नई दिल्ली: गोदरेज परिवार ने एक-दूसरे की कंपनियों के बोर्ड से बाहर निकलकर समूह का औपचारिक विभाजन शुरू कर दिया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक परिवार जल्द ही अपनी हिस्सेदारी बेच देगा. यह अलगाव संस्थापक परिवार की दो शाखाओं के बीच है जिसमें एक तरफ आदि गोदरेज और उनके भाई नादिर हैं. दूसरी तरफ जमशेद गोदरेज और उनकी बहन स्मिता गोदरेज कृष्णा हैं.
यह आदि और नादिर गोदरेज द्वारा गोदरेज एंड बॉयस बोर्ड से इस्तीफा देने के बाद आया है, जबकि जमशेद गोदरेज ने भी जीसीपीएल और गोदरेज प्रॉपर्टीज के बोर्ड में अपनी सीट छोड़ दी है.
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मामले से जुड़े शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि अनुमानित 3,400 करोड़ रुपये की रियल एस्टेट, ज्यादातर मुंबई उपनगरों में प्रमुख भूमि, गोदरेज एंड बॉयस (जी एंड बी) के अधीन रहेगी, और स्वामित्व अधिकारों को नियंत्रित करने के लिए एक अलग समझौते पर काम किया जाएगा.
रिपोर्ट में कहा गया है कि आदि और नादिर गोदरेज, गोदरेज एंड बॉयस में अपनी हिस्सेदारी दूसरी शाखा को बेच देंगे, जबकि जमशेद गोदरेज और उनका परिवार गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (जीसीपीएल) और गोदरेज प्रॉपर्टीज में हिस्सेदारी अपने चचेरे भाइयों को हस्तांतरित कर देगा. इसमें कहा गया है कि यह पारिवारिक व्यवस्था के जरिए किया जाएगा.
गोदरेज समूह की पांच सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनियां हैं- जीसीपीएल (गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड), गोदरेज प्रॉपर्टीज, गोदरेज इंडस्ट्रीज, गोदरेज एग्रोवेट और एस्टेक लाइफसाइंसेज शामिल है.