हैदराबाद: मलयालम डायरेक्टर आशिक अबू ने फिल्म एम्प्लॉइज फेडरेशन ऑफ केरल (FEFKA) से इस्तीफा दे दिया है. आशिक अबू ने फेफ्का के नेतृत्व पर पाखंड की आलोचना की है. आशिक ने डायरेक्टर बी. उन्नीकृष्णन के खिलाफ आलोचना के बाद इस्तीफा दिया है.
डायरेक्टर ने फेफ्का की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. आशिक अबू ने अपना इस्तीफा फेफ्का के महासचिव बी. उन्नीकृष्णन को भेजा है. हेमा कमेटी की रिपोर्ट के बाद फेफ्का से यह पहला इस्तीफा है.
आशिक अबू ने बताया कि नेतृत्व ने हेमा कमेटी की रिपोर्ट पर आपराधिक चुप्पी साधे रखी. डायरेक्टर ने फेफ्का नेतृत्व की तीखी भाषा में आलोचना की थी. इसके बाद फेफ्का भी आशिक अबू के खिलाफ सामने आया, जिसके बाद आशिक ने इस्तीफा दे दिया.
पद छोड़ने का उनका यह फैसला हाल ही में फेफ्का के महासचिव बी. उन्नीकृष्णन की आलोचना के बाद आया है, जिन पर उन्होंने हेमा आयोग की रिपोर्ट में उठाई गई चिंताओं के प्रति पाखंडी दृष्टिकोण दिखाने का आरोप लगाया था.
आशिक अबू ने कहा कि वह एक संगठन के रूप में फेफ्का के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन वह इस बात से असहमत हैं कि बी. उन्नीकृष्णन के नेतृत्व में चीजों को कैसे प्रबंधित किया जाता है. अबू ने कहा, 'सरकार के लिए उनके पाखंडी रुख को स्वीकार करना और फिल्म नीति पैनल पर उनकी भूमिका के संबंध में उचित कार्रवाई करना आवश्यक है'.
हेमा आयोग की रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए फेफ्का ने मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में यौन शोषण में शामिल व्यक्तियों के नाम जारी करने में स्पष्टता की मांग की है. बुधवार को फेडरेशन ने एक बयान जारी कर हेमा आयोग की रिपोर्ट की सराहना की है. साथ ही इसे इंडस्ट्री के लिए एक महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश बताया है. उन्होंने रिपोर्ट की गई घटनाओं की गंभीरता को स्वीकार किया और इंडस्ट्री के अंदर बदलाव लाने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण सुधारों और नीतियों को बढ़ावा देने के लिए खुद को प्रतिबद्ध किया है.
क्या है हेमा कमेटी की रिपोर्ट?
हेमा कमेटी की रिपोर्ट में मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में यौन उत्पीड़न, बुनियादी सुविधाओं की कमी, लैंगिक पक्षपात और वेतन असमानता जैसे मुद्दों पर प्रकाश डाला गया है. इस बीच, मेगास्टार मोहनलाल ने यौन उत्पीड़न की कई कहानियों के बाद एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स (AMMA) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है.