मुंबई: मलयालम सुपरस्टार ममूटी ने 1 सितंबर को हेमा कमेटी की रिपोर्ट पर अपनी प्रतिक्रिया दी. सोशल मीडिया पोस्ट पर एक्टर ने रिपोर्ट पर अपने विचार साझा किए और कहा कि दोषियों को सजा जरुर मिलनी चाहिए. हेमा कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद ममूटी ने पहली बार मलयालम इंडस्ट्री में चल रहे मी टू मूवमेंट पर अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने कमेटी रिपोर्ट का पूरा सपोर्ट किया है.
ममूटी ने अपने फेसबुक पोस्ट पर लिखा, 'मैं हेमा समिति की रिपोर्ट में बताई गई सिफारिशों और समाधानों का तहे दिल से स्वागत और समर्थन करता हूं. अब समय आ गया है कि फिल्म इंडस्ट्री के सभी ऑर्गेनाइजेशन हाथ मिलाएं और उन्हें लागू करें. जो शिकायतें सामने आई हैं, उन पर पुलिस जांच आगे बढ़ रही है. हेमा समिति की रिपोर्ट ने मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में बड़े पैमाने पर यौन उत्पीड़न के मामलों को सामने लाया और इस बात पर भी प्रकाश डाला कि किस तरह फिल्म इंडस्ट्री में शक्तिशाली पदों पर बैठे लोगों ने लगातार महिला एक्ट्रेस और तकनीशियनों को परेशान किया है और उनका उत्पीड़न किया है.
ममूटी ने आगे लिखा, 'जस्टिस हेमा कमेटी की रिपोर्ट का पूरा लेखाजोखा अदालत के सामने है. पुलिस को ईमानदारी से जांच करने दें, अदालत को सजा तय करने दें. सिनेमा में कोई 'पावरहाउस' नहीं है. अगर कोई कानूनी बाधाएं हैं तो हेमा कमेटी की व्यावहारिक सिफारिशों को लागू किया जाना चाहिए. आखिरकार, सिनेमा को जीवित रहना चाहिए. संगठन (एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स) को पहले प्रतिक्रिया देनी चाहिए. मेरा मानना है कि मुझे एक सदस्य के रूप में अपनी राय उनकी प्रतिक्रिया के बाद ही देनी चाहिए, इसीलिए मैंने इतना लंबा इंतजार किया'.
हेमा कमेटी की रिपोर्ट के सामने आने के बाद एक्टर जयसूर्या और मुकेश समेत इंडस्ट्री के कई बड़े नामों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं. सुपरस्टार मोहनलाल ने भी एएमएमए (एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है.