मुंबई: विदेशी कोषों की सतत निकासी के बीच व्यापक बिकवाली दबाव से प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में मंगलवार को एक-एक प्रतिशत की गिरावट आई. कमजोर वैश्विक रुख ने भी बाजार धारणा को प्रभावित किया. बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 820.97 अंक या 0.01 प्रतिशत की गिरावट के साथ 78,675.18 अंक पर बंद हुआ. दिन में कारोबार के दौरान यह 948.31 अंक या 1.19 प्रतिशत टूटकर 78,547.84 अंक तक आ गया था.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 257.85 अंक या 1.07 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,883.45 अंक पर बंद हुआ. सेंसेक्स के शेयरों में एनटीपीसी, एशियन पेंट्स, एचडीएफसी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, टाटा मोटर्स, जेएसडब्ल्यू स्टील, मारुति और पावर ग्रिड में सबसे अधिक नुकसान रहा.
दूसरी ओर सन फार्मा, इन्फोसिस और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 2,306.88 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 2,026.63 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे.
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि बाजार में गिरावट के लिए दो कारक काम कर रहे हैं. पहला, एफआईआई द्वारा लगातार की जा रही बिकवाली है. दूसरा, घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) द्वारा निरंतर की जा रही खरीद ने बाजार को सहारा दिया है और बाजार में गिरावट को कुछ थामने में मदद की है. आने वाले दिनों में बाजार का रुख कैसा रहेगा यह इन दो कारकों पर निर्भर करेगा.
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हेंगसेंग नुकसान के साथ बंद हुए. यूरोपीय बाजार दोपहर के सत्र में गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे. सोमवार को अमेरिकी बाजार तेजी के साथ बंद हुए थे. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.56 प्रतिशत बढ़कर 72.23 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया.
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