मुंबई: लोकसभा चुनाव में एनडीए को पूर्ण बहुमत मिलने की भविष्यवाणी के बाद सोमवार, 3 जून को निफ्टी में 3 फीसदी से अधिक की बढ़त हुई. अगर मंगलवार को चुनाव के नतीजे बाजार की उम्मीदों के अनुरूप रहे तो यह और भी बढ़ सकती है. हालांकि, अगर नतीजे डी-स्ट्रीट की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरते हैं, तो विशेषज्ञों के अनुसार, थोड़े समय के लिए कुछ उथल-पुथल हो सकती है
निफ्टी 50 ने सोमवार को 23,338.70 के सर्वकालिक उच्च स्तर को छुआ, 3.25 फीसदी की बढ़त के साथ 23,263.90 पर बंद हुआ. विशेषज्ञों का मानना है कि मंगलवार को सूचकांक 23,500 के स्तर तक बढ़ सकता है.
विशेषज्ञों का मानना है कि चुनाव के नतीजों के बाद बाजार में तेजी के बाद कुछ मुनाफावसूली हो सकती है, क्योंकि थोड़े समय के लिए बाजार का ध्यान पहले 100 दिनों में सरकार की नीतिगत घोषणाओं और आगामी बजट पर केंद्रित होगा.
सभी की निगाहें मंगलवार, 4 जून को आने वाले लोकसभा चुनाव के नतीजों पर टिकी हैं. चुनाव शेयर बाजार के लिए अल्पकालिक और दीर्घकालिक दोनों तरह के ट्रिगर के रूप में काम करते हैं. अल्पकालिक अवधि में, चुनाव से जुड़ी अटकलें और नतीजे बाजार की धारणा को प्रभावित करते हैं. दीर्घकालिक अवधि में, राजनीतिक स्थिरता, सरकारी नीतियां और उपाय शेयर बाजार को काफी हद तक प्रभावित करते हैं.
जानते है कि क्या आज निफ्टी 50 सोमवार का रिकॉर्ड तोड़ेगा या एक सीमा में रहेगा?
विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक निफ्टी 50 23,000 से ऊपर कारोबार करता रहेगा, तब तक तेजी की गति जारी रहने की संभावना है. उच्च स्तर पर, सूचकांक 23,500 या 23,800 के स्तर तक बढ़ सकता है. दूसरी ओर, 23,000 से नीचे, सूचकांक 22,800 के स्तर पर वापस आ सकता है. विशेषज्ञ का कहना है कि मंगलवार के लिए रणनीति 'बुल कॉल स्प्रेड' बनाने की होनी चाहिए.
व्यापारियों को इस मौके का इस्तेमाल अपनी लॉन्ग पोजीशन में मुनाफावसूली करने के लिए करना चाहिए और निफ्टी में 23,000 से 22,800 के स्तर पर गिरावट का इंतजार करना चाहिए ताकि वे नई लॉन्ग पोजीशन बना सकें. निफ्टी में मध्यम अवधि का लक्ष्य 24,500 के आसपास है. अगर लोकसभा चुनाव के वास्तविक परिणाम शनिवार के एग्जिट पोल के पूर्वानुमानों से मेल खाते हैं, तो हम इस उत्साह को बरकरार देख सकते हैं.