नई दिल्ली: म्यूचुअल फंड आजकल कानूनी तरीके से पैसे कमाने का एक जरिया बन गया है. साथ ही सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) आपको छोटी रकम से करोड़पति बना रहा है. यही वजह है कि छोटे निवेशक भी इस तरह के SIP में दिलचस्पी दिखा रहे हैं. बेहतर भविष्य की योजना बनाने के लिए SIP एक आसान जरिया है. म्यूचुअल फंड को SIP सिस्टम में लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहिए. अगर आप सिर्फ एक या दो साल के लिए निवेश करते हैं, तो आपको ज्यादा रिटर्न नहीं मिलेगा. आपको कम से कम 15 से 20 साल के लिए निवेश करने के लिए तैयार रहना चाहिए. ऐसा करने के लिए बहुत दृढ़ता और अनुशासन की जरूरत होती है. अगर आप वाकई इस तरह से लंबी अवधि के निवेश करते हैं, तो आप निश्चित रूप से करोड़पति बन सकते हैं.
SIP क्या है?
SIP सिस्टम में निवेश करने के कई विकल्प हैं - दैनिक, साप्ताहिक, मासिक. ज्यादातर लोग मासिक विकल्प चुनते हैं. उन्हें हर महीने निवेश पर रिटर्न मिलता है. दरअसल म्यूचुअल फंड में कंपाउंडिंग इफेक्ट काम करता है. सरल भाषा में इसका प्रभाव चक्रवृद्धि ब्याज जैसा होता है. इसलिए, समय के साथ आपकी निवेश राशि बढ़ती जाएगी.
कंपाउंडिंग इफेक्ट
उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि आप हर महीने 9500 रुपये निवेश करते हैं. मान लीजिए कि सालाना रिटर्न 17 फीसदी आता है. तो आपको 25 साल में 4.6 करोड़ का रिटर्न मिलेगा. यानी आप सिर्फ 25 साल में करोड़पति बन सकते हैं.
- आपका निवेश सिर्फ 28,50,000 रुपये (28.5 लाख रुपये) है.
- म्यूचुअल फंड मैच्योरिटी 4,55,96,882 रुपये (4.55 करोड़ रुपये) होगा.
- आपको मिलने वाला टोटल प्रॉफिट- 4,27,46,882 रुपये (4.27 करोड़ रुपये).
अन्य निवेशों की तुलना में
- सुकन्या समृद्धि योजना - 8.2 फीसदी ब्याज दर
- वरिष्ठ नागरिक बचत योजना - 8.2 फीसदी ब्याज दर
- राष्ट्रीय बचत योजना - 7.7 फीसदी ब्याज दर
- किसान विकास पत्र - 7.5 फीसदी ब्याज दर
- महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र - 7.5 फीसदी ब्याज दर
जैसा कि देखा गया है, ये सभी बचत योजनाएं सुरक्षित रिटर्न देती हैं. लेकिन म्यूचुअल फंड की तुलना में इनसे मिलने वाला रिटर्न बहुत कम है. इसलिए जो लोग थोड़ा जोखिम लेते हैं, वे SIP सिस्टम के तहत म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं. बेशक इसमें जोखिम तो है, लेकिन लंबे समय में अच्छे रिटर्न की संभावना ज्यादा है.