नई दिल्ली: जापानी निवेशक सॉफ्टबैंक का भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में निवेश बढ़कर 15 बिलियन डॉलर हो गया है. इससे पहले फरवरी तक 14 बिलियन हो गया था. इसका मतलब है कि लगभग 6 महीने के अंदर 1 बिलियन डॉलर का निवेश बढ़ा है. ई-कॉमर्स दिग्गज फ्लिपकार्ट इसकी शीर्ष 31 सबसे मूल्यवान कंपनियों में से एक है.
भारतीय कंपनियों में सॉफ्टबैंक का निवेश
सॉफ्टबैंक निवेशक ने पिछले साल के दौरान फोनपे के साथ-साथ जोमैटो और पॉलिसीबाजार से पूरी तरह से बाहर निकल गया, जो कि फ्लिपकार्ट निवेश से लाभांश भुगतान का हिस्सा था. दोनों विजन फंड ने नवंबर 2018 से भारतीय कंपनियों में 11 बिलियन डॉलर का निवेश किया है और इस साल जनवरी की शुरुआत में ही 6.2-6.5 बिलियन डॉलर के मूल्य की निकासी कर ली थी.
जापानी टेक समूह की लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार, सॉफ्टबैंक के विजन फंड 1 ने फिनटेक कंपनी पेटीएम में अपने 1.6 बिलियन डॉलर के निवेश पर 544 मिलियन डॉलर का सकल घाटा दर्ज किया है. यह खुलासा जून तिमाही के दौरान पेटीएम में अपनी होल्डिंग से सॉफ्टबैंक के पूरी तरह बाहर निकलने के बाद हुआ है.
बता दें कि जापानी निवेशक ने अपनी दो विजन फंड निवेश यूनिट से अब तक देश में लगभग 31 कंपनियों का समर्थन किया है. इनमें से 20 से अधिक यूनिकॉर्न या स्टार्टअप हैं, जिनका मूल्यांकन 1 बिलियन डॉलर से अधिक है.
सॉफ्टबैंक विजन फंड के कार्यकारी प्रबंध भागीदार और सीएफओ नवनीत गोविल ने कहा कि भारत इसके सबसे अच्छे प्रदर्शन वाले बाजारों में से एक है और "हम इसे लेकर बहुत आशावादी हैं.
ऑफबिजनेस, लेंसकार्ट, स्विगी सॉफ्टबैंक समर्थित फर्मों में से हैं जो अगले 12-18 महीनों में सार्वजनिक होने की सोच रही हैं. इसके अलावा सॉफ्टबैंक के भारत में दांव सफल हो रहे हैं, क्योंकि इसकी तीन पोर्टफोलियो कंपनियां- ओला इलेक्ट्रिक, यूनीकॉमर्स और फर्स्टक्राई भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध हो गई हैं.
पिछले महीने, यह बताया गया था कि सॉफ्टबैंक लगभग 18 महीनों के बाद फिर से भारतीय स्टार्टअप में निवेश करने के लिए खुद को तैयार कर रहा है. हालांकि, जापानी निवेश प्रमुख ने पहले प्रतीक्षा और निगरानी की रणनीति अपनाई थी, लेकिन अब, यह सक्रिय रूप से नए जमाने की कंपनियों में निवेश करने और भारतीय बाजार में अपने पोर्टफोलियो को मजबूत करने की तलाश कर रहा है.
- सॉफ्टबैंक जो आमतौर पर प्रति दौर 100 मिलियन डॉलर से अधिक का निवेश करता है, ऐसा करना जारी रखेगा, खासकर विकास-चरण के निवेशों में. भारत के 100 से अधिक यूनिकॉर्न (1 बिलियन डॉलर से अधिक मूल्यांकन वाले स्टार्टअप) में से लगभग पांचवें हिस्से को वित्त पोषित करने के बाद, सॉफ्टबैंक ने भारत में कुल 15 बिलियन डॉलर का निवेश किया है.
इस बीच, ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, विजन फंड के कार्यकारी प्रबंध भागीदार के अनुसार, सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्प ने नियामक जांच के कारण एक बार प्रसिद्ध फिनटेक फर्म के शेयरों में गिरावट आने से पहले पेटीएम में अपनी अधिकांश हिस्सेदारी बेच दी.
टेक स्टार्टअप्स में सॉफ्टबैंक का निवेश
बता दें कि जापानी निवेशक सॉफ्टबैंक के चेयरमैन और सीईओ मासायोशी सोन हैं. निवेश सौदे करने के मामले में अमेरिका और चीन के बाद सॉफ्टबैंक के लिए भारत तीसरा सबसे बड़ा बाजार है. अब तक, भारतीय स्टार्टअप में सॉफ्टबैंक का कुल निवेश 15 बिलियन डॉलर है, जहां से उसने पहले ही 7 बिलियन डॉलर निकाल लिए हैं. पिछले एक दशक में, सॉफ्टबैंक ने भारतीय टेक स्टार्टअप्स में लगभग 10.6 बिलियन डॉलर (88,700 करोड़ रुपये) का निवेश किया है और 6-6.8 बिलियन डॉलर (50,000 करोड़ रुपये से अधिक) की निकासी दर्ज की है. अपनी निकासी के बावजूद, सॉफ्टबैंक ने पर्याप्त होल्डिंग बनाए रखी है.