नई दिल्ली: मिडिल ईस्ट के तनाव के चलते आज कच्चे तेल की कीमत उच्च स्तर पर पहुंत गई हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ईरान और इजरायल के हमले को खबर को लेकर कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आ गई है. इससे चिंता हो गई है कि मध्य पूर्व में तेल की आपूर्ति बाधित हो सकती है. शुक्रवार को कच्चे तेल की कीमतें 4 फीसदी से अधिक उछल गईं, ब्रेंट अचानक 90 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चला गया. वैश्विक बेंचमार्क ब्रेंट ऑयल 3.94 फीसदी बढ़कर 90.54 डॉलर प्रति बैरल हो गया, जबकि यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) क्रूड वायदा 4.06 फीसदी बढ़कर 86.09 डॉलर हो गया.
क्यों हुई तेल कीमतों में बढ़ोतरी?
इस्राइली मिसाइलों के ईरान में पर हमला करने की रिपोर्ट के बाद तेल की कीमतों में तेजी आई. बता दें कि ईरान के शहर इसाफहान के हवाई अड्डे पर विस्फोटों की आवाज सुनी गई. बता दें कि इस्फहान ईरानी सेना के मुख्य एयरबेस और उसके परमाणु कार्यक्रम से संबंधित स्थानों का घर है. मध्य पूर्व में बिगड़ते हालात के साथ-साथ ओपेक द्वारा आपूर्ति में कटौती के कारण बाजार में सख्ती के कारण इस साल कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आई है.
इस बीच, सरकारी आईआरएनए समाचार एजेंसी ने बताया कि इस्फहान शहर में एक प्रमुख एयरबेस के पास विस्फोटों की रिपोर्ट के बाद ईरान ने शुक्रवार सुबह हवाई रक्षा बैटरियां निकाल दीं. बता दें कि इससे यह नासाफ रहा कि देश पर हमला हुआ था या नहीं. हालांकि, ईरान के इजराइल पर मिसाइल और ड्रोन हमले के बाद तनाव उच्च बना हुआ है. बता दें कि दुनिया के 20 फीसदी तेल की सप्लाई ओमान की खाड़ी होर्मुज के पास से होती है. यहां ईरान की कई सौ बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलें तैनात हैं.