मुंबई: 77वें कांस फिल्म फेस्टिवल में ग्रैंड प्रिक्स अवॉर्ड की विजेता पायल कपाड़िया की फिल्म 'ऑल वी इमेजिन एज लाइट' शनिवार को केरल में लिमिटेड स्क्रीनों पर रिलीज होगी. मेकर्स ने गुरुवार, 19 सितंबर को इसकी जानकारी दी है.
'बाहुबली' स्टार राणा दग्गुबाती की प्रोडक्शन हाउस स्पिरिट मीडिया को भारत में मलयालम-हिंदी फिल्म के लिए एक्सक्यूसिव राइट्स मिल गए हैं. मलयालम में 'प्रभाय निनाचथेलम' टाइटस वाली यह फिल्म बाद में भारत के सभी प्रमुख शहरों में रिलीज की जाएगी. यह भारत की चॉक एंड चीज फिल्म्स और फ्रांस की पेटिट कैओस के बीच एक ऑफिशियल इंडो-फ्रेंच को-प्रोडक्शन है.
जीको मैत्रा (चॉक एंड चीज फिल्म्स) और रनबीर दास (अनदर बर्थ), जिन्होंने फिल्म में सिनेमेट्रोग्राफी के रूप में भी काम किया है, फिल्म के प्रोड्यूसर हैं. एफटीआईआई की पूर्व छात्रा कपाड़िया ने कहा कि वह भारत में अपनी फिल्म के रिलीज होने से काफी खुश हैं. कपाड़िया ने 'ऑल वी इमेजिन एज लाइट' के लिए ग्रैंड प्रिक्स अवॉर्ड जीतने वाली पहली भारतीय फिल्म मेकर बनकर इतिहास रचा था.
फिल्म में दो महिलाएं हैं जो केरल से मुंबई में काम करने और अपने सपनों को साकार करने आती हैं. इसलिए मेकर्स ने फैसला किया कि सिनेमाघरों में फिल्म को दिखाने वाला पहला राज्य केरल हो. फिल्म मेकर ने कहा, मैं इस बात को लेकर एक्साइडेट हूं कि जैसे-जैसे हमारी फिल्म रिलीज होगी, इसे भारत के सभी हिस्सों में देखा जाएगा.
'ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट' में कनी कुसरुति, दिव्या प्रभा और छाया कदम मुख्य भूमिका में हैं. यह मुंबई की एक नर्स प्रभा (कुसरुति) की कहानी है, जिसकी जिंदगी तब अस्त-व्यस्त हो जाती है, जब उसे अपने अलग हुए पति से एक चावल पकाने वाला कुकर मिलता है.
दिव्या प्रभा ने अनु का किरदार निभाया है, जो उसकी रूममेट और सहकर्मी है, जो अपने बॉयफ्रेंड के साथ समय बिताने के लिए शहर में एक प्राइवेट जगह खोजती है. प्रभा की सबसे अच्छी दोस्त पार्वती (कदम), जो एक विधवा है, को प्रॉपर्टी डेवलपर्स ने उसके घर से बाहर निकाल दिया जाता है.
दग्गुबाती ने कहा कि उनके बैनर को देश में फिल्म रिलीज करने पर गर्व है. हमें इस फिल्म को भारत के दर्शकों तक पहुंचाने में गर्व है, जिसकी शुरुआत केरल से होगी, जहां कहानी के दो प्रमुख पात्र हैं. एक्टर-मेकर ने कहा, 'भारतीय सिनेमा में स्टोरीटेलिंग की समृद्ध विरासत है और यह फिल्म देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले विभिन्न भाषाएं बोलने वाले पात्रों के माध्यम से भारतीय अनुभव को दर्शाती है, जिनके सपने एक जैसे हैं और जो मुंबई जैसे महानगर में रहते हैं'.
'ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट' ने इस साल की शुरुआत में कांस फिल्म फेस्टिवल में इतिहास रच दिया, जहां यह ग्रैंड प्रिक्स जीतने वाली पहली भारतीय फिल्म बन गई. यह 30 सालों में यूरोपीय गाला की मुख्य प्रतियोगिता में जगह बनाने वाली भारत की पहली फिल्म भी थी. इस फिल्म में हृदु हारून और अजीज नेदुमंगद भी हैं.