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टैक्सपेयर्स को मिल सकती है बजट में सौगात, टैक्स छूट पर हो रहा विचार - Budget 2024

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jun 20, 2024, 3:03 PM IST

Budget 2024- केंद्रीय बजट 2024 वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 22 जुलाई को संसद में पेश कर सकती हैं. इस केंद्रीय बजट में निर्मला सीतारमण पर्सनल इनकम टैक्स पर लगने वाले टैक्स से राहत दे सकती हैं. पढ़ें पूरी खबर...

Budget 2024
केंद्रीय बजट 2024 (प्रतीकात्मक फोटो) (ETV Bharat)

नई दिल्ली: पर्सनल इनकम टैक्स कलेक्शन में तेज बढ़ोतरी के बीच, पर्सनल टैक्सपेयर केंद्रीय बजट 2024-25 में राहत की उम्मीद कर रहे हैं. संकेत हैं कि सरकार कुछ कर रेट की समीक्षा करने पर विचार कर सकती है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जिन उपायों पर विचार किया जा रहा है उनमें से एक उच्च कीमतों के मद्देनजर लोगों की खर्च करने की क्षमता को बढ़ाना है. इन कदमों पर विचार किया जा रहा है उनमें से एक निम्न और मध्यम आयकर स्लैब में आने वालों के लिए कर दरों की समीक्षा करना है.

रिपोर्ट के मुताबिक तरीकों पर अभी भी चर्चा चल रही है और यह देखा जाना बाकी है कि इसका जमीनी स्तर पर कोई प्रभाव पड़ेगा या नहीं. लेकिन उन्होंने कहा कि इसे कल्याणकारी योजनाओं के लिए अधिक आवंटन और राजकोषीय विवेक बनाए रखने के प्रस्तावों के साथ संतुलित करना होगा.

पर्सनल टैक्सपेयर के लिए, सबसे बड़ी चिंता उनसे मिलने वाले टैक्स कलेक्शन में बढ़ोतरी रही है, जो वास्तव में हाल के सालों में कॉर्पोरेट आयकर से प्राप्त होने वाले कर संग्रह से अधिक हो गया है.

2023-24 में, नेट कॉर्पोरेट कर कलेक्शन 9.11 लाख करोड़ रुपये था, जबकि नेट पर्सनल इनकम टैक्स कलेक्शन 10.44 लाख करोड़ रुपये था. इसी तरह 2022-23 में, कॉर्पोरेट कर कलेक्शन 8,25,834 करोड़ रुपये और पर्सनल टैक्स कलेक्शन 8,33,307 करोड़ रुपये था.

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नई दिल्ली: पर्सनल इनकम टैक्स कलेक्शन में तेज बढ़ोतरी के बीच, पर्सनल टैक्सपेयर केंद्रीय बजट 2024-25 में राहत की उम्मीद कर रहे हैं. संकेत हैं कि सरकार कुछ कर रेट की समीक्षा करने पर विचार कर सकती है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जिन उपायों पर विचार किया जा रहा है उनमें से एक उच्च कीमतों के मद्देनजर लोगों की खर्च करने की क्षमता को बढ़ाना है. इन कदमों पर विचार किया जा रहा है उनमें से एक निम्न और मध्यम आयकर स्लैब में आने वालों के लिए कर दरों की समीक्षा करना है.

रिपोर्ट के मुताबिक तरीकों पर अभी भी चर्चा चल रही है और यह देखा जाना बाकी है कि इसका जमीनी स्तर पर कोई प्रभाव पड़ेगा या नहीं. लेकिन उन्होंने कहा कि इसे कल्याणकारी योजनाओं के लिए अधिक आवंटन और राजकोषीय विवेक बनाए रखने के प्रस्तावों के साथ संतुलित करना होगा.

पर्सनल टैक्सपेयर के लिए, सबसे बड़ी चिंता उनसे मिलने वाले टैक्स कलेक्शन में बढ़ोतरी रही है, जो वास्तव में हाल के सालों में कॉर्पोरेट आयकर से प्राप्त होने वाले कर संग्रह से अधिक हो गया है.

2023-24 में, नेट कॉर्पोरेट कर कलेक्शन 9.11 लाख करोड़ रुपये था, जबकि नेट पर्सनल इनकम टैक्स कलेक्शन 10.44 लाख करोड़ रुपये था. इसी तरह 2022-23 में, कॉर्पोरेट कर कलेक्शन 8,25,834 करोड़ रुपये और पर्सनल टैक्स कलेक्शन 8,33,307 करोड़ रुपये था.

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