराध सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ा नहीं है यह हर जगह है.

सिस्टम में बदलाव की जरुरत- आनंद एकर्षी

फिल्म सेट को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने के बारे में पूछे जाने पर आनंद ने जोर देकर कहा कि प्रोडक्शन हाउस को सिस्टम में बदलाव लाने की जरुरत है. उन्होंने कहा- इंडस्ट्री में बहुत ज्यादा समस्याएं हैं. ज्यादातर काम आपको ऐसे लोगों के साथ करना है जिनको आप नहीं जानते, उनका बैकग्राउंड, उनकी सोच क्या है आप नहीं जानते. मलयालम फिल्म 'आट्टम' ने 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में तीन पुरस्कार जीते. यह फिल्म यौन हिंसा के मुद्दे को उठाती है. आट्टम को प्राइम वीडियो पर देखा जा सकता है. इसमें जरीन शिहाब, विजय फोर्ट और कलाभवन शाजोन जैसे कलाकार खास रोल में हैं.

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