रांची: झारखंड में पड़ रही प्रचंड गर्मी को देखते हुए स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने बड़ा फैसला लिया है. गर्मी की वजह से बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकुल प्रभाव की संभावना को देखते हुए कक्षा एक से 8वीं तक की सभी स्कूलों की कक्षाओं को अगले आदेश तक स्थगित करने का फैसला लिया गया है. यह आदेश सभी सरकारी, गैर सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों पर लागू होगा.
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव उमा शंकर सिंह ने आदेश जारी कर स्पष्ट किया है कि यह आदेश स्कूलों के शिक्षकों और शिक्षकेत्तर कर्मियों पर लागू नहीं होगा. शिक्षकों और शिक्षकेत्तर कर्मियों को देय ग्रीष्मावकाश अलग से देय होगा. इस दौरान सभी स्कूली शिक्षक और कर्मी कक्षा 1 से 7 तक की वार्षिक परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन का परीक्षाफल प्रकाशित करेंगे. साथ ही इस दौरान वे सभी कार्य करेंगे जो उनकी दैनिक दिनचर्या में शामिल होता है.
गौर करने वाली यह है कि यह आदेश किसी भी आवासीय विद्यालय पर लागू नहीं होगा. आवासीय विद्यालयों में कक्षाएं पूर्व की तरह संचालित होंगी. वहीं कक्षा 9 से ऊपर की कक्षाएं सुबह 7 बजे से 11.30 तक संचालित की जाएंगी. इस अवधि में प्रार्थना सभा या किसी तरह की खेलकूद या आउटडोर प्रतियोगिता नहीं होगी. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह आदेश 30 अप्रैल से लागू होगी.
आपको बता दें कि झारखंड के कई जिलों में अधिकतम पारा 44 डिग्री से ऊपर जा चुका है. इसकी वजह से स्कूली बच्चों को लू लगने का खतरा बढ़ गया है. बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए इस तरह का फैसला लिया गया है. वहीं मौसम केंद्र ने भी राज्य के कई जिलों खासकर कोल्हान और संथाल के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. मौसम केंद्र का सुझाव है कि लोगों को सुबह 9 बजे के बाद धूप में बाहर निकलने से बचना है.
ये भी पढ़ें-
गर्मी का कहर! झारखंड के सभी स्कूलों के टाइम टेबल में बदलाव का आदेश जारी - Heat wave in Jharkhand