मुंबई: देश का सबसे बड़ा समूह टाटा ग्रुप नए बिजनेस फंडिंग के लिए कई IPO लॉन्च करने पर विचार कर रहा है. पिछले दो दशकों में केवल एक इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग के अंतराल के बाद, टाटा समूह अगले दो से तीन सालों में कई पब्लिक ऑफरिंग लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है. सूत्रों के अनुसार, होल्डिंग कंपनी टाटा संस के इस रणनीतिक कदम का उद्देश्य प्राइस को अनलॉक करना, फ्यूचर ग्रोथ को बढ़ावा देना और चुनिंदा निवेशकों के लिए एग्जिट ऑप्शन मुहैया करना है.
टाटा ग्रुप नए बिजनेस फंडिंग के लिए जो IPO लॉन्च करने की तैयारी में है, इसमें टाटा कैपिटल, टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, टाटा ऑटोकॉम्प सिस्टम्स, टाटा डिजिटल, बिगबास्केट, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स, टाटा बैटरीज, टाटा हाउसिंग समेत अन्य टाटा ग्रुप की कंपनियां शामिल है. ग्रुप एग्रेसिव तरीके से डिजिटल, रिटेल, सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी जैसे न्यू जनरेशन के क्षेत्रों में एक्सपेंशन करना चाहता है.
पिछले नवंबर में, टाटा टेक्नोलॉजीज ने 3,000 करोड़ रूपये का पब्लिक ऑफरिंग लॉन्च किया था, जो 2004 में भारत के सबसे बड़े सॉफ्टवेयर सेवा निर्यातक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के बाद समूह की ओर से पहली पब्लिक ऑफरिंग की पेशकश थी. टाटा टेक एक ऑफर-फॉर-सेल थी, जिसके माध्यम से टाटा मोटर्स ने 2,314 करोड़ रुपये जुटाए थे.
जबकि अल्फा टीसी होल्डिंग्स और टाटा कैपिटल ग्रोथ फंड ने क्रमशः 486 करोड़ और 243 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. आईपीओ को 69 गुना अधिक अभिदान मिला और सूचीबद्ध होने पर, शेयर ऑफर मूल्य से 165 फीसदी अधिक बढ़ गया, जिसके परिणामस्वरूप निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण मूल्य अनलॉक हो गया. कथित तौर पर ग्रुप भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) नॉर्म्स का अनुपालन करने के लिए अगले साल वित्तीय शाखा Tata Capital की लिस्टिंग पर विचार कर रहा है.
सितंबर 2022 में आरबीआई ने टाटा कैपिटल और मूल टाटा संस दोनों को गैर-बैंकिंग वित्त कंपनियों (एनबीएफसी) की 'अपर लेयर' के रूप में कैटगराइज किया था. जिससे उन्हें वर्गीकरण की तारीख से तीन साल के भीतर सार्वजनिक होना अनिवार्य हो गया.
वहीं, समूह अगले 2-3 वर्षों में कई आईपीओ की योजना बना रहा है, इस रिपोर्ट के बाद लगातार 11 सत्रों तक लगातार गिरने के बाद, मल्टीबैगर टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन के शेयर बुधवार को बीएसई पर लगभग 5 फीसदी उछलकर दिन के उच्चतम स्तर 5,940 रुपये पर पहुंच गया है.