नई दिल्ली: पर्सनल इनकम टैक्स कलेक्शन में तेज बढ़ोतरी के बीच, पर्सनल टैक्सपेयर केंद्रीय बजट 2024-25 में राहत की उम्मीद कर रहे हैं. संकेत हैं कि सरकार कुछ कर रेट की समीक्षा करने पर विचार कर सकती है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जिन उपायों पर विचार किया जा रहा है उनमें से एक उच्च कीमतों के मद्देनजर लोगों की खर्च करने की क्षमता को बढ़ाना है. इन कदमों पर विचार किया जा रहा है उनमें से एक निम्न और मध्यम आयकर स्लैब में आने वालों के लिए कर दरों की समीक्षा करना है.
रिपोर्ट के मुताबिक तरीकों पर अभी भी चर्चा चल रही है और यह देखा जाना बाकी है कि इसका जमीनी स्तर पर कोई प्रभाव पड़ेगा या नहीं. लेकिन उन्होंने कहा कि इसे कल्याणकारी योजनाओं के लिए अधिक आवंटन और राजकोषीय विवेक बनाए रखने के प्रस्तावों के साथ संतुलित करना होगा.
पर्सनल टैक्सपेयर के लिए, सबसे बड़ी चिंता उनसे मिलने वाले टैक्स कलेक्शन में बढ़ोतरी रही है, जो वास्तव में हाल के सालों में कॉर्पोरेट आयकर से प्राप्त होने वाले कर संग्रह से अधिक हो गया है.
2023-24 में, नेट कॉर्पोरेट कर कलेक्शन 9.11 लाख करोड़ रुपये था, जबकि नेट पर्सनल इनकम टैक्स कलेक्शन 10.44 लाख करोड़ रुपये था. इसी तरह 2022-23 में, कॉर्पोरेट कर कलेक्शन 8,25,834 करोड़ रुपये और पर्सनल टैक्स कलेक्शन 8,33,307 करोड़ रुपये था.