नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि भारत की जीडीपी वृद्धि दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक है. यह मोदी सरकार के प्रयासों के कारण संभव हुआ है. उन्होंने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 8.2 प्रतिशत की वृद्धि और वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के लिए 7.8 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि को उल्लेखनीय बताया.
वित्त मंत्री ने क्या कहा?
वित्त मंत्री ने कहा कि विनिर्माण क्षेत्र में 2023-24 में 9.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो इस क्षेत्र के लिए मोदी सरकार के प्रयासों की सफलता को उजागर करता है. वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी जारी है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के तीसरे कार्यकाल में भारत की विकास गति में और तेजी आएगी.
एक्स पर एक पोस्ट में सीतारमण ने लिखा, आज के जीडीपी डेटा में वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 8.2 फीसदी और वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के लिए 7.8 फीसदी की वृद्धि दर के साथ मजबूत आर्थिक विकास को दर्शाया गया है. यह उल्लेखनीय जीडीपी वृद्धि दर दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक है. यह ध्यान देने योग्य है कि विनिर्माण क्षेत्र ने 2023-24 में 9.9 फीसदी की उल्लेखनीय वृद्धि देखी, जो इस क्षेत्र के लिए मोदी सरकार के प्रयासों की सफलता को उजागर करती है. कई उच्च आवृत्ति संकेतक संकेत देते हैं कि वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था लचीली और उत्साही बनी हुई है. प्रधानमंत्री श्री @narendramodi के नेतृत्व वाली सरकार के तीसरे कार्यकाल में भी भारत की विकास गति जारी रहेगी.
RBI ने क्या कहा?
भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) की वार्षिक रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि सरकार द्वारा हाल ही में उठाए गए कदमों से भारत में अक्षय ऊर्जा और सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में प्रगति की उम्मीद है. रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत निवेश में आगे और तेजी आने की संभावना है. रिपोर्ट के अनुसार, इन कारकों से रोजगार के नए अवसर पैदा होने, श्रम आय में सुधार और घरेलू मांग मजबूत होने की उम्मीद है.
7.8 फीसदी की दर से बढ़ा GDP
वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में भारत का सकल घरेलू उत्पाद या जीडीपी 7.8 फीसदी की दर से बढ़ा. पूरे वित्त वर्ष में वास्तविक जीडीपी वृद्धि अनंतिम रूप से 8.2 फीसदी है. Q4 FY24 जीडीपी वृद्धि डेटा आज शाम 5:30 बजे जारी किया गया और विभिन्न सर्वेक्षणों ने उम्मीद जताई थी कि भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर अंतिम तिमाही में सालाना 6.7 फीसदी तक धीमी हो जाएगी. वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2023) में भारतीय अर्थव्यवस्था अप्रत्याशित रूप से 8.6 फीसदी की दर से बढ़ी थी. अर्थशास्त्रियों का मानना था कि चौथी तिमाही में यह जीडीपी वृद्धि दर जारी रहने की संभावना नहीं है.
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