मुंबई: कॉमेडी शो एफ.आई.आर. में सब इंस्पेक्टर चंद्रमुखी चौटाला की भूमिका निभाने वाली एक्ट्रेस कविता कौशिक ने हाल ही में एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि उन्होंने टीवी इंडस्ट्री छोड़ने का फैसला किया है. जिसके पीछे की वजह उन्होंने पिछड़ा हुआ कंटेंट बताया. उन्होंने कहा, 'टीवी कंटेंट भी बहुत पिछड़ा हुआ है और इसलिए मैं इसका हिस्सा नहीं बनना चाहती. एक समय था जब टीवी प्रोग्रेसिव था और हमारे पास अलग-अलग तरह के शो होते थे. इसमें बहुत वैराइटी थी और यह सभी के लिए एंटरटेनिंग था. लेकिन अब, जिस तरह का कंटेंट हम दिखा रहे हैं, वह यंग जनरेशन के लिए वाकई बहुत खराब है. हम अपने रियलिटी शो और ड्रामा में जिस तरह का पिछड़ापन दिखाते हैं, उससे लोग एक-दूसरे से नफरत करने लगते हैं. मैं भी इसका हिस्सा रही हूं और मुझे इसका बहुत अफसोस है.
उनके इस इंटरव्यू के बाद कई टीवी एक्टर्स के रिएक्शन सामने आए. जिन्होंने टेलीविजन पर अच्छे कंटेंट की कमी की पर बात की और इस कविता कौशिक के इस फैसले पर भी बात की.
अर्जुन बिजलानी
टेलीविजन एक्टर अर्जुन बिजलानी ने इस बारे में बात करते हुए कहा, 'टीवी पर कभी-कभी कुछ ट्रैक ऐसे होते हैं जो पूरी कहानी नहीं बल्कि पिछड़ी सोच के होते हैं. समय बदल गया है और समय के अनुसार, टीवी शो और स्टोरीलाइन का निर्माण भी बदलना चाहिए. लेकिन टीवी के साथ जो हो रहा है वह यह है कि बजट बहुत बड़ा नहीं है और इसलिए मेकर्स के पास छोटे बजट पर शो बनाने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं है और फिर, यह आखिरकार पैसा कमाने का बिजनेस भी है. इसलिए, लोग क्रिएटिव मॉड्यूल से ज्यादा बिजनेस मॉड्यूल को फॉलो करेंगे. जब वह बदलाव आएगा, चीजें अपने आप ठीक हो जाएंगी. इसके अलावा, यह एक बुनियादी बदलाव के बारे में है जो लोगों के दिमाग में होना चाहिए ताकि वास्तव में बदलाव हो सके. सब कुछ इच्छा से शुरू होता है. जब तक इच्छा नहीं होगी, तब तक बदलाव नहीं होगा.
रुशाद राणा
रुशाद राणा ने इस बारे में बात करते हुए कहा, 'टीवी पर अच्छे कंटेंट की कमी काफी स्पष्ट है, और यह कुछ ऐसा है जो इंडस्ट्री में हममें से कई लोगों की चिंता का विषय है. पिछले कुछ सालों में, मैं पिछड़ी हुई कहानियों से रूबरू हुआ हूं. टीवी इंडस्ट्री को और ज्यादा अच्छा कंटेंट देने के लिए अलग-अलग तरह की स्टोरीज को चुनना होगा. मेकर्स और नेटवर्क को ऐसी स्टोरोजी में इन्वेस्ट करना चाहिए जो गंभीर मुद्दों को दिखाती हों. कंटेंट के मुद्दे पर कविता कौशिक का इंडस्ट्री छोड़ने का फैसला टीवी पर स्टोरीज को दिखाए जाने के तरीके में बड़े बदलाव की जरूरत का संकेत देता है'.
अदा खान
मशहूर टीवी एक्ट्रेस अदा खान का इस बारे में कहना है कि, 'टीवी पर अच्छे और सोचने पर मजबूर करने वाले कंटेंट की कमी एक चैलेंज है जिसका सामना कई एक्टर्स करते हैं. अपने करियर में, मैं कई बार पिछड़ी हुई कहानियों से रूबरू हुई हूं और मैं अपनी चिंताओं को क्रिएटिव टीम के सामने व्यक्त करके उनसे निपटती हूं. मुझे लगता है कि कंटेंट को सही करने और स्टोरीज को सही तरीके से बताने की आवश्यकता है. कविता कौशिक का फैसला कहानी कहने में बड़े बदलाव की जरूरत को दर्शाता है'.
चारुल मलिक
लोग कहते हैं कि टीवी को बदलना चाहिए, टीवी को यह करना चाहिए, टीवी को हमें वह दिखाना चाहिए. दर्शक समय बिताने के लिए टीवी देखते हैं, और अगर कोई शो चलता है, तो उसे विज्ञापन मिलते हैं, जिसका मतलब है बिजनेस. यह सब इस बात पर डिपेंड करता है कि दर्शक किससे जुड़ते हैं और क्या देखना चाहते हैं. अगर आप मुझसे पूछें, तो मैं कहूंगी कि ऐसे मुद्दों को चुना जाए जो आज के समाज से जुड़े हुए हों, जो लोगों को जागरूक करे और एक अच्छा मैसेज दे. हालांकि, ज्यादातर लोग सिर्फ ड्रामा, ड्रामा, ड्रामा देखना चाहते हैं. और मार्केट हमेशा डिमांड और सप्लाय पर चलता है जब तक पुरानी डिमांड बंद नहीं होगी तब तक नई चीज आना कम पॉसिबल है.