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जानिए NDA और UPA सरकार में अर्थव्यस्था को लेकर कैसा रहा प्रदर्शन

'भारतीय अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र' को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में पेश किया. इस श्वेत पत्र में 2014 से 2024 तक भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार और 2004 से 2014 तक कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के प्रदर्शन की तुलना की गई है. अब देखते है कि आंकड़े जो दोनों सरकारों के प्रदर्शन को दिखाती हैं. पढ़ें पूरी खबर...

Indian Economy (File Photo)
भारतीय अर्थव्यवस्था (फाइल फोटो)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 9, 2024, 3:59 PM IST

Updated : Feb 10, 2024, 7:17 AM IST

नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में भारतीय अर्थव्यवस्था पर एक श्वेत पत्र पेश किया है. इसमें 2014 से 2024 तक भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार और 2004 से 2014 तक कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के प्रदर्शन की तुलना की गई है. अंतरिम बजट भाषण में, सीतारमण ने कहा था कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था पर एक श्वेत पत्र जारी करेगी, जिसमें 2014 तक यूपीए शासन के 10 वर्षों के दौरान आर्थिक मिसमैनेजमेंट का विवरण होगा.

सरकार ने कहा कि श्वेत पत्र संसद सदस्यों और भारत के लोगों को शासन की प्रकृति और सीमा, आर्थिक और राजकोषीय संकटों से अवगत कराना है जो 2014 में सत्ता संभालने के बाद एनडीए सरकार को दिए गए थे.

अब जानते है श्वेत पत्र में दिए गए आंकड़े जो दोनों सरकारों के प्रदर्शन को दिखाती हैं,

  1. महंगाई
    2004 से 14 के बीच मुद्रास्फीति का सीएजीआर 8.2 फीसदी रहा
    वित्त वर्ष 2014 - वित्तीय वर्ष 23 के बीच मुद्रास्फीति का सीएजीआर 5.0 फीसदी रहा
  2. प्रति व्यक्ति जीडीपी
    वित्त वर्ष 2005-वित्त वर्ष 2014 के बीच प्रति व्यक्ति औसत जीडीपी 3,889 डॉलर रही
    वित्त वर्ष 2015-वित्त वर्ष 2023 के बीच प्रति व्यक्ति औसत सकल घरेलू उत्पाद 6,016 डॉलर रही
  3. इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात
    वित्त वर्ष 2014 के लिए निर्यात 7.6 बिलियन डॉलर का था
    वित्त वर्ष 2023 के लिए निर्यात 22.7 बिलियन डॉलर रहा
  4. डायरेक्ट विदेशी निवेश (FDI)
    वित्त वर्ष 2005 से 2014 के बीच सकल एफडीआई 05 बिलियन डॉलर था
    वित्त वर्ष 2015 और नवंबर 2023 के बीच सकल एफडीआई 596.5 बिलियन डॉलर रहा
  5. बहुआयामी गरीबी (जनसंख्या का फीसदी)
    2013 से 14 के अंत तक गरीबी 29.2 फीसदी थी
    2023 के अंत तक (अनुमानित) 11.3 फीसदी
  6. स्टार्ट-अप की संख्या
    2014 तक स्टार्ट-अप की संख्या 350 थी
    वहीं, 31 दिसंबर 2023 तक 1,17,257 हो गई है
  7. मेट्रो रेल वाले शहरों की संख्या
    2014 के अंत तक मेट्रो रेल वाले शहरों की संख्या 5 थी
    जो साल 2023 के अंत तक 20 हो गई है
  8. परिणामी रेल दुर्घटनाएं (दुर्घटनाओं की औसत संख्या)
    वित्तीय वर्ष 2005 से 2024 तक के बीच दुर्घटनाओं की औसत संख्या 233 थी
    वहीं, वित्त वर्ष 2015 और 2023 के बीच दुर्घटनाओं की औसत संख्या 34 हो गई
  9. इलेक्ट्रिफाइड रेल नेटवर्क (हजार किमी)
    2014 तक इलेक्ट्रिफाइड ब्रॉड-गेज नेटवर्क 21.8 था
    जो नवंबर 2023 तक 60.8 हो गया
  10. एयरपोर्ट की संख्या
    2014 के अंत तक एयरपोर्ट की संख्या 74 थी
    वहीं, फरवरी 2024 तक 149 हो गई
  11. मोबाइल ब्रॉडबैंड/ वायरलेस इंटरनेट उपभोक्ता (लोगों की संख्या करोड़ में)
    2013 से 14 के अंत तक मोबाइल ब्रॉडबैंड यानी वायरलेस इंटरनेट के उपभोक्ताओं की संख्या 6 करोड़ थी जो नवंबर 2023 के अंत तक बढ़कर 90 करोड़ पर पहुंच गई.
  12. मासिक डेटा उपयोग (जीबी में)
    मार्च 2014 के अंत तक मासिक डेटा का उपयोग 0.06 जीबी था
    जून 2023 के अंत तक 18.39 जीबी हो गया
  13. मेडिकल एजुकेशन में सीटें
    2014 तक भारत में मेडिकल एजुकेशन के लिए 51,348 सीटें थी
    वहीं, 2 फरवरी 2024 तक 1,08,940 सीटें है
  14. विश्वविद्यालयों की संख्या
    2013 से 14 तक विश्वविद्यालयों की संख्या 676 थी
    वहीं, 2021से 2022 तक 1,168 हो गई है.
  15. ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (रैंकिंग)
    2015 में भारत की रैंकिंग 81 थी
    2023 में भारत की रैंकिंग 40 हो गई
  16. एलपीजी कनेक्शन की संख्या
    अप्रैल 2014 तक एलपीजी कनेक्शन की संख्या 14.5 करोड़ था
    वहीं, अगस्त 2023 तक 31.4 करोड़ हो गया
  17. बिजली की औसत उपलब्धता (ग्रामीण)
    2014 में उपलब्ध बिजली के घंटों की औसत संख्या 12 घंटे थी
    2023 में उपलब्ध बिजली के घंटों की औसत संख्या 20.6 घंटे हो गई
  18. नल जल कनेक्शन की संख्या (ग्रामीण)
    अगस्त 2019 तक नल जल कनेक्शन की संख्या 3.2 करोड़ थी
    दिसंबर 2023 तक 13.8 करोड़ हो गया
  19. विभिन्न योजनाओं के तहत वंचित परिवारों को पैसे ट्रांसफर की गई (कुल नकद और वस्तु)
    वित्त वर्ष 2014 में 7,367 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए थे
    वित्त वर्ष 2023 में 7,16,396 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए
  20. इनडायरेक्ट टैक्स रेट
    पहले औसत प्री-जीएसटी इनडायरेक्ट टैक्स रेट 15 फीसदी थी
    मार्च 2023 तक औसत जीएसटी रेट 12.2 फीसदी हो गई

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नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में भारतीय अर्थव्यवस्था पर एक श्वेत पत्र पेश किया है. इसमें 2014 से 2024 तक भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार और 2004 से 2014 तक कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के प्रदर्शन की तुलना की गई है. अंतरिम बजट भाषण में, सीतारमण ने कहा था कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था पर एक श्वेत पत्र जारी करेगी, जिसमें 2014 तक यूपीए शासन के 10 वर्षों के दौरान आर्थिक मिसमैनेजमेंट का विवरण होगा.

सरकार ने कहा कि श्वेत पत्र संसद सदस्यों और भारत के लोगों को शासन की प्रकृति और सीमा, आर्थिक और राजकोषीय संकटों से अवगत कराना है जो 2014 में सत्ता संभालने के बाद एनडीए सरकार को दिए गए थे.

अब जानते है श्वेत पत्र में दिए गए आंकड़े जो दोनों सरकारों के प्रदर्शन को दिखाती हैं,

  1. महंगाई
    2004 से 14 के बीच मुद्रास्फीति का सीएजीआर 8.2 फीसदी रहा
    वित्त वर्ष 2014 - वित्तीय वर्ष 23 के बीच मुद्रास्फीति का सीएजीआर 5.0 फीसदी रहा
  2. प्रति व्यक्ति जीडीपी
    वित्त वर्ष 2005-वित्त वर्ष 2014 के बीच प्रति व्यक्ति औसत जीडीपी 3,889 डॉलर रही
    वित्त वर्ष 2015-वित्त वर्ष 2023 के बीच प्रति व्यक्ति औसत सकल घरेलू उत्पाद 6,016 डॉलर रही
  3. इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात
    वित्त वर्ष 2014 के लिए निर्यात 7.6 बिलियन डॉलर का था
    वित्त वर्ष 2023 के लिए निर्यात 22.7 बिलियन डॉलर रहा
  4. डायरेक्ट विदेशी निवेश (FDI)
    वित्त वर्ष 2005 से 2014 के बीच सकल एफडीआई 05 बिलियन डॉलर था
    वित्त वर्ष 2015 और नवंबर 2023 के बीच सकल एफडीआई 596.5 बिलियन डॉलर रहा
  5. बहुआयामी गरीबी (जनसंख्या का फीसदी)
    2013 से 14 के अंत तक गरीबी 29.2 फीसदी थी
    2023 के अंत तक (अनुमानित) 11.3 फीसदी
  6. स्टार्ट-अप की संख्या
    2014 तक स्टार्ट-अप की संख्या 350 थी
    वहीं, 31 दिसंबर 2023 तक 1,17,257 हो गई है
  7. मेट्रो रेल वाले शहरों की संख्या
    2014 के अंत तक मेट्रो रेल वाले शहरों की संख्या 5 थी
    जो साल 2023 के अंत तक 20 हो गई है
  8. परिणामी रेल दुर्घटनाएं (दुर्घटनाओं की औसत संख्या)
    वित्तीय वर्ष 2005 से 2024 तक के बीच दुर्घटनाओं की औसत संख्या 233 थी
    वहीं, वित्त वर्ष 2015 और 2023 के बीच दुर्घटनाओं की औसत संख्या 34 हो गई
  9. इलेक्ट्रिफाइड रेल नेटवर्क (हजार किमी)
    2014 तक इलेक्ट्रिफाइड ब्रॉड-गेज नेटवर्क 21.8 था
    जो नवंबर 2023 तक 60.8 हो गया
  10. एयरपोर्ट की संख्या
    2014 के अंत तक एयरपोर्ट की संख्या 74 थी
    वहीं, फरवरी 2024 तक 149 हो गई
  11. मोबाइल ब्रॉडबैंड/ वायरलेस इंटरनेट उपभोक्ता (लोगों की संख्या करोड़ में)
    2013 से 14 के अंत तक मोबाइल ब्रॉडबैंड यानी वायरलेस इंटरनेट के उपभोक्ताओं की संख्या 6 करोड़ थी जो नवंबर 2023 के अंत तक बढ़कर 90 करोड़ पर पहुंच गई.
  12. मासिक डेटा उपयोग (जीबी में)
    मार्च 2014 के अंत तक मासिक डेटा का उपयोग 0.06 जीबी था
    जून 2023 के अंत तक 18.39 जीबी हो गया
  13. मेडिकल एजुकेशन में सीटें
    2014 तक भारत में मेडिकल एजुकेशन के लिए 51,348 सीटें थी
    वहीं, 2 फरवरी 2024 तक 1,08,940 सीटें है
  14. विश्वविद्यालयों की संख्या
    2013 से 14 तक विश्वविद्यालयों की संख्या 676 थी
    वहीं, 2021से 2022 तक 1,168 हो गई है.
  15. ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (रैंकिंग)
    2015 में भारत की रैंकिंग 81 थी
    2023 में भारत की रैंकिंग 40 हो गई
  16. एलपीजी कनेक्शन की संख्या
    अप्रैल 2014 तक एलपीजी कनेक्शन की संख्या 14.5 करोड़ था
    वहीं, अगस्त 2023 तक 31.4 करोड़ हो गया
  17. बिजली की औसत उपलब्धता (ग्रामीण)
    2014 में उपलब्ध बिजली के घंटों की औसत संख्या 12 घंटे थी
    2023 में उपलब्ध बिजली के घंटों की औसत संख्या 20.6 घंटे हो गई
  18. नल जल कनेक्शन की संख्या (ग्रामीण)
    अगस्त 2019 तक नल जल कनेक्शन की संख्या 3.2 करोड़ थी
    दिसंबर 2023 तक 13.8 करोड़ हो गया
  19. विभिन्न योजनाओं के तहत वंचित परिवारों को पैसे ट्रांसफर की गई (कुल नकद और वस्तु)
    वित्त वर्ष 2014 में 7,367 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए थे
    वित्त वर्ष 2023 में 7,16,396 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए
  20. इनडायरेक्ट टैक्स रेट
    पहले औसत प्री-जीएसटी इनडायरेक्ट टैक्स रेट 15 फीसदी थी
    मार्च 2023 तक औसत जीएसटी रेट 12.2 फीसदी हो गई

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Last Updated : Feb 10, 2024, 7:17 AM IST
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