नई दिल्ली: एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) के जारी आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में 37,082.4 करोड़ रुपये का नेट इक्विटी फ्लो देखा गया, जो पिछले महीने के 40,573 करोड़ रुपये से कम है. इक्विटी म्यूचुअल फंडों में निवेश में 8.61 फीसदी की कमी आई, जो जुन में 17 फीसदी की जबरदस्त ग्रोथ हुई थी.
- लार्ज-कैप फंड्स में 670 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जो जून में 970.5 करोड़ रुपये था. स्मॉल-कैप फंड्स में भी निवेश में कमी देखी गई, जो पिछले महीने 2,263 करोड़ रुपये की तुलना में 2,109.2 करोड़ रुपये रहा.
- मिडकैप फंड में निवेश 2,528 करोड़ रुपये से घटकर 1,644.2 करोड़ रुपये रह गया.
- हाइब्रिड फंड में निवेश में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई, जो जून में 8,855 करोड़ रुपये से बढ़कर 17,436 करोड़ रुपये हो गया.
- लिक्विड फंड में भी निवेश की प्रवृत्ति उलट गई, पिछले महीने 80,354 करोड़ रुपये के आउटफ्लो के बाद 70,060.8 करोड़ रुपये का इनफ्लो दिखा.
- एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETF) में जून में 9,134 करोड़ रुपये से घटकर 5,787.3 करोड़ रुपये का इनफ्लो दर्ज किया गया. क्रेडिट रिस्क फंड में पिछले महीने 478 करोड़ रुपये की तुलना में 542.8 करोड़ रुपये का आउटफ्लो हुआ.
- इक्विटी-लिंक्ड सेविंग स्कीम (ईएलएसएस) में जून में 445 करोड़ रुपये से बढ़कर 637.6 करोड़ रुपये की निकासी हुई.
- सेक्टोरल और थीमैटिक फंड में 18,386.3 करोड़ रुपये की निकासी दर्ज की गई, जो पिछले महीने के 22,352 करोड़ रुपये से कम है. मैनेजमेंट तहत कुल एसेट (एयूएम) जून में 61.16 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 64.9 लाख करोड़ रुपये हो गई.
- कॉरपोरेट बॉन्ड फंड में 2,261 करोड़ रुपये की निकासी हुई, जो जून में 3,469 करोड़ रुपये की निकासी से उलट है.
- डिविडेंड फंड में 631 करोड़ रुपये की निकासी दर्ज की गई, जो पिछले महीने 520 करोड़ रुपये थी.