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हजारों से छापें लाखों, 10 साल की बच्ची को सरकार बनाएगी 21 की उम्र में 70 लाख की मालकिन - Sukanya samridhi yojna

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Mar 22, 2024, 7:02 PM IST

Updated : Mar 22, 2024, 7:13 PM IST

बेटी की पढ़ाई और शादी के लिए हर माता-पिता उसके जन्म से ही पैसे जोड़ने लगते हैं. ऐसे में सुकन्या समृद्धि योजना योजना किसी वरदान से कम नहीं. इस योजना में एक खास स्कीम लॉन्च की गई है जिससे बेटी के घर में दौलत ही दौलत इकठ्ठी होगी-

SUKANYA SAMRIDHI YOJNA
सुकन्या समृद्धि योजना

छिन्दवाड़ा. अगर घर में बेटी है और आपको उसकी पढ़ाई और शादी की चिंता सता रही है तो चिंता करने की जरूरत नहीं. सरकार की ये योजना आपके लिए वरदान साबित हो सकती है. यहां कुछ पैसों का इन्वेस्टमेंट करके एक निश्चित समय के बाद पढ़ाई और शादी के लिए लाखों रुपए आपको मिल सकते हैं. हम बात कर रहे हैं सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojna) की तो आई विस्तार से जानते हैं इस योजना के बारे में.

क्या है सुकन्या समृद्धि योजना?

सुकन्या समृद्धि योजना छोटी बचत स्कीम है जिसका लाभ लेने के लिए भारतीय नागरिक होने के साथ-साथ बेटी के माता-पिता या कानूनी अभिभावक होना जरूरी है. इस स्कीम में इन्वेस्ट करने के लिए बेटी की उम्र 10 साल से कम होनी चाहिए. जन्म से लेकर 10 साल तक की बेटी का सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खोला जा सकता है. भारत के किसी भी डाकघर या सरकार द्वारा अधिकृत बैंक में सुकन्या समृद्धि खाता खोला जा सकता है. 250 रुपए से लेकर डेढ़ लाख रुपए सालाना तक इस स्कीम के तहत एकमुश्त या फिर किस्तों में इन्वेस्ट किया जा सकता है.

सुकन्या समृद्धि योजना से टैक्स में बचत और चिंता से मुक्ति

सुकन्या समृद्धि योजना के लिए सरकार ने 2024 में भी ब्याज दर को 8.2% बनाए रखा है. छोटी बचत स्कीम में यह रेट सबसे ज्यादा है. इसमें इन्वेस्ट की जाने वाली डेढ़ लाख रुपए तक की रकम में धारा 80 के तहत इनकम टैक्स में छूट भी मिलती है. साथ ही से मिलने वाला ब्याज भी टैक्स फ्री है. सुकन्या समृद्धि खाते पर ब्याज का कैलकुलेशन कैलेंडर महीने के अनुसार पांचवें दिन और महीने के अंत के बीच किया जाता है. ब्याज हर एक वित्तीय वर्ष के अंत में खाते में जमा किया जाता है.

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योजना से इनकम टैक्स में भी राहत

छिंदवाड़ा मुख्य डाकघर में पदस्थ अधिकारी कैलाश राय ने बताया कि सुकन्या समृद्धि खाता 'ईईई' कैटेगरी में आता है. इनकम टैक्स एक्ट 1961 की धारा 80 के तहत डेढ़ लाख रुपए टैक्स कटौती का इसमें दावा कर सकते हैं. इस पर हर साल मिलने वाला ब्याज भी टैक्स से मुक्त होता है. इसके साथ ही मैच्योरिटी पर बेटी को मिलने वाली रकम पर कोई टैक्स नहीं लगता है.

करें बेटी की शादी के लिए इन्वेस्ट

सुकन्या समृद्धि योजना में ब्याज हर तीन माह में परिवर्तन किया जाता है. शुरुआत से ही सुकन्या समृद्धि योजना में ज्यादा से ज्यादा 9.2 फ़ीसदी ब्याज दर की गई. वहीं योजना में सबसे कम ब्याज दर 7.6% रही है. अगर इस योजना में 15 साल तक हर साल डेढ़ लाख रुपए इन्वेस्ट करते हैं तो बेटी को 21 साल के बाद लगभग 70 लख रुपए मिलेंगे. वहीं अगर 15 साल तक हर साल 1 लाख रुपए निवेश करेंगे तो मैच्योरिटी पर 40.5 लाख मिलेंगे. इस तरह से बेटी की शादी या पढ़ाई के लिए अच्छी खासी बचत की जा सकती है.

छिन्दवाड़ा. अगर घर में बेटी है और आपको उसकी पढ़ाई और शादी की चिंता सता रही है तो चिंता करने की जरूरत नहीं. सरकार की ये योजना आपके लिए वरदान साबित हो सकती है. यहां कुछ पैसों का इन्वेस्टमेंट करके एक निश्चित समय के बाद पढ़ाई और शादी के लिए लाखों रुपए आपको मिल सकते हैं. हम बात कर रहे हैं सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojna) की तो आई विस्तार से जानते हैं इस योजना के बारे में.

क्या है सुकन्या समृद्धि योजना?

सुकन्या समृद्धि योजना छोटी बचत स्कीम है जिसका लाभ लेने के लिए भारतीय नागरिक होने के साथ-साथ बेटी के माता-पिता या कानूनी अभिभावक होना जरूरी है. इस स्कीम में इन्वेस्ट करने के लिए बेटी की उम्र 10 साल से कम होनी चाहिए. जन्म से लेकर 10 साल तक की बेटी का सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खोला जा सकता है. भारत के किसी भी डाकघर या सरकार द्वारा अधिकृत बैंक में सुकन्या समृद्धि खाता खोला जा सकता है. 250 रुपए से लेकर डेढ़ लाख रुपए सालाना तक इस स्कीम के तहत एकमुश्त या फिर किस्तों में इन्वेस्ट किया जा सकता है.

सुकन्या समृद्धि योजना से टैक्स में बचत और चिंता से मुक्ति

सुकन्या समृद्धि योजना के लिए सरकार ने 2024 में भी ब्याज दर को 8.2% बनाए रखा है. छोटी बचत स्कीम में यह रेट सबसे ज्यादा है. इसमें इन्वेस्ट की जाने वाली डेढ़ लाख रुपए तक की रकम में धारा 80 के तहत इनकम टैक्स में छूट भी मिलती है. साथ ही से मिलने वाला ब्याज भी टैक्स फ्री है. सुकन्या समृद्धि खाते पर ब्याज का कैलकुलेशन कैलेंडर महीने के अनुसार पांचवें दिन और महीने के अंत के बीच किया जाता है. ब्याज हर एक वित्तीय वर्ष के अंत में खाते में जमा किया जाता है.

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योजना से इनकम टैक्स में भी राहत

छिंदवाड़ा मुख्य डाकघर में पदस्थ अधिकारी कैलाश राय ने बताया कि सुकन्या समृद्धि खाता 'ईईई' कैटेगरी में आता है. इनकम टैक्स एक्ट 1961 की धारा 80 के तहत डेढ़ लाख रुपए टैक्स कटौती का इसमें दावा कर सकते हैं. इस पर हर साल मिलने वाला ब्याज भी टैक्स से मुक्त होता है. इसके साथ ही मैच्योरिटी पर बेटी को मिलने वाली रकम पर कोई टैक्स नहीं लगता है.

करें बेटी की शादी के लिए इन्वेस्ट

सुकन्या समृद्धि योजना में ब्याज हर तीन माह में परिवर्तन किया जाता है. शुरुआत से ही सुकन्या समृद्धि योजना में ज्यादा से ज्यादा 9.2 फ़ीसदी ब्याज दर की गई. वहीं योजना में सबसे कम ब्याज दर 7.6% रही है. अगर इस योजना में 15 साल तक हर साल डेढ़ लाख रुपए इन्वेस्ट करते हैं तो बेटी को 21 साल के बाद लगभग 70 लख रुपए मिलेंगे. वहीं अगर 15 साल तक हर साल 1 लाख रुपए निवेश करेंगे तो मैच्योरिटी पर 40.5 लाख मिलेंगे. इस तरह से बेटी की शादी या पढ़ाई के लिए अच्छी खासी बचत की जा सकती है.

Last Updated : Mar 22, 2024, 7:13 PM IST
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