लखनऊ : राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को अभिनेत्री उल्का गुप्ता और अभिनेता करण वोहरा अपने आगामी धारावाहिक 'मैं हूं साथ तेरे' के प्रमोशन के लिए पहुंचे. उल्का ने हिंदी धारावाहिक झांसी की रानी से इंडस्ट्री में डेब्यू किया था. इस धारावाहिक से उन्हें काफी पॉपुलरिटी हासिल हुई. इसके बाद उन्होंने कई साउथ और बॉलीवुड की फिल्मों में लीड व सेकेंड लीड अभिनेत्री के तौर पर नजर आई. इस मौके पर करण और उल्का ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए धारावाहिक से लेकर अपने करियर के बारे में बताया.
रानी लक्ष्मीबाई नाम से पुकारते हैं लोगः अभिनेत्री उल्का गुप्ता ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कहा कि 'झांसी की रानी लक्ष्मीबाई धारावाहिक से मुझे जो फिल्म मिला है. उसके लिए मैं सभी आभारी हूं. इस धारावाहिक ने मुझे घर-घर तक पहुंचाया है, जहां से लोग मुझे पहचानते हैं. कई बार ऐसा होता है कि जब मैं कहीं जाती हूं तो लोग मुझे रानी लक्ष्मीबाई नाम से ही पुकारते हैं. यह एक ऐतिहासिक धारावाहिक था, जिसे लोगों ने खूब प्यार दिया. जिस समय मैंने ऑडिशन दिया और मैं चयनित हुई. उस समय मुझे यह जानकारी थी कि केवल 30 एपिसोड मेरे होंगे. लेकिन, यह धारावाहिक लोगों को काफी पसंद आया था. उसके बाद करीब डेढ़ साल इस धारावाहिक में मैंने अभिनय किया'.
दूसरी भाषाओं की फिल्म करने से पहले भाषा सीखती हूंः उल्का ने कहा कि 'महारानी लक्ष्मी बाई धारावाहिक करने के बाद लोगों की नजर में मेरी एक इमेज बन गई थी. एक एक्टर होने के नाते मैं हर रोल में अपने आप को डालना चाहती हूं. इसलिए रानी लक्ष्मीबाई धारावाहिक के बाद मुझे कई अन्य धारावाहिक का ऑफर आया. जिसमें एक ऐतिहासिक रानी की भूमिका थी. लेकिन, उसे मैं करने से इनकार कर दिया. क्योंकि, मैं चाहती थी कि मैं हर तरह के रोल निभाऊं. अभिनेत्री ने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई धारावाहिक के बाद से मुझे कई फिल्मों में भी काम करने का मौका मिला. तमिल, तेलुगू, मराठी और बॉलीवुड इंडस्ट्री की फिल्मों में काम किया. जहां मुझे अलग-अलग भाषा सीखने का मौका मिला. उन्होंने कहा कि मुझे अलग-अलग भाषा सीखना बहुत अच्छा लगता है. मैंने जितनी भी फिल्म की है, उसके लिए मैंने पहले वहां की भाषा को सीखा है. मुझे 6 भाषाएं आती हैं. बतौर कलाकार में एक्टिंग किसी धारावाहिक में कर रही हूं या किसी फिल्म में कर रही हूं. यह मेरे लिए मायने नहीं रखता है. क्योंकि, मैं एक कलाकार हूं. इसलिए मायने यह रखता है कि मैं अभिनय कर रही हूं'.
सिंगल मदर की कहानी है 'मैं हूं साथ तेरे': अभिनेता करण वोहरा ने बताया कि 'मैं हूं साथ तेरे' एक सिंगल मां जानवी की कहानी है, जो एक मां और बाप दोनों की जिम्मेदारियां निभाते हुए जिंदगी की मुश्किलों से गुजर रही है. ग्वालियर में रचा-बसा यह शो हमें जानवी के उतार-चढ़ाव भरे भावुक सफर पर ले जाता है, जहां वो अपनी दुनिया, अपने बेटे किआन को हमेशा खुश रखने की कोशिश करती रहती है. हालांकि बेटा किआन को एक पिता की कमी महसूस नहीं होती, लेकिन वो अपनी मां की जिंदगी में एक आदमी की कमी जरूर महसूस करता है. खासतौर पर तब, जब वो उन्हें अकेले सारी बातों का ख्याल रखते हुए देखता है. ये कहानी उस वक्त एक दिलचस्प मोड़ लेती है जब जानवी की मुलाकात एक अमीर बिज़नेसमैन आर्यमन से होती है और दोनों एक ही छत के नीचे काम करने लगते हैं. जहां आर्यमन जानवी को पसंद करता है, वहीं क्या किआन यह रिश्ता मंजूर करेगा और अपनी मां को उस आदमी के करीब लाने में मदद करेगा जो उसकी मां से प्यार करता है. अभिनेता ने कहा कि जिंदगी में कई बार उधर-चढ़ाव आते हैं. साल 2016 के पहले मैंने बहुत संघर्ष किया. बड़ी मेहनत से मुझे धारावाहिक 'जिंदगी की महक' में रोल मिला. इसके बाद एक के बाद एक धारावाहिकों में मौका मिलता रहा. जब मेरे पास काम नहीं था. उस समय में कोशिश करता था. ऑडिशन देता था. काफी उतार-चढ़ाव देखा है.
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