मुंबई: टाटा केमिकल्स के शेयरों में आज यानी की 11 मार्च को 10 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई. यह तब हुआ जब यह खबर आई कि टाटा संस आने वाले समय में आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) पर नजर नहीं रख रही है. आपको बता दें कि इससे पहले आईपीओ की रिपोर्ट के बाद टाटा केमिकल्स के शेयर में पिछले सप्ताह 36 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी. लेकिन अब यह सामने आया है कि समूह विभिन्न तरीकों पर विचार कर रहा है. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के मानदंडों का पालन करें और आईपीओ की तलाश न करें.
सुबह 10.34 बजे कंपनी के शेयर 9.45 फीसदी या 124.35 रुपये के गिरावट के साथ 1,190.90 रुपये पर कारोबार कर रहे है, जो पिछले बंद से 8 फीसदी कम है. पिछले एक महीने में टाटा केमिकल्स के शेयर 27 फीसदी बढ़ा है.
एक नोट में कहा गया था कि टाटा संस को सितंबर 2025 तक लिस्ट होना पड़ सकता है, जिसके बाद पिछले हफ्ते टाटा केमिकल्स, रैलिस, टाटा इन्वेस्टमेंट जैसे शेयरों में काफी तेजी आई.
आरबीआई के मानदंडों के आधार पर, एक ऊपरी स्तरीय एनबीएफसी को अधिसूचित होने के तीन साल के भीतर सूचीबद्ध होना होता है और टाटा संस को सितंबर 2022 में इसकी सूचना दी गई थी.
टाटा संस के आईपीओ की संभावना नहीं
रिपोर्टों में दावा किया गया है कि टाटा संस के आईपीओ की संभावना नहीं है क्योंकि समूह आरबीआई अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए टाटा कैपिटल के संभावित अलगाव सहित विभिन्न विकल्पों पर नजर रख रहा है. यदि आईपीओ सफल नहीं होता है, तो टाटा केमिकल्स को संभावित मूल्य का नुकसान होगा क्योंकि उसे सार्वजनिक निर्गम का सबसे बड़ा लाभार्थी होने की उम्मीद है.