नई दिल्ली: अडाणी ग्रुप ने ऑडिटर नियुक्त करने और फैमिली ऑफिस के लिए लीडिंग ग्लोबल फर्म से बात की है. अडाणी ग्रुप फैमिली ऑफिस के अकाउंट्स को ऑडिट करने के लिए छह बड़ी अकाउंटिंग फर्मों में से दो से बात कर रहा है. गौतम अडाणी का मकसद अपनी दौलत में पारदर्शिता लाना है. बता दें कि गौतम अडाणी देश के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं. इनकी दौलत 105 बिलियन डॉलर है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अरबपति गौतम अडाणी एक टॉप वैश्विक कंपनी से ऑडिटर और अपने फैमिली ऑफिस के लिए एक चीफ एक्जूटिव ऑफिसर नियुक्त करने वाले है.
बता दें कि माइनिंग से लेकर मीडिया तक के इस समूह के संस्थापक फैमिली ऑफिस के खातों का ऑडिट करने के लिए छह ऑडिटर फर्मों में से दो से बात कर रहे हैं.
ऑडिटर नियुक्त करने का मकसद
इस कदम का उद्देश्य एशिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति की संपत्ति के प्रबंधन में पारदर्शिता लाना है. इसकी कीमत 105.4 बिलियन डॉलर है. और यह पिछले साल के शॉर्ट सेलर हमले से मिले सबक को है. पहली पीढ़ी के उद्यमी को कई मुद्दों पर हिंडनबर्ग रिसर्च एलएलसी से गहन जांच और आलोचना का सामना करना पड़ा, जिसमें समूह के संचालन और अपनी लिस्टेड संस्थाओं को कंट्रोल करने के तरीके में अस्पष्टता भी शामिल है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सीईओ और मुख्य निवेश अधिकारी के नेतृत्व में लगभग पांच लोगों की एक टीम की भर्ती की जा रही है, जो शुरू में समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी जुगेशिंदर सिंह को रिपोर्ट करेंगे और अरबपति-संस्थापक को रिपोर्ट करेंगे. अडाणी परिवार के दो वेल्थ ऑफिस अब तक समूह की कंपनियों के सीएफओ की मदद से अनौपचारिक रूप से चलाए जा रहे थे. अडाणी समूह के प्रतिनिधि ने तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की.