नई दिल्ली: वित्त मंत्री ने शुक्रवार को सीआईआई एनुअल बिजनेस समिट 2024 में अनुमान लगाया कि भारतीय उपभोक्ता बाजार 2031 तक दोगुना होने की ओर अग्रसर है. इसके अलावा, भारत को अगले पांच वर्षों में वैश्विक विकास में 18 फीसदी योगदान देने की उम्मीद है. भारत की विकास पर जोर देते हुए, वित्त मंत्री ने कहा कि यह कंपेलिंग है. इसके अलावा, वित्त मंत्री ने कॉर्पोरेट क्षेत्र की बैलेंस शीट और वित्त क्षेत्र की बैलेंस शीट दोनों के मजबूत स्वास्थ्य पर विश्वास व्यक्त किया.
सीतारमण ने आत्मनिर्भरता और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया.
वित्त मंत्री ने जोर देकर कहा कि मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देकर, भारत न केवल घरेलू मांग को अधिक प्रभावी ढंग से पूरा कर सकता है, बल्कि आयात पर निर्भरता भी कम कर सकता है, इस प्रकार आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ सकता है. सीतारमण ने वैश्विक पर्यवेक्षकों और संस्थानों द्वारा स्वीकार की गई सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में भारत की स्थिति पर भी प्रकाश डाला. साथ ही कहा कि वित्त मंत्री ने पुष्टि की कि सीआईआई द्वारा दिए गए सुझावों को जुलाई के बजट में एकीकृत किया जाएगा.
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#WATCH | Delhi: Addressing CII Annual Business Summit 2024, Union Finance Minister Nirmala Sitharaman says, "I am here to convey probably just a picture of what lies before us in India...And being the fastest growing economy, very well recognised by global observers and… pic.twitter.com/pyU6FIn5ex
— ANI (@ANI) May 17, 2024
उन्होंने कहा कि यह हमेशा ऐसा समय रहा है जब सीआईआई ने हमेशा अपने और देश के सामने सरकार के साथ मिलकर काम करने का दृष्टिकोण रखा है और यह भी सुनिश्चित किया है कि वैश्विक स्तर पर उद्योग साझेदारी एक स्पष्ट मार्ग अपनाए ताकि वैश्विक चुनौतियों का सामना किया जा सके. बेहतर समझ और मौजूद राष्ट्रीय अवसरों का भी पूरी तरह से लाभ उठाया जाता है.