रांची: सैकड़ों पीजीटी सफल अभ्यर्थी शनिवार को अचानक प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंच गए और जल्द नियुक्ति पत्र वितरण करने के लिए महागठबंधन की सरकार पर दबाव बनाने की मांग प्रदेश कांग्रेस के नेताओं से करने लगे. सफल अभ्यर्थियों का कहना था कि तीन जुलाई को नियुक्ति पत्र वितरण की घोषणा के बाद अब पूरा मामला अधर में लटकता दिख रहा है और विपक्षी दल अपने चुनावी फायदे के लिए इसे विवादित बनाने पर तुले हैं. ऐसे में उन्हें डर है कि कहीं राजनीतिक दबाव की वजह से उनकी नियुक्ति न लटक जाए.
सफल अभ्यर्थियों को कांग्रेस के संगठन सचिव ने समझाया, कहा-नहीं रुकेगी नियुक्ति
कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय पहुंचें सैकड़ों सफल पीजीटी अभ्यर्थियों में से पांच को कांग्रेस कार्यालय के अंदर बुलाकर झारखंड कांग्रेस के संगठन सचिव अमूल्य नीरज खलखो, प्रवक्ता सोनाल शांति ने अभ्यर्थियों की पूरी बात और उनके मन में उठ रही शंकाओं को जाना. इसके बाद कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि राजनीतिक हलचल और बदलते घटनाक्रम की वजह से पीजीटी सफल अभ्यर्थियों का पूर्व घोषित कार्यक्रम स्थगित हुआ है. राज्य में नई सरकार बनीं है और सबकुछ सामान्य होते ही कार्यक्रम आयोजित कर सफल पीजीटी अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंप दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि ऐसे तो नियुक्ति पत्र वितरण का कार्यक्रम सीएमओ से तय होता है, लेकिन सहयोगी दल के नाते वह भरोसा दिला रहे हैं कि शीघ्र उन्हें नियुक्ति पत्र दी जाएगी.
दो-दो बार नियुक्ति पत्र वितरण टलने से सशंकित हैं पीजीटी सफल अभ्यर्थी
पहले तीन जुलाई को तत्कालीन मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन द्वारा सफल पीजीटी अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र बांटना था. तीन को ही सत्ताधारी विधायक दल की बैठक और फिर चंपाई सोरेन के इस्तीफे से तीन जुलाई का कार्यक्रम टल गया. फिर यह योजना बनी कि सात जुलाई को हेमंत सोरेन सीएम पद की शपथ लेंगे और उससे पहले पांच जुलाई को कार्यकारी मुख्यमंत्री के रूप में चंपाई सोरेन नियुक्ति पत्र बांट देंगे, लेकिन फिर राजनीतिक घटनाक्रम में बदलाव होने और चार जुलाई की शाम ही हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले लेने के बाद पांच जुलाई का भी कार्यक्रम टल गया. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मिले आश्वासन के बाद सभी पीजीटी सफल अभ्यर्थी वापस लौट गए.
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