नई दिल्ली: वोडाफोन समूह भारत के इंडस टावर्स में लगभग 18 फीसदी हिस्सेदारी 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक में बेचने की योजना बना रहा है. यह उस लगभग 10 फीसदी हिस्सेदारी से काफी अधिक है जिसे वे शुरू में बेचना चाहते थे. ये ब्रिटिश फर्म के लोन चुकाने के प्रयासों का एक हिस्सा है. वोडाफोन मोबाइल-टावर ऑपरेटर इंडस टावर्स में अपनी हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रहा था, जिसमें विभिन्न समूह संस्थाओं के माध्यम से इसकी 21.5 फीसदी हिस्सेदारी है.
वोडाफोन इंडस टावर्स की हिस्सेदारी सेल से मिले पैसे का यूज करके अपने 42.17 बिलियन डॉलर के लोन का कुछ हिस्सा चुकाने की योजना बना रहा है. वोडाफोन मुंबई में स्टॉक मार्केट ब्लॉक डील के माध्यम से 310 रुपये से 341 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर इंडस टावर्स में लगभग 268 मिलियन शेयर बेचेगा, जिससे हिस्सेदारी का मूल्य 996 मिलियन डॉलर से 1.1 बिलियन डॉलर के बीच होगा.
ब्रिटेन के वोडाफोन ग्रुप पीएलसी ने बुधवार को कहा कि उसने इंडस टावर्स में अपनी 21.05 फीसदी हिस्सेदारी में से 18 फीसदी हिस्सेदारी त्वरित बुक-बिल्डिंग पेशकश के माध्यम से 15,300 करोड़ रुपये में बेच दी है.
एयरटेल ने 1 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी
इसके बाद भारती एयरटेल ने घोषणा की कि उसकी विशेष समिति ने 19 जून, 2024 को इंडस टावर्स में 27 मिलियन शेयर खरीदने को मंजूरी दे दी है. परिणामस्वरूप, कंपनी ने 19 जून को लगभग 26.95 मिलियन (1 फीसदी) शेयर हासिल किए. एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, समिति की बैठक सुबह 8:30 से 9:45 बजे तक हुई. कंपनी के पास वर्तमान में इंडस टावर्स में 47.95 फीसदी शेयर हैं.