लखनऊ : बॉलीवुड अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी बुधवार को अपनी आगामी फिल्म 'रौतू का राज' के प्रमोशन के लिए राजधानी लखनऊ पहुंचे. लखनऊ पहुंचकर सबसे पहले अभिनेता ने डीजीपी मुख्यालय में पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की. उन्होंने पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार, पीआरओ और निरीक्षकों के साथ बातचीत की और एक पुलिसकर्मी की भूमिका निभाने पर अनुभव साझा किए.
यह फिल्म आनंद सुरापुर द्वारा निर्देशित की गई है. फिल्म रौतू का राज में राजेश कुमार, अतुल तिवारी और नारायणी शास्त्री भी सहायक भूमिकाओं में हैं और यह फिल्म उत्तराखंड के रौतू की बेली के हसीन गांव पर आधारित है. पिछले साल 54वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फ़ी) में इस फिल्म का शानदार प्रीमियर हुआ था, जहां इसका स्वागत किया गया था और अब यह 28 जून को अपने ओटीटी प्रीमियर के लिए तैयार है.
यह फिल्म एक शांत शहर, रौतू की बेली में नेत्रहीनों के एक स्कूल में वार्डन की रहस्यमयी मौत के इर्द-गिर्द घूमती है. जहां पिछले पंद्रह वर्षों से ज़्यादा वक़्त से कोई हत्या नहीं हुई है. यहीं पर एसएचओ दीपक नेगी (नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी) की टीम आती है और एक हाई-प्रोफाइल कत्ल की जांच को सुलझाने का काम करती है. इस फिल्म में एसएचओ दीपक नेगी (नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी) और सब इंस्पेक्टर डिमरी (राजेश कुमार) के बीच एक अनोखा और खुशमिजाज दोस्ताना दिखाया गया है, जिन्हें इस हत्या की जांच को लेकर अपने आलसीपन से मजबूरन बाहर निकलना पड़ता है.
नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी ने इस फिल्म की रिलीज़ और अपने लखनऊ आने के बारे में कहा कि मैं अपनी अगली फिल्म रौतू का राज़ का प्रचार करने के लिए लखनऊ आकर बेहद ख़ुश हूं. लखनऊ के लोग बहुत खुले दिल वाले हैं और इसलिए, इस शहर में बार-बार लौटना अच्छा लगता है. मैं लखनऊ के लोगों से आग्रह करता हूं कि वे रौतू का राज़ को भी वैसा ही प्यार दें जैसा उन्होंने मुझे दिया है. इस फिल्म में मैं पुलिस अधिकारी दीपक नेगी का क़िरदार निभाते हुए नजर आऊंगा. इस फिल्म में एक चालाक पुलिस वाले की कहानी है.