नई दिल्ली : आदित्य बिड़ला समूह ने 'इंद्रिय' ब्रांड के साथ देश के 6.4 लाख करोड़ रुपये के ज्वेलरी मार्केट में कदम रखा है. इस पर जानकारों का कहना है कि देश के बड़े औद्योगिक समूह में से आदित्य बिड़ला समूह की कोशिश देश में बढ़ती हुई आय और ब्रांडेड ज्वेलरी के चलन में आई तेजी को भुनाना है. कुमार मंगलम बिड़ला के नेतृत्व वाला यह ग्रुप अपने ज्वेलरी ब्रांड 'इंद्रिय' में करीब 5,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा.
देश में वेडिंग मार्केट तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में ज्वेलरी कंपनियों के लिए अवसर बढ़ रहे हैं. वित्त वर्ष 24 में देश में वेडिंग मार्केट का आकार 10 लाख करोड़ रुपये का था. इंद्रिय का सीधा मुकाबला टाटा के टाइटन, रिलायंस ज्वेल्स, कल्याण ज्वैलर्स और अन्य बड़े ज्वेलर्स समूहों से होगा.
मोतीलाल ओसवाल की ओर से पिछले महीने जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया था कि भारत के ज्वेलरी रिटेल सेक्टर में बीते पांच वर्षों में काफी बढ़त हुई है. 2019 में इसका आकार 5,04,400 करोड़ रुपये का था, जो कि अब बढ़कर 6,40,000 करोड़ रुपये का हो गया है. इसकी वजह देश में आय का बढ़ना और हॉलमार्क वाली ज्वेलरी उत्पादों की ओर से ग्राहकों का रुख करना है.
भारत के ज्वेलरी मार्केट में कुल मांग ब्राइडल ज्वेलरी की हिस्सेदारी 55 प्रतिशत है, जबकि प्रतिदिन पहने जाने वाली ज्वेलरी की हिस्सेदारी 30-35 प्रतिशत है. एक्सपर्ट का कहना है कि देश की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है और इस कारण लोगों की आय में इजाफा हो रहा है और ज्वेलरी एवं लग्जरी गुड्स की मांग भी बढ़ रही है. इससे ज्वेलरी कंपनियों के पास पहले के मुकाबले ज्यादा अवसर हैं.
आदित्य बिड़ला समूह 'इंद्रिय' ब्रांड के तहत दिल्ली, इंदौर और जयपुर में चार स्टोर खोलेगा और अगले छह महीने में 10 से ज्यादा शहरों में स्टोर खोले जाएंगे. कंपनी की योजना 5,000 डिजाइन के साथ 15,000 से ज्यादा ज्वेलरी के पीस पेश करने की है.
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