हैदराबाद: आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने तिरुमाला श्री वेंकटेश्वर स्वामी के लड्डू बनाने में मिलावटी घी के इस्तेमाल की बात सामने आने के बाद इस महीने की 22 तारीख से प्रायश्चित शुरू कर दिया है. इसी बीच उन्होंने हाल ही में विजयवाड़ा के कनकदुर्गा अम्मावरी का दौरा किया. कनकदुर्गा मंदिर में शुद्धिकरण कार्यक्रम आयोजित किया जाता है, प्रायश्चित्त दीक्षा 2 अक्टूबर को तिरुमाला में खत्म होगी. जिसमें 1अक्टूबर को तिरुपति पहुंचकर और तिरुमाला पहुंचने के लिए अलीपिरी सीढ़ी से चलना होगा. 2 तारीख की सुबह भगवान के दर्शन करने के बाद प्रायश्चित खत्म हो जाएगा.
प्रसाद में मिलावट पर क्या बोले पवन कल्याण
कनक दुर्गा मंदिर में शुद्धिकरण कार्यक्रम करते हुए पवन कल्याण ने तिरुमाला में कहा कि आपका मोती थिरुमाला श्रीवारी लड्डू महाप्रसाद माना जाता है. उन्होंने कहा कि उन्हें चिंता है कि प्रसाद में भी मिलावट होगी. उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि इस स्तर पर मिलावट हो रही है. प्रसाद में हो रही मिलावट के चलते पवन कल्याण ने विरोध जताते हुए कहा कि जगन उन लोगों का बचाव करेंगे जिन्होंने गलतियां की हैं.
VIDEO | Andhra Pradesh Deputy CM Pawan Kalyan (@PawanKalyan) performs a purification ritual at Sri Durga Malleswara Swamy Varla Devasthanam in Vijayawada. He has begun his 11-day ‘Praschit Deeksha’ (penance) amid controversy over the alleged adulteration of animal fat in the… pic.twitter.com/wKgaMa3GDP
— Press Trust of India (@PTI_News) September 24, 2024
11 दिन के उपवास पर हैं पवन कल्याण
आंध्र प्रदेश में तिरुपति बालाजी मंदिर में प्रसाद विवाद पर घमासान मचा है. वहीं, इससे कई लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा है. भक्तों की आस्था को ठेस पहुंचने के साछ ही आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण भी इससे काफी आहत हुए हैं. ऐसे में उन्होंने श्री दशावतार वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में प्रायश्चित शुरू किया है. पवन कल्याण ने 11 दिन की 'प्रायश्चित दीक्षा' शुरू कर दी है. इस दौरान वह 11 दिनों के उपवास पर रहेंगे. उन्होंने इस मुद्दे पर ट्वीट किया था- 'हमारी संस्कृति, आस्था, विश्वास और श्रद्धा की धर्मधुरी, श्री तिरुपति बालाजी धाम के प्रसाद में कुत्सित प्रयासों के तहत जो अपवित्रता का संचार करने की कोशिश की गई उससे मैं व्यक्तिगत स्तर पर अत्यंत मर्माहत हूं. सच कहूं तो अंदर से अत्यंत छला गया, महसूस कर रहा हूं. प्रभु वेंकटेश्वर से मेरी प्रार्थना है कि इस दुःख के क्षण में हमें और समस्त सनातनियों को अपनी अहैतुकी कृपा से, सबलता प्रदान करें.