नई दिल्ली : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट 2024 भाषण की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के समावेशी दृष्टिकोण पर प्रकाश डालते हुए की. निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार का ध्यान गरीबों, महिलाओं, युवाओं, किसानों पर है और उनकी जरूरत उसकी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है.
'नारी शक्ति' पर वित्त मंत्री सीतारमण का कहना है कि 10 वर्षों में उच्च शिक्षा में महिलाओं का नामांकन 28 फीसदी बढ़ा है, एसटीईएम पाठ्यक्रमों में लड़कियों और महिलाओं का नामांकन 43 फीसदी बढ़ा है, जो दुनिया में सबसे अधिक में से एक है. कार्यबल में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी देश को और आगे लेकर जा रहा है. तीन तलाक को अवैध बनाना, संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 1/3 सीटें आरक्षित करना, पीएम आवास योजना के तहत महिलाओं को 70 फीसदी से अधिक घर देने से उनकी गरिमा बढ़ी है.
वित्त मंत्री सीतारमण ने आगे कहा कि हमारे युवा देश की आकांक्षाएं ऊंची हैं, उसे अपने वर्तमान पर गर्व है और उज्ज्वल भविष्य की आशा और विश्वास है. हम उम्मीद करते हैं कि हमारी सरकार को उसके शानदार काम के आधार पर जनता एक बार फिर शानदार जनादेश देगी. केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने समावेशिता और संरचनात्मक सुधारों, जन-समर्थक कार्यक्रम, रोजगार के अवसरों के सभी पहलुओं को शामिल किया, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था को नया जोश मिला है.