मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक के कार्रवाई के बाद पेटीएम पेमेंट पर कोई महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की उम्मीद नहीं है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस फैसले का असर पेमेंट पर नहीं पड़ने की उम्मीद है. आरबीआई ने 29 फरवरी के बाद से पेटीएम पेमेंट्स बैंक को नई जमा स्वीकार करने या क्रेडिट लेनदेन करने पर रोक लगा दी है. रिपोर्ट में ऐसा इसलिए कहा गया है क्योंकि Paytm UPI ऐप के ज्यादातर यूजर्स पहले ही अपने अकाउंट को दूसरे बैंकों से लिंक कर चुके हैं.
बता दें कि रिपोर्ट में बैंकिंग उद्योग के स्रोतों के आंकड़ों का हवाला दिया गया है, जिससे पता चलता है कि लगभग 90 मिलियन पेटीएम यूपीआई ऐप उपयोगकर्ताओं में से 75 मिलियन ने अन्य यूपीआई ऐप भी इंस्टॉल किए हैं, और केवल 15 मिलियन उपयोगकर्ता ही पेटीएम यूपीआई ऐप के लिए यूनिक हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर प्रतिबंधों का कोई खास असर नहीं हो सकता है. क्योंकि पेटीएम के 90 फीसदी यूपीआई यूजर के खाते अन्य बैंकों से जुड़े हुए हैं. अधिकांश उपयोगकर्ताओं के पास कई बैकएंड खाते हैं जो केंद्रीय बैंक के प्रतिबंधों के दायरे से बाहर हैं.
आरबीआई की कार्रवाई
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (PPBL) को 29 फरवरी के बाद किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट्स, वॉलेट और FASTags में जमा या टॉप-अप स्वीकार करने से रोक दिया है. यह कार्रवाई 31 जनवरी को शुरू की गई थी और PPBL को अनिवार्य कर दिया गया था. 29 फरवरी के बाद किसी भी ग्राहक खाते, वॉलेट, फास्टटैग और अन्य उपकरणों में जमा या टॉप-अप स्वीकार करना बंद कर दिया जाएगा.