नई दिल्ली: डिजिटल भुगतान फर्म पेटीएम ने अपनी बैंकिंग इकाई में लगभग 20 फीसदी कर्मचारियों की कटौती करने की योजना बना रहा है. क्योंकि केंद्रीय बैंक द्वारा अधिकांश परिचालन को रोकने की समय सीमा के कारण यूनिट के भविष्य पर अनिश्चितता है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने परिचालन सहित कुछ डिवीजनों में कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला किया है.
बता दें कि ट्रैक्सन के आंकड़ों से पता चलता है कि दिसंबर 2023 तक यूनिट में 2,775 कर्मचारी थे.
पेटीएम इसे वन 97 कम्युनिकेशंस के नाम से जाना जाता है. बैंक में 49 फीसदी हिस्सेदारी का मालिक है, जिसे भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने जनवरी के अंत में बचत खातों, प्रीपेड कार्ड जैसे उत्पादों में क्रेडिट लेनदेन या जमा एक्सेप्ट करना बंद करने का निर्देश दिया था.
पेटीएम का बिजनेस हुआ ठप
भारत की सबसे बड़ी डिजिटल भुगतान फर्मों में से एक के लिए सबसे खराब संकट में, रेगुलेटरी प्रतिबंधों के बाद से पेटीएम के शेयरों ने अपने मूल्य का 54 फीसदी खो दिया है. कंपनी ने कम रेटिंग वाले कर्मचारियों को निकाल सकती है. फरवरी में पेटीएम के सीईओ विजय शेखर शर्मा ने बैंक के कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि कोई छंटनी नहीं होगी.
पेटीएम ने कहा- छंटनी नहीं होगी
वहीं, पेटीएम ने बताया कि कोई छंटनी नहीं होगी. प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी में वार्षिक मूल्यांकन चल रहा है. इसे छंटनी का नाम नहीं दिया जाए.