मुंबई: अमेरिका शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग ने अडाणी ग्रुप को लेकर विवादास्पादा रिपोर्ट को आए साल भर से ज्यादा हो चुका है. लेकिन अब भी बीच-बीच में उसकी चर्चा होती रहती है. एक बार फिर से अडाणी ग्रुप का नाम हिंडनबर्ग के साथ चर्चा में आया है. हिंडनबर्ग के रिपोर्ट के चलते अडाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज को पिछली तीमाही में बाजार नियामक सेबी से 2 नोटिस मिले है. एक रिपोर्ट के मुताबिक अडाणी ग्रुप की 6 कंपनियों को सेबी से कारण बताओ नोटिस मिला है.
रिपोर्ट के मुताबिक कंपनियों ने स्टॉक एक्सचेंजों को अपनी नियामक फाइलिंग में कहा कि नोटिस संबंधित पार्टी लेनदेन के कथित उल्लंघन, लिस्टिंग नियमों का अनुपालन न करने और अतीत में ऑडिटर प्रमाणपत्रों की वैधता से संबंधित थे.
अडाणी समूह की किन कंपनियों को कारण बताओ नोटिस मिला है?
रिपोर्ट के अनुसार, अडाणी एंटरप्राइजेज ने कहा कि Q4 में दो कारण बताओ नोटिस मिले हैं. अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन, अडाणी पावर, अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस, अडाणी विल्मर और अडाणी टोटल गैस ने भी कहा कि उन्हें सेबी से कारण बताओ नोटिस मिला है.
क्या कारण बताओ नोटिस कंपनियों को कैसे प्रभावित करेगा?
अडाणी विल्मर और अडाणी टोटल गैस को छोड़कर, फर्मों के लेखा परीक्षकों ने रिपोर्ट के अनुसार एक योग्य राय जारी की, जिसमें इस बात पर विचार किया गया कि क्या सेबी की जांच के नतीजे भविष्य में वित्तीय विवरणों को प्रभावित कर सकते हैं.