नई दिल्ली: राकेश झुनझुनवाला द्वारा समर्थित अकासा एयरलाइन एक बार फिर से खबरों में आ गई है. इसके पीछे अकासा के द्वारा रद्द की कई कई फ्लाइट है. रविवार को और सोमवार अकासा की कई उड़ानें रद्द होने के बाद हवाई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर अपनी निराशा व्यक्त की है.
आईये देखते है लोगों का रिएक्शन,
एक्स पर एक सोशल मीडिया यूजर तरुण जैन ने कहा कि रविवार के लिए बागडोगरा (पश्चिम बंगाल) से मुंबई के लिए अपनी उड़ान बुक की थी. लेकिन जब हवाई अड्डे पर पहुंचा तो पता चला कि उड़ान रद्द कर दी गई है.
ट्टीट कर तरुण जैन ने कहा कि #QP1386 #Akasa @MoCA_GoI @JM_Scindia फ्लाइट रद्द होने की जानकारी #एयरपोर्ट पर मिली. केवल रिफंड की पेशकश. पैक्स का मुंबई में इंटरव्यू है. कृपया हस्तक्षेप करें. एक #समाधान दें क्योंकि यह उद्योग का आदर्श बन गया है.
इसी तरह, एक अन्य एक्स यूजर अभि ने रविवार को मुंबई से दिल्ली की उड़ान रद्द होने के बाद अपनी निराशा व्यक्त की है.
एक्स यूजर ने ट्टीट कर लिखा कि मैने 20 दिन पहले Mum-Dli QP1120 (मुंबई से दिल्ली) 11 फरवरी के लिए फ्लाइट बुक किया गया था, जिसकी कीमत 5400 रुपये थी. लेकिन @अकासाएयर ने इसे डिपार्चर से 2 घंटे बी4 पहले रद्द कर दिया. इसके लिए यूजर ने 49,00 का रिफंड मांगा है. यूजर को दूसरी फ्लाइट 8500 रुपये में बुक करनी पड़ी, जिसके वजह से 3600 रुपये का घाटा हुआ. यूजर ने @JM_Scindia को टैग कर कहा कि आपको अपना टैक्स मिल गया..हमारा क्या? क्या मुआवजा #गतिशील नहीं होना चाहिए? बेहतर होगा कि आप अपने ऐप @क्लियरट्रिप से #akasaair हटा दें.
अकासा एयरलाइन ने दिया बयान
इस पर अकासा एयरलाइन के ओर से मांफी मांगी गई है. एयरलाइन ने ट्टीट कर असुविधा व्यक्त की और एक बयान में कहा कि हम 11 से 12 फरवरी, 2024 को कुछ उड़ानें रद्द होने के कारण हुई असुविधा के लिए माफी मांगते हैं. यह एक डेविएशन था और भारत की सबसे समय पर चलने वाली एयरलाइन के रूप में हम इसे जारी रखेंगे. अपने ग्राहकों को अत्यधिक विश्वसनीय पेशकश प्रदान करने का प्रयास करना.
आय दिन लोग एयरलाइन को लेकर शिकायत करते है
बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब यात्रियों ने एयरलाइन की उड़ान रद्द होने, गैर-जिम्मेदार ग्राहक सेवा और यहां तक कि रिफंड में देरी के बारे में शिकायत की है. इससे पहले, पायलटों की कमी से संबंधित मुद्दे थे, जिसके कारण व्यवधान हुआ क्योंकि एयरलाइन ने पिछले साल नोटिस अवधि के बिना एयरलाइन छोड़ने के लिए पायलटों पर 'अनैतिक निकास' के लिए मुकदमा दायर किया था. अकासा के विनय दुबे ने पहले कहा था कि एयरलाइन के पास पर्याप्त पायलट (करीब 600) हैं.